सभी बच्चे 12वीं कक्षा तक पढ़ते हैं परंतु 12वीं कक्षा में आने पास करने के पश्चात बच्चों के पास बहुत सारे करियर ऑप्शन होते हैं। जिन्हें सुनकर वह अपने आगे का भविष्य बनाते हैं। 12वीं कक्षा पास करने के बाद एक सब्जेक्ट बायोलॉजी है जिसको आप चुन सकते हैं। और इस विषय में अपना भविष्य बना सकते हैं। परंतु यदि 12वीं में बायोलॉजी है तो हमें क्या करना चाहिए (12th ke baad courses) इसके विषय में अक्सर जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको 12वीं में बायोलॉजी लेने के बाद और क्या-क्या बन सकते हैं। (12th ke baad career options)इसके विषय में जानकारी प्रदान करेंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
बायोलॉजी विषय की विशेषता
जब तक कोई विद्यार्थी (Characteristics of biology) 12वीं में होता है। तब तक उसे अपने भविष्य की इतनी समझ नहीं हो पाती कि उसे अपने आगे भविष्य में क्या-क्या करना है। परंतु 12वीं पास करने के पश्चात बच्चे के दिमाग में एक माइंडसेट बन जाता है जिसके अनुसार ही बच्चा आकर अपने सब्जेक्ट का चुनाव करता है. बहुत सारे बच्चे बायोलॉजी का चुनाव करते हैं और उसी में आगे अपना भविष्य बनाना चाहते हैं बायोलॉजी महत्वपूर्ण क्यों है। इसके विषय में नीचे पॉइंट के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई है।
- बायोलॉजी आजकल अधिकांश बच्चों की पसंद बनी है। अधिकांश बच्चे 12वीं के बाद बायोलॉजी लेना पसंद करते हैं।
- जिन बच्चों को भविष्य में डॉक्टर बनना होता है। वह सभी बच्चे बायोलॉजी का चयन करते हैं।
- क्योंकि बायोलॉजी सब्जेक्ट के माध्यम से ही आप डॉक्टरी के एग्जाम पास कर सकते हैं।
- बायोलॉजी सब्जेक्ट को पढ़ने से हमें हमारे शारीरिक संरचना पौधों जीव जंतुओं आदि के विषय में जानकारी मिलती है।
- यह एक इंटरेस्टेड सब्जेक्ट होता है और इसे पढ़ने में बहुत रुचि आती है।
- 12वीं के बाद बायोलॉजी लेने से आप वैज्ञानिक भी बन सकते हैं। विभिन्न विभागों में खोज करके आप देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
12वीं पास होने के बाद बायोलॉजी के कुछ महत्वपूर्ण कोर्स
अक्सर बच्चे दसवीं कक्षा (Courses after 12th)के बाद जब 11वीं का सिलेबस देखते हैं तो जो सिलेबस उन्हें सबसे सरल और सुगम लगता है या जिस विषय में उनकी रुचि होती है। वह विषय अपने लिए चुन लेते हैं परंतु 12वीं कक्षा पास करने के बाद वह उस विषय में अपना भविष्य कैसे बना सकते हैं। और उस विषय में वह क्या क्या कोर्स कर सकते हैं।
इसके विषय में उन्हें जानकारी नहीं होती नीचे पॉइंट के माध्यम से हमने आपको बायोलॉजी विषय के कुछ कोर्स की जानकारी दी है। जिससे आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद कर सकते हैं
- नर्सिंग कोर्स
- बी फार्मा कोर्स
- पैरामेडिकल कोर्स
- एमबीबीएस कोर्स
- बीडीएस कोर्स
- साइकोलॉजिस्ट कोर्स
- डर मेट्रोलॉजिस्ट कोर्स
- रेडियोग्राफी कोर्स
- न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स कोर्स
बायो से क्या-क्या बन सकते हैं? (12th Biology Ke Baad Kya Kare)—
यदि बारहवीं कक्षा में आपके पास( 12th Biology Ke Baad Kya Kare)बायोलॉजी सब्जेक्ट है और आपको लगता है। कि बायोलॉजी सब्जेक्ट वाले विद्यार्थी सिर्फ डॉक्टर ही बन सकते हैं तो आप ऐसा गलत सोचते हैं। जिन बच्चों के पास बायलॉजी सब्जेक्ट होता है।
उनके पास करियर के बहुत सारे ऑप्शन होते हैं वह विभिन्न क्षेत्रों में अपना भविष्य बना सकते हैं। और नए मुकाम को हासिल कर सकते हैं।बायोलॉजी से आप क्या-क्या बन सकते हैं नीचे पॉइंट के माध्यम से यही जानकारी आपको प्रदान की गई है। यदि आपके पास भी बालाजी है तो आप भी अपने करियर के ऑप्शन देख सकते हैं।
1. नर्सिंग कोर्स (Nursing course) —
जिन बच्चों के पास 12वीं कक्षा में बायोलॉजी होता है वह अधिकांश बच्चे 12वीं कक्षा होने के पश्चात नर्सिंग कोर्स का चयन करते हैं। नर्सिंग कोर्स वह कोर्स होता है जिसमें डॉक्टर की सहायता के लिए नर्स का कोर्स सिखाया जाता है।इस कोर्स में डॉक्टर की सहायता किस प्रकार करते हैं विभिन्न दवाइयों की जानकारी प्रदान की जाती है। मरीज को किस प्रकार ट्रीटमेंट देना है और आराम देना है। उसके विषय में सिखाया जाता है।
इस कोर्स में डॉक्टर के साथ कैसे काम करना है इसके विषय में सिखाया जाता है। इस कोर्स को करने के पश्चात आप की शुरुआती सैलरी 25 से 30,000 मिल सकती है। और एक्सपीरियंस होने के साथ-साथ यह सैलरी बढ़ती जाती है धीरे-धीरे आपको डॉक्टरी का पूरा ज्ञान हो जाता है और आप मरीज का इलाज खुद से भी बहुत अच्छे से कर सकते हैं।
2. बी फार्मा कोर्स (B Pharma course) —
यदि आपके पास 12वीं कक्षा में बायोलॉजी है तो आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद बी फार्मा का कोर्स कर सकते हैं। बी फार्मा का कोर्स 4 साल में पूर्ण होता है। इस कोर्स में आपको दवाइयों का ज्ञान कराया जाता है। कौन सी दवाइयां किस प्रकार बनती हैं किस दवाई क्या संरचना है और किस का क्या कार्य है। इसके विषय में बी फार्मा कोर्स में बताया जाता है। धीरे-धीरे कोर्स में पढ़ाई करने के बाद कौन से मरीज को कौन सी दवाई कितने टाइम देनी है इसके विषय में हमें पूरी जानकारी होने लगती है।बी फार्मा कोर्स करने के पश्चात जिस यूनिवर्सिटी से आपने यह कोर्स किया है वह आपको मेडिकल खोलने का एक सर्टिफिकेट प्रदान करते हैं। जिससे आप आराम से कहीं भी अपना मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं।
बी फार्मा का पूर्ण रूप बैचलर ऑफ फार्मेसी होता है बी फार्मा करने के पश्चात आप डिप्लोमा इन फार्मेसी, बैचलर ऑफ फार्मेसी या फिर मास्टर ऑफ साइंस ऑफ फार्मेसी कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के पश्चात आप यदि नौकरी करते हैं तो आप की स्टार्टिंग सैलेरी 30 से 35 हजार हो सकती है। यदि आप ज्यादा कमाई करना चाहते हैं तो अपना मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं।
3. पैरामेडिकल कोर्स (Paramedical course) —
यदि आपके पास कक्षा 12वीं में बायोलॉजी था तभी आप पैरामेडिकल कोर्स कर सकते हैं। पैरामेडिकल कोर्स हेल्थ और फार्मेसी से जुड़ा हुआ होता है। इस कोर्स को करने पर आपको फार्मेसी से संबंधित दवाइयों की जानकारी दी जाती है।और व्यक्ति के स्वास्थ्य का कैसा ध्यान रखना है। उसके विषय में जानकारी प्रदान की जाती है। पैरामेडिकल कोर्स करने के बाद आप हेल्थ केयर सेक्टर के बड़े पदों पर चयनित किए जा सकते हैं।
इसमें आपको सोसाइटी के स्वास्थ्य का किन-किन नए तरीकों से ध्यान रखकर सोसाइटी को और ज्यादा स्वस्थ बनाया जा सकता है। इसमें काम करने का मौका मिलता है पैरामेडिकल कोर्स करने के बाद यदि आप हेल्थ केयर सेक्टर में काम करना चाहते हैं तो आप की शुरुआती सैलरी 30 से 35 हजार होती है।लेकिन यह सैलरी एक्सपीरियंस के साथ बढ़ती जाती है यदि आपको चार से 5 साल का एक्सपीरियंस है। तो आपकी सैलरी डेढ़ से ₹200000 महीना भी हो सकती है।
4. एमबीबीएस कोर्स (MBBS course)—
12वीं कक्षा में यदि आपके पास मालोजी है तभी आप एमबीबीएस कोर्स का चयन कर सकते हैं। एमबीबीएस कोर्स का पूर्ण रूप बैचलर ऑफ मेडिसन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी होता है। भारत में जिन बच्चों के पास 12वीं में बायोलॉजी होता है उनके लिए सबसे ज्यादा चयन किए जाने वाला कोर्स एमबीबीएस कोर्स है। एमबीबीएस कोर्स बहुत कठिन होता है इसमें आप सीधे तौर पर डॉ बनते हैं।
इस कोर्स को करने के लिए भारत सरकार द्वारा नीट की परीक्षा संपूर्ण भारत में हर 6 महीने पर आयोजित की जाती है। भारत में लाखों बच्चे इस एंट्रेंस नीट परीक्षा में हिस्सा लेते हैं जिन बच्चों के अंक इस नीट परीक्षा में अच्छे आते हैं। उनका चयन एमबीबीएस कोर्स के लिए कर लिया जाता है जिन बच्चों के अंक इस परीक्षा में अच्छे नहीं आते वह बच्चे एमबीबीएस कोर्स सरकारी संस्थान से नहीं कर सकते।
12वीं पास करने के बाद आप एमबीबीएस की परीक्षा देने में एलिजिबल हो जाते हैं। यदि आप एमबीबीएस का कोर्स करते हैं तो आपको Doctor बनने से संबंधित पूरी जानकारी बताई जाती है। जिसके बाद आप किसी विशेष स्पेशलाइजेशन के डॉक्टर बन जाते हैं। स्पेशलाइजेशन जैसे कि न्यूरोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, ऑर्थोपेडिक्स, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, एनएसथीसिया स्पेशलिस्ट आदि
5.बी डी एस कोर्स (BDS course)—
बी डी एस का पूर्ण रूप बैचलर ऑफ डेंटल साइंस होता है। बी डी एस का कोर्स अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है इस कोर्स में अपने नाम के अनुरूप दांतो के विषय में जानकारी प्रदान की जाती है। जो लोग दांतो के डॉक्टर बनना चाहते हैं। वह बच्चे बी डी एस का कोर्स करते हैं।बीडीएस का कोर्स करने पर विद्यार्थी को दांतो के विषय में सारी जानकारी दी जाती है। दांतों का उपचार किस प्रकार करना है उसमें कैसे दवाइयों का उपयोग करना है। नए दांतों को किस प्रकार लगाना है। या पुराने दांतो को कैसे हटाना है यह सारी जानकारी इस कोर्स में दी जाती है।
बीडीएस का कोर्स करने के बाद विद्यार्थी दांतो का डॉक्टर बनता है। यह कोर्स 3 साल का होता है। बीडीएस कोर्स करने के बाद आप किसी भी सरकारी या गवर्नमेंट संस्थान में दांतो का इलाज करने के लिए समर्थ हो जाते हैं। बीडीएस कोर्स में अपनी सेवाएं देने पर आप की सैलरी ₹200000 से ₹500000 तक होती है हर बीडीएस डॉक्टर 1 महीने में ₹500000 तक कमा लेते हैं।
6.साइकोलॉजिस्ट कोर्स (Psychologist course) —
साइकोलॉजिस्ट उन लोगों को कहा जाता है। जो व्यक्ति को मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। आज के समय में हर व्यक्ति के पास समय की कमी है। सभी की भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति का दिमाग बिल्कुल उथल-पुथल हो गया है।उसे शांति की आवश्यकता होती है दिमाग में बहुत सारी परेशानियां होने के कारण उसे ऐसे डॉक्टर की आवश्यकता है। जो उसे दिमागी तौर पर समझे और उसका इलाज कर सकें इन्हीं परेशानियों को देखते हुए आजकल साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर का चयन बहुत बढ़ गया है।
साइकोलॉजिस्ट का कोर्स करने पर आपको व्यक्ति के मानसिक दिमाग को समझने उसकी विभिन्न प्रतिक्रियाओं को समझने उसमें अपनी प्रतिक्रिया से लोगों को समझाने के विषय में सिखाया जाता है। साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर व्यक्ति को मानसिक रूप से खराब सिचुएशन से बाहर निकालने का प्रयास करते हैं। यदि आप भी साइकोलॉजिस्ट कोर्स करना चाहते हैं तो 12वीं के बाद आपको बैचलर ऑफ साइकोलॉजि कोर्स करना होगा। यह कोर्स करने के बाद आपको मास्टर ऑफ साइकोलॉजी कोर्स करना होगा। तभी आप साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर बन सकते हैं।
7.डर्मेटोलॉजिस्ट कोर्स (Dermatologist course)—
यदि आप त्वचा से संबंधित डॉक्टर बनना चाहते हैं इसमें अपना ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं। तो आप डर्मेटोलॉजिस्ट कोर्स कर सकते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट कोर्स के अंतर्गत त्वचा से संबंधित विभिन्न बीमारियों यह त्वचा की संरचना के विषय में जानकारी दी जाती है। इस कोर्स में त्वचा को किस प्रकार निकाला जा सकता है या त्वचा में लगने वाली बीमारियों को किस प्रकार ठीक किया जा सकता है। जैसे कि मुंहासे, शरीर में धब्बे, खुजली आदि का इलाज कैसे करते हैं? ये समस्याएं क्यों उत्पन्न होती हैं? इसके लिए कौन-कौन सी दवाइयां हैं? किस तरह की चिकित्सा प्रणाली है?
इस बारे में जानकारी दी जाती है इसके विषय में जानकारी दी जाती है। जब आप डर्मेटोलॉजिस्ट का कोर्स कर लेते हैं तो आप त्वचा के संपूर्ण डॉक्टर बन सकते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट का कोर्स 3 साल का होता है। यदि आप डर मेट्रोलॉजिस्ट का कोर्स कर लेते हैं तो आप की शुरुआती सैलरी ₹50000 से अधिक हो सकती है।
8.रेडियोग्राफी कोर्स (Radiography course)—
आजकल रेडियोग्राफी कोर्स करने वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत ज्यादा है। एमबीबीएस कोर्स करने के बाद सबसे ज्यादा कोर्स कि अगर कोई डिमांड है तो वह रेडियोग्राफी कोर्स है। रेडियोग्राफी कोर्स में बच्चे को अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न तरीकों की मशीनों का ज्ञान दिया जाता है। इस कोर्स में बच्चे को यह मशीन किस प्रकार चलानी है यह जानकारी दी जाती है। जैसे ही हम अस्पताल में जाते हैं सबसे पहले हमें जांच की आवश्यकता होती है। जिससे हमें पता चलता है कि हमारे शरीर में क्या रोग है।
इन्हीं मशीनों को जो लोग ऑपरेट करते हैं वही रेडियोग्राफर्स कहे जाते हैं। हमारा एक्स-रे किया जाता है, हमारा बल्ड टेस्ट किया जाता है, सिटी स्कैन किया जाता है, MRI Scan किया जाता है, Lab Test किया जाता है। और विभिन्न प्रकार के टेस्ट एवं जांच की जाती है। रेडियोग्राफी का कोर्स करके आप महीने में ₹50000 से अधिक कमा सकते हैं।
9.न्यूट्रिशन एंड डायटिस्ट कोर्स (Nutrition and dietetics course) —
आजकल की दौड़ भाग भरी जिंदगी में व्यक्ति सिर्फ पैसा कमाने में लगा हुआ है ना तो वह अपनी हेल्थ का ध्यान रखता है। ना अपने दिमाग का समय की कमी के कारण व्यक्ति के पास कोई डायट नहीं है। इसी समस्या को देखते हुए आजकल न्यूट्रिशन और डायट ईस्ट के कोर्स भी बहुत चरम पर हैं। किसी व्यक्ति को न्यूट्रिशन कितना लेना चाहिए, किस मात्रा में लेना चाहिए, किस समय लेना चाहिए? ये एक न्यूट्रिशन बता सकता है और व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए कौन-कौन सा खाना खाना चाहिए, कितनी डाइट होनी चाहिए, अपनी डाइट में क्या-क्या शामिल करना चाहिए? यह सभी एक डायटिस्ट बता सकता है। इस कोर्स को करने के बाद आप किसी भी व्यक्ति को यह सलाह दे सकते हैं कि वह अपना भोजन कैसा कर सकता है। इस कोर्स में अच्छी कमाई है यदि आपके ग्राहक अच्छे हो तो आप इसमें बहुत पैसा कमा सकते हैं।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q.12वीं में कौन सा विषय होने पर हम यह कोर्स कर सकते हैं?
12वीं में बायोलॉजी विषय होने पर ऊपर दिए गए कोर्स कर सकते हैं।
Q. किस कोर्स को करने के पश्चात हम सर्जन बन सकते हैं?
एमबीबीएस कोर्स करने के पश्चात आप सर्जन बन सकते हैं।
Q. एमबीबीएस कोर्स करने के लिए कौन सी परीक्षा देनी होती है?
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए नीट की परीक्षा देनी होती है।
Q. डर्मेटोलॉजिस्ट कोर्स में आप किस चीज के डॉक्टर बनते हैं?
डर्मेटोलॉजिस्ट कोर्स करने के बाद विद्यार्थी स्किन का डॉक्टर बनता है।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको 12th Biology के बाद क्या करें और क्या-क्या बन सकते हैं(Courses after 12th) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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