हर समय देश में चर्चा का विषय बनी रहने वाली जेड प्लस सिक्योरिटी एक नंबर वन सिक्योरिटी है। बहुत से लोग जेड प्लस सिक्योरिटी का नाम पहली बार सुन रहे होंगे। साथ ही साथ उनके मन में इससे संबंधित बहुत सारे सवाल उठ रहे होंगे। जैसे:- जेड प्लस सिक्योरिटी किसे दी जाती है? जेड प्लस सिक्योरिटी क्या होती है? तो आपको इन सब सवालों से घबराने की आवश्यकता नहीं है। आज हमारे द्वारा आप सभी लोगों के लिए यह लेख जारी किया गया है। इसके अंतर्गत हमारे द्वारा आपको Z plus security kya hoti hai? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है।
जेड प्लस सिक्योरिटी अपने आप में एक बहुत ही बड़ी सिक्योरिटी है क्योंकि यह सिक्योरिटी बहुत ही बड़े नेताओं को प्रदान की जाती है। फिर भी बहुत से लोग इस जेड प्लस सिक्योरिटी को प्राप्त करना चाहते हैं। परंतु उन्हें इससे संबंधित कोई भी जानकारी नहीं होती है। हम आपको बता दें कि हमारे द्वारा इस लेख में Z plus security kya hoti hai? Who is given Z plus security? तथा How get Z plus security? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। यदि आपको यह सारी जानकारी प्राप्त करनी है। तो आपको हमारे द्वारा जारी किया गया यह लेख अंत तक अवश्य पढ़ना होगा।
जेड प्लस सिक्योरिटी क्या है? (What is Z plus security?)
जेड प्लस सिक्योरिटी से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने से पहले आपको यह पता होना आवश्यक है कि Z plus security kya hoti hai? जब भी आपके द्वारा सुरक्षा की बात की जाती होगी। तो आपको किसी न किसी कंपनी का नाम अवश्य याद आता होगा। हमारे देश की सुरक्षा हेतु BSF, एयरफोर्स आदि फोर्स के नाम देखे जाते हैं। साथ ही साथ सामान्य व्यक्ति की सुरक्षा हेतु पुलिस तैनात रहती है। अभिनेता और बड़े नेताओं के लिए यदि किसी भी सुरक्षा की बात की जाती है। तो आप ने विभिन्न प्रकार की सुरक्षा जैसे:- जेड प्लस सिक्योरिटी, जेड सिक्योरिटी आदि का नाम अवश्य सुना होगा।
जेड प्लस सिक्योरिटी की बात करें तो यह भारत की सबसे बड़ी वीआइपी सुरक्षा सेवा है। जिस व्यक्ति को यह सुरक्षा सेवा प्रदान की जाती है। उसके साथ कुल 36 लोगों का एक बल होता है। जिसके अंतर्गत एसपीजी और एनएसजी के 10 कमांडो उपस्थित होते हैं। साथ ही साथ इसके अंतर्गत 10 लोगों को पुलिस बल से भी लिया जाता है। जेड प्लस सिक्योरिटी सबसे सख्त सिक्योरिटी की श्रेणी में आती है। यह एक बेहतरीन प्रकार की सुरक्षा सेवा होती है। इसके अंदर उपस्थित सभी कमांडो किसी भी खतरे और आक्रमण से व्यक्ति को बचाने में सक्षम होते हैं।
जेड प्लस सिक्योरिटी में इन श्रेणियों में जवान तैनात होते हैं? (Jawans are posted in these categories in Z plus Security?)
जिस व्यक्ति को जिस व्यक्ति को जेड प्लस सिक्योरिटी दी जाती है। उस व्यक्ति के साथ चलते समय पहले घेरे के अंदर एनएससी के अधिकारी उपस्थित होते हैं। जो चारों तरफ के माहौल को आसानी से भापते हैं और प्रत्येक चीज को बारीकी से देखते हैं। तथा इसी प्रकार एक दूसरा घेरा होता है। जिसके अंतर्गत एसपीजी, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान होते हैं। यह सभी अधिकारी किसी भी प्रकार की अंदरूनी कार्यवाही करते हैं। जेड प्लस सिक्योरिटी बहुत ही सुरक्षा पूर्ण सिक्योरिटी होती है। इसके अंदर उपस्थित सभी जवान बहुत ही शक्तिशाली होते हैं।
जेड प्लस सिक्योरिटी कैसे मिलती है? (How to get Z plus security?)
भारत में बहुत से मशहूर लोगों के द्वारा जेड प्लस सिक्योरिटी की मांग की जाती है। वह लोग सिक्योरिटी की मांग तब करते हैं। जब उन्हें अपने ऊपर किसी भी प्रकार के हमले का खतरा नजर आता है इसीलिए यह सिक्योरिटी आमतौर पर राजनीतिक नेताओं जिन पर जान का खतरा होता है। उनको दी जाती है। साथ ही साथ हमारे देश में रह रहे वीआईपी लोगों को भी यह सुविधा प्रदान की जाती है। परंतु इस सुविधा को पाने के लिए इन लोगों को सरकार से आवेदन करना होता है।
जैसे ही लोगों के द्वारा इस सिक्योरिटी के लिए आवेदन किया जाता है। खुफिया एजेंसियों के द्वारा इस बात का पता लगाया जाता है कि इन लोगों को यह सिक्योरिटी दी जानी चाहिए या नहीं। इसके तत्पश्चात यह सुनिश्चित होता है कि व्यक्ति किस श्रेणी की सुरक्षा के लिए उपयुक्त है। इसके उपरांत मुख्य सचिव और गृह सचिव का समुदाय यह निर्णय लेता है। कि जो व्यक्ति सिक्योरिटी प्राप्त करने का दावा कर रहा है। उसे किस प्रकार की सिक्योरिटी दी जानी चाहिए।
जेड प्लस सिक्योरिटी किसे दी जाती है? (Who is given Z plus security?)
हमारे द्वारा आपको पर बताया गया है। कि जेड प्लस सिक्योरिटी कैसे प्राप्त की जा सकती है? परंतु यह जेड प्लस सिक्योरिटी मुख्य तौर पर किसे दी जाती है? तो हम आपको बता दें, जेड प्लस सिक्योरिटी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सर्वोच्च और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री डिफॉल्ट सिक्योरिटी को प्रदान करने में सक्षम होते हैं और यह सभी अधिकारी खुद भी इस सिक्योरिटी के पात्र होते हैं। साथ ही साथ जो लोग इस सुरक्षा के पात्र होते हैं। उन्हें यह सुरक्षा दी जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री और उनके घर को भी जेड प्लस की सुरक्षा प्रदान दी जाती है। जेड प्लस सिक्योरिटी नीचे दिए गए अधिकारियों को प्रदान की जाती है। जो कि निम्न प्रकार है-
- उपराष्ट्रपति
- राष्ट्रपति
- प्रधानमंत्री
- सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट जज
- राज्यपाल
- मुख्यमंत्री प्रमुख नेता
- प्रसिद्ध कलाकार
- कोई खिलाड़ी
- देश का कोई प्रसिद्ध नागरिक और महत्वपूर्ण नागरिक
जेड प्लस सिक्योरिटी का गठन कैसे हुआ? (How Z plus security was formed?)
आजादी के बाद हमारे देश की रक्षा हेतु बहुत से फ़ोर्स सामने आयी थी। परंतु जब अधिकारियों की जान का खतरा बनती हुई स्थिति देखी तब अन्य बलों का भी गठन किया गया। जब सुरक्षा बलों का गठन हो रहा था। उसी में से एक जेड प्लस सिक्योरिटी का भी गठन किया गया। जेड प्लस सिक्योरिटी का गठन 8 अप्रैल 1985 में हुआ था। बल के अंदर जिन जवानों को शामिल किया जाता है। उन्हें विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है। इस ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद ही इन जवानों को तत्कालीन प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा एसपीजी कमांडो का सुरक्षा कवच दिया जाता है। यह Z प्लस की सुरक्षा को केवल 15 लोगों को ही दिया जाता है।
जेड प्लस सिक्योरिटी के मुख्य हथियार कौन से हैं? (What are the main weapons of Z plus security?)
जिस नेता और प्रसिद्ध व्यक्ति को जेड प्लस सिक्योरिटी दी जाती है। उसकी सुरक्षा हेतु मौके वारदात पर जेड प्लस सिक्योरिटी के पास कुछ मुख्य हथियार होते हैं। यह मुख्य हथियार German heckler & koch MP5 submachine guns, koch PSG1 sniper rifles, Austrian Glock – 17 pistols और swiss SIG 551 assault rifles होते हैं। ड्यूटी के दौरान इन जवानों के द्वारा हाई ग्रेड बुलेट प्रूफ वेस्ट पहना जाता है। जिसका वजन 2.2 किलोग्राम होता है। इन हथियारों का इस्तेमाल जवानों के द्वारा बहुत ही गंभीर परिस्थिति में किया जाता है क्योंकि इन हत्यारों को इस्तेमाल करने के लिए बहुत से कायदे कानूनों का ध्यान रखना पड़ता है।
भारत में जेड प्लस सिक्योरिटी की कीमत क्या है? (What is the cost of Z plus security in india?)
जेड प्लस सिक्योरिटी की सुरक्षा कीमत एनएसजी कमांडो की संख्या पर आधारित होती है। लेकिन यदि मुख्य रूप से डाटा सिक्योरिटी की कीमत की बात की जाए। तो यह 7 लाख से 25 लाख रुपए तक होती है। परंतु व्यक्ति और स्थिति के अनुसार यह कीमत अलग-अलग भी हो सकती है। सिक्योरिटी का सालाना बजट 300 करोड़ के आसपास होता है इसीलिए इस सुरक्षा को देश की सबसे महंगी सुरक्षा भी कहा जाता है। यही कारण है कि आम आदमी को यह सुरक्षा नहीं दी जा सकती है।
जेड प्लस सिक्योरिटी के लाभ? (Benefits of Z plus security?)
जेड प्लस सिक्योरिटी को प्राप्त करने के बाद आपको एक विशेष प्रकार की सुरक्षा प्रदान की जाती है। जिस व्यक्ति के द्वारा इस सिक्योरिटी को लिया जाता है। वह बिना किसी भय के किसी भी कार्य को कर सकता है। जेड प्लस सिक्योरिटी रखने वाले व्यक्ति की एक अलग छवि समाज में बनती है क्योंकि यह एक सबसे महंगी सुरक्षा में से एक है। और जब व्यक्ति इस सुरक्षा को रखता है। तो वह बहुत ही गर्व महसूस करता है क्योंकि बहुत चुनिंदा व्यक्ति ही ज प्लस सिक्योरिटी को प्राप्त कर सकते हैं।
जेड प्लस सिक्योरिटी अन्य सिक्योरिटी से भिन्न कैसे है? (How is Z plus security different from other security?)
ऐसा नहीं है कि हमारे देश में केवल जेड प्लस सिक्योरिटी है। हमारे देश में अन्य सिक्योरिटी भी उपस्थित है। परंतु हम यहां आपको बताएंगे कि जेड प्लस सिक्योरिटी अन्य सिक्योरिटी से किस प्रकार भिन्न है। सिक्योरिटी मुख्य रूप से चार प्रकार की होती हैं- X, Y, Z, Z+ परंतु मैं आपको बता दूं कि जेड प्लस सिक्योरिटी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त होता है क्योंकि इस सिक्योरिटी के अंदर उन जवानों को शामिल किया जाता है। जो पहले से अनुभवी होते हैं और शारीरिक और मानसिक तौर पर बहुत ही मजबूत होते हैं। यह अन्य सिक्योरिटी से इसलिए भिन्न है क्योंकि देश के लगभग 450 लोगों को सिक्योरिटी प्रदान की जाती है। परंतु जेड प्लस सिक्योरिटी केबल 15 लोगों को दी जाती है।
जेड प्लस सिक्योरिटी क्या होती है? इससे संबंधित प्रश्न का उत्तर (FAQs):-
Q:-1. जेड प्लस सिक्योरिटी क्या होती है?
Ans:-1. जेड प्लस सिक्योरिटी एक तरीके का सुरक्षा बल होता है। जो बहुत ही प्रसिद्ध व्यक्तियों और नेताओं को प्रदान की जाती है। यह नंबर वन सिक्योरिटी में से एक है।
Q:-2. जेड प्लस सिक्योरिटी किसे दी जाती है?
Ans:-2. जेड प्लस सिक्योरिटी केबल 15 लोगों को दी जाती है। इस सिक्योरिटी के हकदार प्रधानमंत्री उपराष्ट्रपति पूर्व प्रधानमंत्री राष्ट्रपति आदि सभी अधिकारी होते हैं।
Q:-3. जेड प्लस सिक्योरिटी का गठन कब हुआ?
Ans:-3. सुरक्षा हेतु जेड प्लस सिक्योरिटी का गठन किया गया था। इसका गठन 8 अप्रैल 1985 में हुआ था। जो व्यक्तियों की सुरक्षा हेतु किया गया था।
Q:-4. जेड प्लस सिक्योरिटी अन्य सिक्योरिटी से भिन्न कैसे हैं?
Ans:-4. इस देश में लगभग 450 लोगों को सिक्योरिटी दी गई है। परंतु जेड प्लस सिक्योरिटी केवल 15 लोगों को ही दी जाती है। इस प्रकार जेड प्लस सिक्योरिटी अन्य सिक्योरिटी से भिन्न है।
Q:-5. जेड प्लस सिक्योरिटी के क्या लाभ है?
Ans:-5. जेड प्लस सिक्योरिटी के लाभ हमारे द्वारा इस लेख में दिए गए हैं। यदि आप जेड प्लस सिक्योरिटी के लाभ की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो इस लेख को अवश्य पढ़ें।
निष्कर्ष (Conclusion):-
आज हमारे द्वारा इस लेख में आपको Z plus security kya hoti hai? इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। यदि आपको जेड प्लस सिक्योरिटी से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं थी। तो हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा ऊपर इस लेख में आपको जेड प्लस सिक्योरिटी से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। जिसमें आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी। साथ ही साथ इस लेख में हमारे द्वारा बताया गया है कि जेड प्लस के क्या क्या लाभ होते हैं? यदि आप हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए। साथ ही साथ हमारे इस लेख को अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले।