जनता के द्वारा बहुत से ऐसे कार्य होते हैं। जिन्हें वह संबंधित विभाग में जाकर निपटाते हैं। तथा अपनी तरफ से पूर्ण कोशिश करते हैं। परंतु फिर भी वह कार्य रिश्वत के ऊपर आकर रुक जाते हैं। कुछ लोग सक्षम होते हैं। जो रिश्वत देकर अपने कार्य करवा लेते हैं। परंतु कुछ लोग पैसे देने में समर्थ नहीं होते है। जिस कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। तथा उनका कार्य कर्मचारियों द्वारा नहीं कराया जाता है। यदि आप भी इस परेशानी से गुजर रहे हैं। तो आप अपने जिले के जिलाधिकारी के पास आकर शिकायत कर सकते हैं। हमारे द्वारा इस लेख में जिलाधिकारी को शिकायत कैसे करें? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया जा रहा है।
यह बात आप सभी जानते हैं। कि एक जिलाधिकारी अपने जिले का सबसे बड़ा अधिकारी होता है। अर्थात उस जिले में काम कर रहे सभी विभाग के कर्मचारी जिलाधिकारी के आदेशों का पालन करते हैं। और उन्हीं के निर्देश पर अपना कार्य करते हैं। यदि आपके कार्य को करने हेतु किसी भी विभाग के कर्मचारी द्वारा आपसे रिश्वत की मांग की जा रही है। तो आप इसकी शिकायत अपने जिले के डीएम यानी जिलाधिकारी से कर सकते हैं। यदि आपको नहीं पता कि How to complaint to DM? तो हमारे इस लेख में इससे संबंधित जानकारी के बारे में बताया गया है। यदि आप इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
जिलाधिकारी को शिकायत करने से संबंधित जानकारी? (Information about Complaining DM?)
संपूर्ण जिले की सारी शक्तियां जिलाधिकारी के अंदर निहित होती है। साधारण भाषा में अगर समझा जाए तो हम कह सकते हैं। कि पूरे जिले में होने वाले सभी कार्यों का प्रमुख जिला अधिकारी होता है। जिला अधिकारी के द्वारा मुख्य रूप से प्रशासनिक कार्य का निरीक्षण किया जाता है। साथ ही डीएम के द्वारा ही जिले में कानून व्यवस्था को बनाए रखने का कार्य किया जाता है। जनता में निवास करने वाले नागरिकों की समस्या का समाधान करने की जिम्मेदारी भी जिलाधिकारी की होती है। यदि आपको अपने जिले के अंतर्गत आने वाले किसी भी विभाग से संबंधित या फिर किसी कर्मचारी से संबंधित कोई भी समस्या है। तो आप जिलाधिकारी को शिकायत करने में सक्षम होते हैं।
जिलाधिकारी को शिकायत कैसे करें? (How to Complaint for a District minister?)
जिला अधिकारी को इंग्लिश में District magistrate कहा जाता है। इसीलिए लोग जिलाधिकारी को शॉर्ट में DM के नाम से जानते हैं। आज जिलाधिकारी से अपनी किसी भी प्रकार की समस्या से संबंधित शिकायत को लिखित रूप में एप्लीकेशन के माध्यम से करने में सक्षम होते हैं। यदि आपको नहीं पता कि जिलाधिकारी की शिकायत कैसे करें? साथ ही यदि आपको नहीं पता कि जिलाधिकारी को एप्लीकेशन कैसे लिखें? तो इसके लिए नीचे हमने अपने इस लेख में एप्लीकेशन का प्रारूप दिया है। जिसको देखकर आप अपनी एप्लीकेशन जिलाधिकारी को शिकायत दर्ज कराने हेतु लिख सकते हैं। यह प्रारूप निम्न प्रकार है-
किसी सरकारी कर्मचारी के रिश्वत मांगने के संबंध में
यदि कोई कर सरकारी कर्मचारी आपसे किसी कार्य कराने हेतु रिश्वत मांगता है। तथा आप अपनी शिकायत डीएम के पास दर्ज कराना चाहते हैं। तो इसके संबंध में हमारे द्वारा नीचे एप्लीकेशन का प्रारूप दिया गया है। जो कि निम्न प्रकार है-
सेवा में,
जिला अधिकारी,
सिविल लाइंस,
शाजहाँपुर
उत्तर प्रदेश,
विषय:- लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने के संबंध
महोदय,
सविनय निवेदन इस प्रकार है, कि मेरा नाम नीरज कुमार है। और मैं सिविल लाइन शाजहाँपुर में रहने वाला व्यक्ति हूं। कुछ समय पहले ही मेरे पिताजी का निधन हो गया है। तथा मैं उनका इकलौता पुत्र हूं। अतः निवेदन इस प्रकार है, कि मैं अपने पिता की जमीन अपने नाम कराना चाहता हूं। तथा मैं अपने क्षेत्र के लेखपाल के समक्ष इससे संबंधित सभी दस्तावेज प्रस्तुत कर चुका हूं। इसके पश्चात लेखपाल द्वारा इस कार्य को कराने हेतु मुझसे ₹10000 की मांग की जा रही है। मेरी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि मैं यह धनराशि उन्हें प्रदान कर सकूं।
अतः आपसे निवेदन है कि इस प्रकार के भ्रष्ट कर्मचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करी जाए साथी मेरे कार्य को कराने हेतु मेरी सहायता की जाए आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद। प्रार्थी:- नीरज कुमार
दिनांक:- 2-11-2022.
जिलाधिकारी को ऑनलाइन शिकायत कैसे करें? (How to complain Online For DM?)
नागरिकों द्वारा अपनी शिकायत बहुत ही आसानी से जिलाधिकारी तक पहुंचाने हेतु सरकार द्वारा ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की गई है। इन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से नागरिक अपनी शिकायत जिलाधिकारी के पास बहुत ही आसानी से करने में सक्षम होते हैं। ऐसा करने के लिए आपको किसी भी विभाग तथा कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि आप जानना चाहते है। How to complaimt online to DM तो इसकी प्रक्रिया की जानकारी नीचे दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-
- जिलाधिकारी को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने हेतु सर्वप्रथम आपको अपने मोबाइल या लैपटॉप में यूपी जनसुनवाई पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट https://jansunwai.up.nic.in को विजिट करना होगा।
- जैसे ही आप इस वेबसाइट को ओपन करेंगे। आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा। इस पेज पर आपको शिकायत पंजीकरण का लिंक दिखाई देगा। शिकायत करने हेतु आपको इस लिंक पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा। जिस पर दी गई संपूर्ण जानकारी को पढ़ने के बाद “मैं सहमत हूं कि मेरी जन शिकायत वर्णित श्रेणियों में नहीं आती है” के सामने वाले बटन पर टिक करें। तब नीचे दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा। जिसमें आपको मांगी भी संपूर्ण जानकारी जैसे:- मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि को निर्धारित स्थान पर भरना होगा। तथा दिए गए कैप्चा को खाली स्थान पर भर के सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- अब आपके रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। जिसे आपको अपनी स्क्रीन पर भरना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- यहां आपको आपकी शिकायत से संबंधित सभी डॉक्यूमेंट को स्कैन करके अपलोड करना होगा। तथा नीचे दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप सब में बटन पर क्लिक करेंगे आपकी कंप्लेंट रजिस्टर्ड कर दी जाएगी। तथा आपको शिकायत पंजीकरण का एक नंबर मिलेगा। यह नंबर आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के इनबॉक्स में मिलेगा।
- इस प्रकार आप ऊपर दी गई संपूर्ण प्रक्रिया को अपनाकर अपनी शिकायत ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जिला अधिकारी के पास दर्ज करा सकते हैं।
शिकायत की स्थिति कैसे चेक करें? How to Check the Status Of Complaint?)
यदि आपने ऑनलाइन माध्यम से अपनी शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर जमा कर दी है। तथा आप इस बात का पता लगाना चाहते हैं। कि आखिर आपकी की गई शिकायत की कार्रवाई कहां तक पहुंची है? तो आप इस बात की जानकारी भी ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। शिकायत की स्थिति प्राप्त करने के लिए हमारे द्वारा नीचे इसकी संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी को बताया गया है। हमने नीचे आपको स्टेप बाय स्टेप संपूर्ण जानकारी दी है। जो कि निम्न प्रकार है-
- यदि आप अपनी ऑनलाइन माध्यम से की गई शिकायत की स्थिति को जाना चाहते हैं तो सर्वप्रथम http://jansunwai.up.nic.in/ पर जाना होगा।
- जैसे ही आप जनसुनवाई पोर्टल के ऑनलाइन वेबसाइट पर जाएंगे। आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा। जिस पर आपको शिकायत की स्थिति का एक ऑप्शन दिखाई देगा। शिकायत की स्थिति को जांचने हेतु आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे। आपके सामने एक नई विंडो खुल जाएगी। इसमें आपको पूछी गई जानकारी जैसे:- मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी तथा सबसे महत्वपूर्ण शिकायत संख्या आदि को निर्धारित स्थान पर भरना होगा। साथ ही नीचे दिए गए कैप्चा कोड को भरकर सबमिट बटन पर क्लिक करें।।
- जैसे ही आप समय बटन पर क्लिक करेंगे। आपकी स्क्रीन पर आपकी शिकायत से संबंधित सभी जानकारी प्रस्तुत हो जाएगी। जिसमें आपको यह पता चलेगा। कि आप की शिकायत की कार्रवाई कहां तक पहुंची है।
- इस प्रकार ऊपर दी गई संपूर्ण प्रक्रिया को अपनाकर आप अपनी की गई ऑनलाइन शिकायत की स्थिति चेक कर सकते हैं।
शिकायत के समाधान ना होने पर क्या करें? (What to do if Complaint is not resolved?)
यदि आपने ऑनलाइन माध्यम से अपनी शिकायत जनसुनवाई के पोर्टल पर दर्ज करा दी है। साथ ही आप उसकी स्थिति को लगातार जांच रहे हैं। परंतु आपकी की गई शिकायत पर एक हफ्ते तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं होती है। तो आप इसके लिए जनसुनवाई पोर्टल पर रिमाइंडर भी भेज सकते हैं। रिमाइंडर भेजने के तत्पश्चात आपकी कंप्लेंट का निदान शीघ्रता से किया जाएगा। रिमाइंडर भेजने के कुछ स्टेप के बारे में नीचे जानकारी दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-
- यदि आपके द्वारा की गई ऑनलाइन शिकायत पर जनसुनवाई पोर्टल में कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है। तो आपको जनसुनवाई पोर्टल पर रिमाइंडर भेजने हेतु इन लिंक http://jansunwai.up.nic.in/sendReminder.htm पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आपकी स्क्रीन के सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा। इस पेज पर आपको शिकायत नंबर दर्ज कर “खोजे” का एक विकल्प दिखाई देगा। रिमाइंडर भेजने हेतु आपको इस विकल्प को चुनना होगा।
- इसके तत्पश्चात आपको अपनी स्क्रीन पर आपके द्वारा भेजी गई ऑनलाइन शिकायत प्रस्तुत हो जाएगी। यहीं से आप अपनी शिकायत हेतु जनसुनवाई पोर्टल पर रिमाइंडर भेज सकते हैं।
- रिमाइंडर भेजने के तत्पश्चात जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से आपकी शिकायत का शीघ्र ही निदान हो जाएगा। ऊपर दी गई संपूर्ण प्रक्रिया को अपनाकर आप जनसुनवाई पोर्टल को रिमाइंडर भेजने हेतु सक्षम होते हैं।
जिलाधिकारी को शिकायत कैसे करें? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQ):-
Q:-1. डीएम किसे कहते हैं?
Ans:-1. डीएम पूरे जिले का चालक होता है। अर्थात हम कह सकते हैं कि पूरे जिले में सभी कार्यों का सर्वोपरि तथा जिले का सबसे बड़ा अधिकारी होता है।
Q:-2. DM की फुल फॉर्म क्या होती है?
Q:-2. Dm की फुल फॉर्म District magistrate होती है। इसे हिंदी में जिलाधिकारी के नाम से जाना जाता है।
Q:-3. जिलाधिकारी को शिकायत कैसे करें?
Ans:-3. जिलाधिकारी को आप ऑनलाइन माध्यम से शिकायत करने में सक्षम होते हैं। जिसके द्वारा आप घर बैठे आसानी से अपनी समस्या का निदान पा सकते है।
Q:-4. जिलाधिकारी को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने हेतु कौन से पोर्टल पर जाना होता है।
Ans:-4. जिलाधिकारी को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने हेतु http://jansunwai.up.nic.in पोर्टल पर जाना होगा।
Q:-5. यदि शिकायत का समाधान ना हो तो क्या करना चाहिए?
Ans:-5. यदि आपके द्वारा की गई शिकायत का समाधान जनसुनवाई पोर्टल के द्वारा नहीं किया जाता है। तो आप पुनः जनसुनवाई पोर्टल पर रिमाइंडर भेज सकते हैं।
Ans:-6. जनसुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायत की कार्यवाही हुई है या नहीं। इसकी जानकारी प्राप्त करने हेतु आपको ऊपर दी गई प्रक्रिया फॉलो करनी होगी।
निष्कर्ष (Conclusion):-
आज हमारे द्वारा अपने इस लेख में जिलाधिकारी को शिकायत कैसे करें? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया गया है। यदि आप भी ऐसी परेशानियों से गुजर रहे हैं। जिनमे आपसे आपके कार्य कराने हेतु अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है। तो आप भी हमारे द्वारा ऊपर बताई गई प्रक्रिया को फॉलो करके अपने जिलाधिकारी को शिकायत कर सकते हैं।
हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी अवश्य ही पसंद आई होगी। यदि आपको हमारी जानकारी से संबंधित कोई भी समस्या है। तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर अवश्य बताइए। साथ ही हमारे इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।
निवेदन है कि हमारे यहां रोज तार टूट रहा है 11000 के दो पल तार जल गया है इसे सही करने का कष्ट करें बरसात का मौसम है इसमें दुर्घटना हो रमनगरा पोस्ट परेवा जा ल थाना अटरिया तहसील सिधौली जिला सीतापुर सर आपकी महान कृपा होगी सही करने का कष्ट करें है
रमनगरा पोस्ट परेवा जा ल थाना अटरिया तहसील सिधौली जिला सीतापुर सर आपकी महान कृपा होगी सही करने का कष्ट करें
Hello sir ,
Kaise ki hame ek hi shikayat ko mukhaymantri,jiladhikari,upjiladhikari,pulisadhikshak ko bhejana hai to esme aapsan to nahi diya hai ki aap haha se jiladhikari ko aur haha se upjiladhikari ko,aur haha se mukhaymantri ko, pulisadhikshak ko bhej skate hai opsan nahi deta hai kaise pata chalega ki hamara shikayat patr sahi hahaha pahucha ki nahi .
Esme vibhag diya hai lekin ye nahi hai ki aap haha se enke pas dayrekt apna shikayat bheje sake . Please help me