बायोलॉजी क्या है? बायोलॉजी विषय से क्या करें?

बायोलॉजी विषय के बारे में आप सभी ने सुना होगा। परंतु बायोलॉजी विषय में ज्यादातर लोग दिलचस्पी नहीं रखते हैं।  जो लोग इस विषय को पढ़ने के इच्छुक होते हैं। उन्हें यह विषय बेहद पसंद आता है क्योंकि इसके अंदर आप अपने पर्यावरण से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में जानते हैं। बायोलॉजी अपने आप में एक बहुत अच्छा विषय है। जिसके अंतर्गत आप अपने जीवन के बारे में जानते हैं। यही कारण है कि जिन लोगों को इसके बारे में नहीं पता है। उनके लिए हमारे द्वारा इस लेख को जारी किया गया है। यदि आप जानना चाहते हैं कि Biology kya hai? तो हमारा यह लेख आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

विज्ञान हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है। इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता है। परंतु विज्ञान के अंदर बायोलॉजी विषय मानव शरीर से लेकर हमारे आसपास तक के पर्यावरण की संपूर्ण जानकारी अपने अंदर निहित रखता है। यह विषय हमें अपनी जिंदगी से जोड़ता है। इसीलिए यदि आप भी बायोलॉजी के बारे में जानना चाहते है। तो हम आपको अपने इस आर्टिकल के अंतर्गत आज What is Biology? से संबंधित संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान करने वाले हैं। हमारे द्वारा दी गई संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करने के बाद आप अपने भविष्य को भी सुनिश्चित करने में सक्षम होंगे। अधिक जानकारी के लिए हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

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बायोलॉजी क्या है? (What is biology?)

बायोलॉजी का नाम सभी विद्यार्थियों में सुना होगा। परंतु What is Biology? इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है। इसीलिए हम यहां आपको इसकी जानकारी दे रहे हैं। बायोलॉजी विज्ञान विषय की एक शाखा है। जिसके अंतर्गत हमारे द्वारा सभी जीवधारियों का अध्ययन किया जाता है। बायोलॉजी शब्द मुख्य दो शब्दों से मिलकर बना होता है। Bio और logy जिसमें बायो का मतलब लाइफ अर्थात जीवन से होता है, तथा लॉजी का अर्थ स्टडी अध्ययन से होता है। इसीलिए बायोलॉजी शब्द से ही प्रत्येक व्यक्ति इसके मतलब को समझ सकता है। बायोलॉजी का मतलब जीवन का अध्ययन करने से होता है।

बायोलॉजी क्या है? बायोलॉजी विषय से क्या करें?

1801 में सर्वप्रथम बायलॉजी शब्द का इस्तेमाल लमर्क्स और उनकी टीम के द्वारा किया गया था। क्रमबद्ध तरीके से बायोलॉजी का ज्ञान ग्रीक दार्शनिक अरस्तु के काल में ही प्रसिद्ध हुआ था। इन्ही के द्वारा सर्वप्रथम पौधों और जंतुओं के जीवन के विभिन्न पक्षों के बारे में अपने विचार को प्रकट किया गया था। उन्होंने अलग-अलग प्रकार की व्याख्या हमारे सामने प्रस्तुत की थी। जीव विज्ञान के बारे में व्याख्या करने हेतु इन्हें जीव विज्ञान का पितामाह कहा जाता है। परंतु जंतुओं के विभिन्न पक्षो के बारे में इनके द्वारा व्याख्या की गई थी। जिस कारण इनको जीव विज्ञान का भी पिता कहा जाता है। यही कारण है कि अरस्तु जीव विज्ञान में एक अहम व्यक्ति है।

बायोलॉजी को कितने भागों में बांटा गया है? (Biology is divided into How many parts?)

अरस्तु के बाद बायोलॉजी की व्याख्या करने वाले बहुत से वैज्ञानिक सामने आए, परंतु अरस्तु के द्वारा सर्वप्रथम बायोलॉजी शब्द की विस्तारित व्याख्या करी गई थी। जिस कारण उन्हें जीव विज्ञान का पिता कहा जाता है। बायोलॉजी अपने आप में बहुत बड़ा विषय है। इसे आसान बनाने के लिए इसको मुख्य दो भागों में बांटा गया है। जो कि इस प्रकार है-

  • जीव विज्ञान (Zoology Science)
  • वनस्पति विज्ञान (Botany Science)

आगे चलकर व्हिटेकर वैज्ञानिक के द्वारा 1969 में जीव धारियों को 5 जगत के अंतर्गत वर्गीकृत कर दिया गया। जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है-

  • जंतु (Animal)
  • कवक (Fungus)
  • पादप (Plant)
  • प्रोटिस्टा (Protista)
  •  मोनेरा (Monera)

#1. जंतु (Zoology)

जंतु जगत के अंतर्गत व्हिटेकर वैज्ञानिक के द्वारा पूरे संसार के सभी बहू कोशिकीय जंतुओं को रखा गया है। इसको मोटोज़ोआ के नाम से भी जाना जाता है। जंतु जगत के अंतर्गत आप सितारा, हाइड्रा, पक्षी, जीव, मछली, जेली फिश, उभयचर, स्तनधारी और कशेरुकी प्राणी के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

#2. कवक (Fungus)

जो जीवधारी अवशोषण की प्रक्रिया के माध्यम से अपना पोषण ग्रहण करते हैं। उन जीवधारियों को इस जगत के अंतर्गत रखा गया है। इन जीवो की कोशिका भित्ति काइटिन नामक यौगिक से बनी हुई होती है। यह परजीवी तथा मृत्यु पर जो भी हो सकते हैं। संसार में यह एक अपमार्जक के रूप में कार्य करते हैं। साथ ही यह संसार से कचरा हटाने के प्राकृतिक स्रोत है।

#3. पादप (Plant)

पादप जगत के अंदर बहुत सारे ऐसे जीव है। जो बहुकोशिकीय होते हैं। साथ ही साथ सूरज की उपस्थिति में क्लोरोफिल की सहायता से प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के द्वारा अपने भोजन का निर्माण करते हैं। इसके अंतर्गत रंग-बिरंगे पौधे रखे गए हैं। इनके अंतर्गत सुकेंद्रित प्रकार की कोशिका उपस्थित होती है।

#4. प्रोटिस्टा (Protista)

प्रोटिस्टा शब्द को ग्रीक शब्द प्रोटिस्टोस से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है “सबसे पहले” अर्थात जो सबसे पहले स्थापित हुए हैं। प्रोटिस्टा जगत के अंतर्गत आपको सरल यूकैरियोटिक जीव देखने को मिलते हैं। यह दो प्रकार के होते हैं। एक जो सूरज की रोशनी में आकर सुपोषित हो जाते हैं और दूसरे जो सूरज के अभाव में अपने पोषण को प्राप्त करते हैं। इसका उदाहरण प्रोटोजोआ हो सकता है। यह सभी जीव एक कोशिकीय होते हैं। इसमें आपको एक ही केंद्रक मिलता है। जो जीवो से बंधा हुआ होता है।

#5. मोनेरा (Monera)

मोनेरा जगत के अंतर्गत एक कोशिकीय प्रोकैरियोटिक जीत स्थित होते हैं। यह बहुत पहले की कोशिकाएं होती है। जिनके अंतर्गत आपको केंद्रक देखने को नहीं मिलता है। साथ ही इसमें डीएनए साइटोप्लासम में ही उपस्थित होता है। यह सभी जीव अविकसित होते हैं। इसलिए इन सब को तंतुमय जीवाणु के नाम से भी जाना जाता है।

10th क्लास के बाद बायोलॉजी? (Biology after 10th class?)

दसवीं कक्षा को पास करने के पश्चात हमारे मन में अपने भविष्य को लेकर बहुत उत्सुकता रहती है। हम इस बारे में सोचने लगते हैं कि हम अगली कक्षा में जाने पर कौन से विषय का चुनाव करेंगे। इसलिए आपको बायोलॉजी विषय की जानकारी होना भी आवश्यक है क्योंकि बायोलॉजी में यदि आप दिलचस्पी रखते हैं। तो यह आपके लिए एक अच्छा विषय साबित होगा। यदि आप शुरुआत से ही बायोलॉजी विषय में पढ़ाई करना पसंद करते हैं। तो आपको अवश्य 10th के बाद बायोलॉजी विषय का चुनाव करना चाहिए।

बायोलॉजी उन बच्चों को पढ़नी चाहिए। जो मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहते हैं। जो भविष्य में मेडिकल या डॉक्टरी से संबंधित जॉब करना चाहते हैं। बिना बायोलॉजी पड़े, वह बच्चे अपना कैरियर मेडिकल क्षेत्र में बनाने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। इस विषय के बारे में आपसे लगभग हर एग्जाम में सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए यह एक महत्वपूर्ण विषय भी है। बायोलॉजी का चुनाव करने के बाद आपको इसके साथ-साथ अन्य विषय भी पढ़ने होते हैं। जो कि निम्न प्रकार है-

  • रसायन विज्ञान (Chemical Science)
  • भौतिक विज्ञान (Physical Science)
  • हिंदी (Hindi)
  • अंग्रेजी (English)

12th क्लास के बाद बायोलॉजी? (Biology after 12th class?)

यदि आप मेडिकल क्षेत्र में कार्य करने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं। तो आपको बायोलॉजी विषय नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए एक व्यर्थ विषय हो जाएगा। परंतु यदि आप मेडिकल क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। तो आप आवश्यक तौर पर बायोलॉजी का चुनाव करें। यदि आप आगे चलकर डॉक्टरी करना चाहते हैं। तो आपको एक एंट्रेंस एग्जाम में बैठना होता है। जो कि नीट एंट्रेंस एग्जाम होता है। इसके अंतर्गत आपसे बायोलॉजी विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसके लिए आवश्यक है कि आपने बायोलॉजी को पहले से ही पड़ा हो। यही कारण है कि आपको 12th क्लास में बायोलॉजी से पढ़ाई करनी होती है।

बायोलॉजी विषय से 12th करने के तत्पश्चात भी आपको नीट की तैयारी करने में कम से कम 1 से 2 वर्ष लगते हैं। जिसमें आपको बायोलॉजी विषय तैयारी करनी होती है क्योंकि नीट एंट्रेंस एग्जाम में फिजिक्स और केमिस्ट्री विषय से ज्यादा मात्रा में प्रश्न बायोलॉजी विषय से पूछे जाते हैं। यदि आप 12th करने के बाद डॉक्टर नहीं बनना चाहते हैं और आप मेडिकल क्षेत्र में किसी और पोस्ट पर कार्य करना चाहते हैं। तो भी आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। जिसमें आपसे बायोलॉजी से संबंधित ही प्रश्न पूछे जाते हैं। इसीलिए मेडिकल क्षेत्र कि प्रत्येक पोस्ट पर आपको बायोलॉजी के बारे में बताना होगा क्योंकि बायोलॉजी विषय मेडिकल क्षेत्र के लिए बेहद आवश्यक है।

बायोलॉजी में ग्रेजुएशन? (Graduation with Biology?)

यदि आप इसके बाद अपनी आगे की पढ़ाई बायोलॉजी में करना चाहते हैं। तो आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प बीएससी बायोलॉजी कोर्स रहेगा। जो कि आप किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कर सकते हैं। यदि आप बीएससी नहीं करना चाहते हैं। तो आप नर्सिंग का कोर्स भी कर सकते हैं। यह दोनों ही कोर्स 3 वर्ष के होते हैं। इन कोर्स को करने के बाद आपको किसी भी स्थान पर जॉब मिल सकती है। आपको बहुत सारे ऐसे क्षेत्र देखने को मिलते हैं। जिसमें आपको नर्सिंग कोर्स करने के बाद बहुत आसानी से जॉब मिल जाती है।  नर्सिंग कोर्स करने के बाद आप जिन क्षेत्रों में जॉब कर सकते है।  इसके बारे में हमारे द्वारा नीचे बताया गया है-

  • हॉस्पिटल और हेल्थ ट्रीटमेंट सेंटेंस
  • एग्रीकल्चर रिसर्च प्लांट
  • बोटैनिकल सर्वे
  • बायोटेक्नोलॉजी स्पर्म एंड मेडिकल
  • जेनेटिक रिसर्च क्लीनिकल रिसर्च

परंतु यदि आप बायोलॉजी से आप बीएससी करते हैं। तब भी आपको विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी मिल जाती है। कुछ क्षेत्रों की जानकारी हमारे द्वारा नीचे दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • फॉरेस्टर (Forester)
  • बायोलॉजी रिसर्चर (Biology researcher)
  • एनवायरमेंटल कंसलटेंट (Enviornment Consultent)
  • क्लीनिंग प्रोसेस असिस्टेंट (Cleaning process assistant)
  • क्वालिटी कंट्रोल एग्जिट (Quality Control exit)
  • मेडिकल ऑफिसर (Medical officer)
  • लैब टेक्नीशियन (Lab technician)
  • फार्मिंग कंसलटेंट (Farming Consultant)
  • टैक्सनॉमिस्ट (taxnomist)
  • प्लांट रिसर्चर (Plant Researcher) इत्यादि

बायोलॉजी क्या होता है? इससे संबंधित प्रश्नों व उत्तर (FAQs)

Q:-1. बायोलॉजी क्या होती है?

Ans:-1. बायोलॉजी को हिंदी में जीव विज्ञान के नाम से जाना जाता है। यह विज्ञान की एक शाखा है। बायोलॉजी दो शब्दों से मिलकर बना होता है। बायो और लॉजी। बायो का मतलब होता है जीवन तथा लॉजी का मतलब होता है, अध्ययन। जिसके अंतर्गत सभी लोग जीवन का अध्ययन करते हैं। उसे बायोलॉजी कहते हैं।

Q:-2. बायोलॉजी के पिता किसे कहा जाता है और क्यों?

Ans:-2. बायोलॉजी के बारे में सर्वप्रथम क्रमबद्ध तरीके से व्याख्या 1801 में अरस्तु के काल में की गई थी। अरस्तु ने बायोलॉजी के अंतर्गत पादप और जंतु के पक्षो की विस्तारपूर्वक व्याख्या की थी। इसीलिए उन्हें जीव विज्ञान के पिता कहा जाता है।

Q:-3. बायोलॉजी को कितने भागों में बाटा गया है?

Ans:-3. बायोलॉजी विषय अपने आप में एक बहुत बड़ा विषय है। जिसको एक साथ पढ़ना संभव नहीं है। इसीलिए बायोलॉजी को दो मुख्य भागों में बांटा गया है। जीव विज्ञान और वनस्पति विज्ञान। परंतु व्हिटेकर के द्वारा इसे पांच जगत में बांटा गया है। जंतु, पादप,  कवक, प्रोटिस्टा और मोनेरा।

Q:-4. पादप जगत के अंतर्गत किन्हें रखा गया है?

Ans:-4. पादप जगत के अंतर्गत हरे पौधों को रखा गया है। यह बहुकोशिकीय होते हैं। जो सूरज की रोशनी में क्लोरोफिल की सहायता से प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के माध्यम से पोषण का निर्माण करते हैं।

Q:-5. बायोलॉजी विषय से पढ़ाई कब करनी चाहिए?

Ans:-5. यदि आप बायलॉजी विषय में दिलचस्पी रखते हैं। तो आपको बायोलॉजी विषय से पढ़ाई करनी चाहिए। इसके बाद आप मेडिकल क्षेत्र में नौकरी करने हेतु सक्षम हो सकते है।

Q:-6. 12th के बाद बायोलॉजी में कौन-कौन से कोर्स कर सकते हैं?

Ans:-6. 12th के बाद आप बीएससी बायोलॉजी, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बी फार्मा, नर्सिंग तथा डॉक्टरी करने के लिए नीट की तैयारी भी कर सकते हैं।  इसमें आपको एक अच्छा भविष्य देखने को मिल सकता है।

Q:-7. 12th में बायोलॉजी विषय के साथ और कौन-कौन से विषय पढ़ने होते हैं?

Ans:-7. यदि आप ट्वेल्थ के बाद बायोलॉजी विषय से पढ़ाई करते हैं तो आपको बायोलॉजी के साथ-साथ फिजिक्स केमिस्ट्री विषय को भी पढ़ना होता है यह विषय भी आगे कंपटीशन में आपकी सहायता करते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज हमारे द्वारा आप सभी को अपने इस आर्टिकल के अंतर्गत Biology kya hota hai? Biology se kya kya kare? के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। यदि आप भी बायोलॉजी विषय को पढ़ना पसंद करते हैं और इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं। तो हमारा यह लेख आपको अवश्य पसंद आएगा क्योंकि इस लेख की सहायता से आप अपने भविष्य के प्रति कदम उठाने में सक्षम हो सकते हैं। हमें उम्मीद है आपको हमारे यहां लेख पसंद आया होगा। यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो हमें कमेंट में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही इसको अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ अवश्य शेयर करें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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