योग दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? | योग दिवस का महत्व व उद्देश्य | International Day of Yoga Celebration

आजकल की आधुनिक युग में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख पाना बहुत ही मुश्किल हो गया है। परंतु सभी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत आवश्यक भी है। यही कारण है कि योग हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। यदि हम रोज योग करने में सफल होते हैं। तो हमारा शरीर विभिन्न बीमारियों से दूर रहता है। यदि आप एक स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं। तो अच्छे खान-पान के साथ आपको अपनी दिनचर्या में योग को भी शामिल करना होगा। योग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए योग दिवस भी मनाया जाता है। यदि आपको योग दिवस से संबंधित जानकारी नहीं है। तो आज हम अपने इस लेख में योग दिवस yoga day kab manaya jata hai से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताएंगे?

जब पूरी दुनिया में कोरोना महामारी फैली हुई थी। तब भी योगा ने हमारा बहुत साथ दिया है। किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए। जो कि योग के माध्यम से होती है। योगा करने से मानसिक व शारीरिक दोनों स्वास्थ्य अच्छे रहते हैं। यही कारण है कि पूरी दुनिया में योग दिवस को बहुत ही शांति के साथ मनाया जाता है। यदि आपको नहीं पता कि योग दिवस कब मनाया जाता है? तो हमारे द्वारा इस आर्टिकल में योग दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? (yoga day kyo manaya jata hai) इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। यदि आप योग से संबंधित सभी जानकारी विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं। तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

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योगा दिवस क्या होता है? (What is Yoga Day?)

योगा दिवस वह दिन होता है। जिस दिन पूरे विश्व में हम लोगों को योगा के प्रति जागरूक करने के लिए संदेश देते हैं। इसी कारण पूरे विश्व में योग दिवस को मनाया जाता है। योगा करना हम सब की शारीरिक और मानसिक स्थिति के लिए बेहद उपयोगी होता है। इसके माध्यम से हम बड़ी से बड़ी बीमारी से लड़ने में सक्षम होते हैं। क्योंकि योगा करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यही कारण है कि योगा दिवस को प्रचलन में लाया गया। और लोगों को योगा के प्रति जागरूक करने हेतु योगा दिवस के नाम से एक दिन को योगा के नाम किया गया।

योगा दिवस का प्रचलन लोगों की भलाई के लिए ही किया गया। ताकि नई पीढ़ी को योगा के बारे में पता हो। यदि नई पीढ़ी को योगा से संबंधित फायदे नहीं पता होंगे तो वह योगा को अपनाएंगे हीं नही। यही कारण है कि योगा दिवस को प्रचलन में लाया गया। योगा दिवस प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। जिससे हर वर्ष लोगों को योगा के प्रति जागरूक करने के कार्यक्रम किए जाते हैं। साथ ही साथ योगा को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए भी कहा जाता है। योगा अपने आप में सभी बीमारियों की दवाई है। यदि आप अपनी दिनचर्या में योगा को शामिल करते हैं। तो आप अधिक से अधिक बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

योगा दिवस कब मनाया जाता है? (When is Yoga Day Celebrated?)

योग दिवस क्या है? इसको जानने के बाद आपके मन में यह सवाल अवश्य उठा होगा। कि योग दिवस कब मनाया जाता है? तो हम आपको बता दें की हर वर्ष 21 जून को योग दिवस बहुत ही धूमधाम से पूरे विश्व में मनाया जाता है। 21 जून 2022 को आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। इस बार नवा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2024 को मनाया जाएगा। 21 जून को योग दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा 11 दिसंबर 2014 को की गई थी। तभी से आज तक पूरे विश्व में 21 जून को ही योगा दिवस बहुत ही शांति के साथ, योगा का प्रचार प्रसार करते हुए मनाया जाता है।

योग दिवस 21 जून को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इसे मनाने के लिए प्रत्येक विद्यालय और संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विद्यालय में बच्चे योगा से संबंधित झांकियां निकालते हैं। तथा लोगों को योगा करने के प्रति जागरूक करते हैं। योगा दिवस मनाने का एकमात्र उद्देश्य यही होता है। कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी दिनचर्या में योगा को शामिल करें। जिससे देश में उपस्थित सभी जनता मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। क्योंकि योगा के माध्यम से ही प्रत्येक व्यक्ति अपनी बीमारी पर विजय प्राप्त कर सकता है। योगा हमारे शरीर में रक्त परिसंचरण को ठीक करता है। साथ ही साथ ही योगा के कारण हममें फुर्तीलापन उत्पन्न होता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है? (Why is International Yoga Day is Celebrated?)

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2015 से 21 जून को विश्व योगा दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। हम आप लोगों को बता दें। कि 21 जून को ही विश्व योगा दिवस के रूप में क्यों चुना गया। कहा जाता है, कि 21 जून का दिन सबसे लंबा दिन या सबसे बड़ा दिन होता है। साथ ही यह भी कहा जाता है। कि 21 जून के दिन सूर्य पृथ्वी पर सबसे अधिक समय व्यतीत करता है। इसी कारण इस दिन को योगा दिवस के रुप में मनाया जाता है। सूर्य के प्रकाश की अत्यधिक मात्रा 21 जून को ही हमारी पृथ्वी पर पड़ती है। जिस कारण 21 जून को ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रुप में मनाए जाने के लिए चुना गया है।

अब अवश्य ही आप सबके मन में यह प्रश्न उठा होगा। कि आखिर साल का सबसे लंबा दिन होने से योगा दिवस का क्या संबंध है। तो हम आपको बता दें इस दिन जो भी व्यक्ति लगातार योगा अवस्था में रहता है। उसकी उम्र अधिक लंबी होती है। यही कारण है, कि विश्व योगा दिवस के लिए 21 जून को ही चुना गया है। 21 जून को ग्रीष्म सक्रांति का दिन दक्षिणायन भी होता है। 21 जून एक बहुत ही विशेष दिन होता है। और कोई भी अच्छा कार्य एक अच्छे दिन पर ही होना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस विश्व स्तर पर मनाया जाता है। इसीलिए पूरे विश्व में विश्व योगा दिवस को एक्स एक्स एक्स 202 शांति के साथ मनाया जाता है।

विश्व योग दिवस का इतिहास? (History of international Yoga Day?)

विश्व योग दिवस मनाने की पहल भारत के प्रधानमंत्री द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्रीय महासभा के भाषण में विश्व योग दिवस मनाने की पहल की थी। इसके पश्चात 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्रीय महासभा के द्वारा 117 देशों में विश्व योगा दिवस 21 जून को मनाने की मंजूरी दे दी। इस प्रकार विश्व योगा दिवस को प्रचलन में लाया गया और 117 देशों में 21 जून 2015 को पहली बार विश्व योगा दिवस मनाया गया। इस प्रकार विश्व योगा दिवस का इतिहास रच गया।

सरल भाषा में हम कह सकते हैं, क़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा हमारे जीवन में योगा दिवस मनाने का प्रचलन हुआ है। योगा दिवस के लिए नरेंद्र मोदी जी ने बहुत सहायता की है। योगा दिवस 21 जून 2015 से प्रत्येक वर्ष 21 जून को ही मनाया जाता है। विश्व भर में योगा दिवस को मनाने के लिए लोग ऐसे कार्यक्रम करते हैं। जिनके माध्यम से लोग योगा के प्रति जागरूक हो सके। और अपनी दिनचर्या में योगा को सम्मिलित कर सकें  योगा अपने आप में अद्भुत मंत्र है। जिसके माध्यम से सभी बीमारियो पर काबू पाया जा सकता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है? (Why is international Yoga day is Celebrated in 21 june?)

अंतराष्ट्रीय योगा दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है। यह सवाल आपके मन में अवश्य ही आया होगा। तो हम आपको बता दें 21 जून का दिन ग्रीष्म सक्रांति दक्षिणायन का दिन होता है। इस दिन सूर्य बहुत जल्दी पृथ्वी पर दिखाई देने लगता है। साथ ही सूर्य का प्रकाश 21 जून के दिन सबसे अधिक मात्रा में पृथ्वी पर पड़ता है। जिस कारण 21 जून को वर्ष का सबसे लंबा क्या सबसे बड़ा दिन कहते हैं। इस दिन की मान्यता है, यदि कोई व्यक्ति इस दिन लगातार योगाभ्यास करता है। तो उसे लंबी उम्र की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि 21 जून को योग दिवस मनाने के लिए मुख्य तौर पर चुना गया है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य? (Objectives of International Yoga Day?)

योग दिवस मनाने के पीछे कोई ना कोई उद्देश्य अवश्य ही होगा। तभी योग दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा मंजूरी दे दी गयी। योग दिवस का मुख्य उद्देश्य यही है, कि लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाए। साथ ही साथ उन्हें योग के लाभों के बारे में भी जानकारी प्रदान की जाए। साथ ही साथ लोगों को बताया जाए कि वह योग को अपने जीवन में जोड़कर एक बेहतरीन जीवन यापन कर सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उद्देश्य को निर्धारित करने के बाद ही योग दिवस मनाने का विचार आया होगा।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है। कि पूरी दुनिया में स्वास्थ्य को चुनौती देने वाली बीमारियों कि दर को कम किया जा सके। तथा लोगों को मानसिक तथा शारीरिक रूप से सशक्त किया जाए। ताकि कोई भी बीमारी लोगों पर जल्दी से काबू करने में सक्षम ना हो। इसीलिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वाले दिन सभी लोगों को योगा अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। योगा दिवस के माध्यम से दुनिया भर में शांति तथा विकास करने का संदेश दिया जाता है। योगा अपने आप में एक अभिन्न अंग है। जो देशभर की समस्याओं का समाधान कर सकता है।

विश्व योग दिवस का महत्व? (Imporatnce of Yoga Day?)

विश्व योग दिवस का अपने आप में बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी बीमारियों पर विजय प्राप्त कर सकता है। प्राचीन समय में योग को भारतीय कला का प्रतीक भी माना जाता है। यानी कि प्राचीन भारतीय योगा को सकारात्मकता और ऊर्जावान का जरिया मानते हैं। यही कारण है कि विश्व योग दिवस का बहुत महत्व हमारे जीवन में है। क्योंकि इसके माध्यम से हम अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। साथ ही अपने अंदर फुर्तीलापन और अलग एहसास को महसूस कर सकते हैं।

साथ ही इस दिन को विशेष रुप से इसलिए भी मनाया जाता है ताकि लोगों को योगा से संबंधित जानकारी प्रदान की जा सकें। क्योंकि हमारे आसपास समाज में तनाव बहुत फैल चुका है। तनाव मुक्त जीवन प्राप्त करने के लिए योगा एक सबसे आसान तरीका है। कहा जाता है, कि योगा भारतीय ज्ञान की 5000 साल पुरानी विरासत है। योगा के प्रवर्तक महर्षि पतंजलि को माना जाता है। इनका जीवन योगाभ्यास में ही व्यतीत हुआ है। इन्होंने योग के बहुत से फायदे बताए हैं। जिनके माध्यम से लोग एक सरल और सुगम जीवन जीने में सक्षम हुए हैं।

प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस? (First international Yoga Day?)

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को बहुत ही शांति के साथ मनाया जाता है। इसी दिन पूरी दुनिया के द्वारा बड़ी धूमधाम से योग दिवस मनाया गया है। प्रथम योग दिवस 21 जून 2015 को 36000 लोगों ने योग सम्बन्धी कार्यो में हिस्सा लिया था। इस दिन करीब करीब 86 देशों के प्रतिनिधियों ने योग के 21 आसन भी किये थे। इन 21 आसनों ने कोरोना काल मे स्वास्थ्य के प्रति बहुत अच्छी भूमिका निभाई है। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वाले दिन प्रत्येक देश ने योगा के प्रति बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। उस दिन से आज तक प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है।

योग करने के फायदे? (Benefits of Yoga?)

योग करने के क्या-क्या फायदे होते हैं? तथा योग करने से स्वास्थ्य को किस प्रकार ठीक रखा जा सकता है? यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। तो परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको बताया है। कि योग करने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं? तथा योग करने से आप किस प्रकार सभी बीमारियों पर काबू पा सकते हैं? यदि आप यह जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो नीचे सभी पॉइंट को ध्यानपूर्वक पढ़े।

  • यदि आप रोज़ सुबह उठकर नियमित रूप से योगाभ्यास करते है, अथवा योग को अपनी दिनचर्या ने शामिल करते है। तो योग के माध्यम से आप स्वास्थ्य संबंधी सभी समस्या को दूर करने में सक्षम होंगे।
  • दिन पर दिन हमारी जीवन शैली बदलती जा रही है। जिसके लिए हमे योग करना बहुत जरूरी हो गया है। क्योंकि योग जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भी बहुत सहायता करता है।
  • योग करने से व्यक्ति शारारिक और मानसिक दोनो रूप से स्वस्थ रहता है। तथा उसे किसी भी प्रकार का depressiom नहीं होता है।
  • यदि आप योग का रोज अभ्यास करते हैं तो उससे न केवल मानसिक बल्कि शांतिपूर्ण वातावरण भी बनता है।
  • यदि आप प्रतिदिन रोज सुबह उठकर योग करते हैं  तो आपके अंदर एक नई ऊर्जा और शक्ति का विकास होता है।
  • यदि आपको किसी प्रकार की बीमारी है। तब भी आप रोज योगा करके अपनी बीमारी बीमारी पर काबू पा सकते है।
  • बदलते मौसम के कारण होने वाली बीमारियों की दर कम करने के लिए भी योगा किया जाता है।
  • अपनी दिनचर्या में योगा सम्मिलित करने से व्यक्ति का रक्त परिसंचरण और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
  • योग के माध्यम से आप अपने वजन को कम करने और कार्डियो सिस्टम को स्वस्थ रखने में सक्षम होते हैं।

योग दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):-

Q:-1. प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कब और क्यों मनाया गया था?

Ans:-1. प्रथम अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 21 जून 2015 को 117 देशों में मनाया गया था। इसको मनाने का उद्देश्य यह था, कि लोगों को योग के प्रति जागरूक किया जा सके।

Q:-2. वर्ष 2022 में कौन सा योग दिवस मनाया गया तथा वर्ष 2024 में कौन सा योग दिवस मनाया जाएगा?

Ans:-2. वर्ष 2022 में 8 वां योग दिवस मनाया गया था। तथा वर्ष 2024 में 9 वां योग दिवस मनाया जाएगा।

Q:-3. योग दिवस किसका प्रतीक है?

Ans:-3. ऐसा कहा जाता है, कि योग दिवस प्राचीन भारतीय कला का प्रतीक है। अर्थात योग प्राचीन काल की विरासत है।

Q:-4. योग दिवस का उद्देश्य क्या है?

Ans:-4. योग दिवस का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है। कि लोगों को योग के प्रति जागरूक किया जा सके तथा उन्हें स्वास्थ्य से जुड़कर अच्छा जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जा सके।

Q:-5. योग दिवस को किसके द्वारा मान्यता प्राप्त हुई?

Ans:-5. योग दिवस को संयुक्त राष्ट्रीय महासभा के द्वारा नरेंद्र मोदी जी के पहल करने पर 11 दिसंबर 2014 को विश्व स्तर पर योग दिवस मनाने की मान्यता प्राप्त हुई।

निष्कर्ष (Conclusion):- आज हमने अपने इस लेख में योग दिवस क्या होता है? तथा योग दिवस कैसे और क्यों मनाया जाता है? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी को विस्तार पूर्वक बताया है। यदि आपको योग दिवस से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं थी। तो हमारे इस लेख के माध्यम से आपको योग दिवस से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में पता चल गया होगा। साथ ही हमने अपने इस लेख में योग दिवस के इतिहास और महत्व की भी जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी बेहद पसंद आई होगी। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर अवश्य बताइए। साथ ही हमारे इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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