डीएएमएस कोर्स क्या होता है कैसे करें? | योग्यता, फीस और स्कोप

आज के इस बढ़ते हुए नए युग में रोज कोई ना कोई नया अविष्कार हो ही रहा है। विशेषकर रुप से अगर कहा जाए, तो मेडिकल के क्षेत्र में आए दिन प्रत्येक बीमारी के लिए नई मशीन बनाई जा रही हैंl लेकिन हम आज भी उसी भारत में निवास करते हैं, जो अपने प्राचीन काल से ही अपनी आयुर्वेद विद्या के लिए जाना जाता है। आज के समय में भी बहुत सी ऐसी बीमारियां हैं। जिन का इलाज सिर्फ और सिर्फ आयुर्वेद में ही संभव हैl इसी से तुम्हें यदि कोई भी व्यक्ति भविष्य बनाने के बारे में सोचता है तो उसे DAMS Course kya hota hai? इसकी जानकारी प्राप्त करनी होगी।

यदि आप आयुर्वेद में कोई भी डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं, तो आज हम आपको एक ऐसे कोर्स डीएमएस कोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं। जो शायद आपकी कल्पना को पूरा कर सकें। जिससे आप एक आयुर्वेद के डॉक्टर बन सकते हैंl इस लेख में हम आपको What is the DAMS Course? How to do DAMS Course? Full form of DAMS? आदि के बारे में पूर्ण जानकारी दे रहे है। यदि आप सब लोग इससे संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक पढ़ना न भूले।

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डीएएमएस कोर्स क्या होता है? (What is the DAMS Course?)

हमारे आसपास के अधिकतर युवा प्राचीन शिक्षा पद्धति के बारे में कोई जानकारी नहीं रखते हैं। इसलिए हमारे द्वारा आप सभी को What is the DAMS Course? के बारे में बताया जा रहा है। आज हमारे आधुनिक दौर में भी भारत की प्राचीनतम परंपरागत चिकित्सा पद्धति को भी शामिल किया गया है। इस शिक्षा पद्धति को इतिहास में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के नाम से जानते है। आयुर्वेद के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के ऐसी तकनीकी होती हैं। जिनकी सहायता से बहुत ही आसानी से इलाज किया जा सकता है। जो शरीर के लिए बेहद लाभदायक साबित होता है।

डीएएमएस कोर्स क्या होता है कैसे करें योग्यता, फीस और स्कोप

आज के समय में बहुत सी चिकित्सा प्रणाली है, परंतु आयुर्वेद की प्रणाली सबसे सरल होती है। यही कारण है कि वर्तमान समय में भारतीय मेडिकल छात्र के अंतर्गत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का बहुत अधिक विस्तार हो रहा है। इस पद्धति पर बहुत ही कम खर्च होता है। आज के समय में आप सभी लोगों को ऐसी बहुत सी बीमारियां देखने को मिलती हैं। जिसका आधुनिक समय में कोई भी इलाज नहीं होता है, परंतु इसका इलाज आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली से संभव होता है। यही कारण है कि आज के समान आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति दिन पर दिन डिमांड में आ रही है।

डीएएमएस की फुल फॉर्म? (Full form of DAMS?)

बहुत ऐसे छात्र होंगे, जो डीएएमएस के बारे में पहली बार जानकारी प्राप्त कर रहे होंगे। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को यहां डीएएमएस की फुल फॉर्म के बारे में बताया जा रहा है। Dams की फुल फॉर्म Diploma of ayurvedic medical science होती है। जिसे हिंदी भाषा में “आयुर्वेदिक चिकित्सा पाठ्यक्रम” के नाम से जाना जाता है। यदि आप सब लोग आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने हेतु दिलचस्पी रखते हैं। तो यह डीएएमएस कोर्स आप सभी के लिए बहुत ही बेहतरीन कोर्स साबित होता है।

डीएएमएस कोर्स कैसे करें? (How to do a DAMS Course?)

बीएएमएस कोर्स एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। यह मेडिकल के क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर अग्रसर है। आज के समय में इस आयुर्वेदिक मेडिकल की ओर बहुत से युवा आकर्षित हो रहे हैं। ताकि वह अपना भविष्य इस क्षेत्र में बना सके, परंतु बहुत से ऐसे युवा हैं। जो यह नहीं जानते कि वह डीएएमएस कोर्स कैसे करें? परंतु यदि आप इस क्षेत्र में अपना एक अच्छा भविष्य बनाना चाहते हैं। तो आपको इसकी संपूर्ण जानकारी बारीकी से पता होनी चाहिए। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे How to do a DAMS Course? के बारे में बताया गया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार स्टेप बाय स्टेप दी गई है-

1. बारहवीं कक्षा अच्छे नंबरों के साथ पास करें

किसी भी कोर्स को करने के लिए आप सभी को सबसे पहले अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण करनी होती है। आप सभी को 12वीं कक्षा विज्ञान विषय से करनी होती है। यदि आप मेडिकल के क्षेत्र में जाना चाहते हैं, तो आपको 12वीं में पीसीबी यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय का चुनाव करना होता है।

 साथ ही साथ 12वीं कक्षा में आपको कम से कम 50 से 60% अंक प्राप्त करने होते हैं। 12वीं कक्षा में आपका बेस क्लियर होना चाहिए। ताकि आप सभी लोग आगे किसी भी कोर्स तो बिना किसी परेशानी के करने में सक्षम हो सके। इसके लिए आप सभी को 12th कक्षा में बहुत मेहनत करनी होती है।

2. एक अच्छे कॉलेज में दाखिला प्राप्त करें

12वीं कक्षा करने के बाद आप आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए डीएएमएस कोर्स कर सकते हैं। डीएएमएस कोर्स में आप एडमिशन विभिन्न प्रकार से ले सकते हैं। आपको ऐसे भी इंस्टिट्यूट मिल जाएंगे, जो डीएएमएस का कोर्स बहुत अधिक फीस में कराते हैं क्योंकि वह सभी इंस्टीट्यूट प्राइवेट होते हैं, परंतु यदि आप सरकारी इंस्टिट्यूट में एडमिशन प्राप्त करते हैं। तो आपको बहुत कम फीस देनी होती है। इसका सब मुख्य कारण यह है कि सरकारी इंस्टिट्यूट में दाखिला प्राप्त करने के लिए आपको पहले से बहुत मेहनत करनी होती है। हम आपको नीचे  डीएएमएस कोर्स में दाखिला लेने के दो मुख्य तरीकों के बारे में बता रहे हैं-

a) प्रवेश परीक्षा के आधार पर :-

यदि आप सभी लोग कम फीस में इस कोर्स को करना चाहते हैं, तो आप सभी को सरकारी कॉलेज से डीएएमएस कोर्स को करना होगा। परंतु यदि आप भारत के प्रसिद्ध कॉलेज में दाखिला प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको प्रवेश परीक्षा के होकर गुजरना पड़ेगा। प्रवेश परीक्षा को पास करने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी होती है। यदि आप इंटर की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करते हैं तो आप जल्दी ही बिना अपने साल को गवाएं डीएएमएस कोर्स में दाखिला प्राप्त कर सकते हैं। भारत में बहुत से ऐसे सरकारी कॉलेज है, जो डीएमएस का कोर्स कराते हैं।

b) मेरिट के आधार पर :- 

जो युवा प्रवेश परीक्षा की तैयारी नहीं करना चाहते है तथा डायरेक्ट ही कॉलेज में दाखिला प्राप्त करना चाहते हैं, तो ऐसे बहुत से प्रसिद्ध कॉलेज है। जो आपको मेरिट के आधार पर डीएएमएस कोर्स में दाखिला प्रदान करते हैं अन्यथा आप चाहे तो आप अपने आसपास के किसी भी प्राइवेट कॉलेज से डीएएमएस का कोर्स कर सकते हैं। मेरिट के आधार पर एडमिशन प्राप्त करने के लिए आप सभी को 12वीं कक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त करने होंगे, परंतु ध्यान रहे प्राइवेट कॉलेज में डीएएमएस की फीस हमेशा अधिक होती है।

3. डीएएमएस कोर्स की पढ़ाई पूरी करें

जैसे ही आप डीएएमएस कोर्स में दाखिला प्राप्त कर लेते हैं। आप सभी को डीएमएस कोर्स की पढ़ाई पूरी करनी होती है। यह कोर्स आपको आयुर्वेद के क्षेत्र में अच्छा ज्ञान देता है। साथ ही साथ आपको एक बेहतरीन भविष्य देने में सक्षम होता है, परंतु एक अच्छे भविष्य के लिए आपको डीएएमएस कोर्स को करते समय बहुत मेहनत करनी होगी क्योंकि इसके अंतर्गत संपूर्ण पाठ्यक्रम काफी बड़ा होता है। जिसे पढ़ने के लिए आपको एक सीमित समय दिया जाता है। आप सभी को डीएएमएस कोर्स की पढ़ाई पूरी करने के तत्पश्चात ही डीएएमएस की डिग्री प्राप्त होती है।

डीएएमएस कोर्स के लिए क्वालिफिकेशन? (Qualification for DAMS Course?)

दोस्तों, यदि आप डीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं। तो आपको कुछ मापदंड पूरे करने होंगे। यह मापदंड इसलिए निर्धारित किए गए है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस कोर्स को करने के लिए कौन सा उम्मीदवार योग्य है और कौन सा नहीं। यदि आप जानना चाहते हैं कि डीएएमएस कोर्स के लिए क्वालिफिकेशन क्या है? तो हमारे द्वारा नीचे आपको इसकी संपूर्ण जानकारी दी गई है-

  • डीएएमएस कोर्स को कोई भी भारतीय विद्यार्थी करने में सक्षम होता है।
  • इस कोर्स को करने हेतु आवेदक की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा होनी चाहिए।
  • इस कोर्स को करने के लिए 12वीं कक्षा में उम्मीदवार विज्ञान विषय से पढ़ कर भी सकता है और नहीं भी, इसके लिए विज्ञान विषय की कोई भी अनिवार्यता नहीं है।
  • यदि विद्यार्थी में 12वीं कक्षा कॉमर्स या आर्ट्स  जैसे विषयों से पढ़ाई की है, तो भी वह डीएएमएस कोर्स करने में सक्षम होता है।
  • इस कोर्स का संपूर्ण पाठ्यक्रम 2 साल के अंतर्गत निहित होता है। अर्थात आपको इस कोर्स को करने में 2 वर्ष देने होते है।
  • यदि विद्यार्थी डीएएमएस कोर्स करना चाहता है, तो उसकी मेडिकल तथा चिकित्सा के क्षेत्र में रुचि होनी चाहिए।
  • इस कोर्स को करने के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • इस प्रकार ऊपर दी गई संपूर्ण योग्यताओं को यदि कोई आवेदक पूरा करता है, तो वह बिना किसी रूकावट के डीएएमएस कोर्स करने में सक्षम होता है।

डीएएमएस कोर्स का सिलेबस ? (Syllabus of DAMS Course?)

दोस्तों, जो विद्यार्थी साइंस विषय से 12वीं कक्षा पास करने के बाद बीएएमएस कोर्स करते हैं। उन्हें आगे ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता हैं। यदि आप किसी और स्ट्रीम जैसे:- कॉमर्स, आर्ट्स आदि विषय से 12वीं कक्षा पास करके डीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं, तो आपको इसकी सिलेबस की जानकारी आवश्यक तौर पर होनी चाहिए। ताकि आप यह सुनिश्चित कर सके, की आने वाले पाठ्यक्रम को आप सरलता पूर्वक पढ़ने में सक्षम है या नहीं। यही कारण है कि हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Syllabus of DAMS Course? के बारे में बताया गया है।

डीएएमएस 1ST ईयर कोर्स (DAMS 1st year course):-

यहां हम आपको डीएएमएस कोर्स के पहले वर्ष के सिलेबस की जानकारी दे रहे हैं। पहले वर्ष में आपको किन-किन विषयों को पढ़ना होगा। इसके बारे में जानना आपके लिए बेहद आवश्यक है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-

  • आयुर्वेदिक हिस्ट्री (Ayurvedic history)
  • एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी (Anatomy and physiology)
  • बेसिक ऑफ आयुर्वेद (Basic of Ayurveda)
  • कम्युनिकेटिव इंग्लिश एंड कंप्यूटर फंडामेंटल्स (Communicative English and Computer fundamentals)
  • द्रव्य गुण और रासा शास्त्र (Dravya guna and rasa shastra)

डीएएमएस 2ND ईयर कोर्स (DAMS 2nd year course?)

डीएएमएस कोर्स 2 वर्ष का होता है। इसके पहले वर्ष के सिलेबस की जानकारी हमने आपके ऊपर दे दी है। दूसरे वर्ष में पढ़ाई जाने वाले विषय के बारे में हमारे द्वारा आप सभी को नीचे बताया गया है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • आयुर्वेदिक मेडिकल थ्योरी (Ayurvedic medical theory)
  • आयुर्वेदिक ड्रग्स (Ayurvedic drugs)
  • डायबिटीज केयर इन आयुर्वैदिक (Diabetes care in Ayurvedic)
  • प्रैक्टिकल – VI (Practical – VI)
  • प्रैक्टिकल -VI (Practical – VI)
  • प्रैक्टिकल – VIII (Practical – VIII)

भारत में डीएएमएस कोर्स करने के सबसे अच्छे कॉलेज? (Best college for DAMS in india?)

आज के समय में आयुर्वेद का इलाज बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि आज के समय में बहुत अधिक बच्चे डीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं। डीएएमएस कोर्स करने हेतु हमारे देश में बहुत से प्रसिद्ध कॉलेज है। जहां से आप सभी डीएएमएस कोर्स कर सकते हैं। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Best college for DAMS course in india? के बारे में बताया गया है-

  • नेशनल इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद (National institute of Ayurveda)
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस (Institute of Medical science)
  • गुजरात आयुर्वेद यूनिवर्सिटी (Gujarat Ayurveda university)
  • भारती विद्यापीठ डिमांड यूनिवर्सिटी (Bhartiy vidhyapeeth demand university)
  • एनटीआर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (NTR university of health science)
  • बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंस(Baba farid university of health science)
  • माधव यूनिवर्सिटी (Madhav university)
  • केरला यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंस (Kerala university of health science)
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras hindu university)
  • महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंस (Maharashtra university of health science)

डीएएमएस कोर्स की फीस व अवधि? (Fees and time of DAMS Course?)

डीएएमएस कोर्स एक प्रकार का डिप्लोमा कोर्स होता है। उसकी अवधि 2 वर्ष की होती है। 2 वर्ष के अंतर्गत आपको उसका संपूर्ण पाठ्यक्रम पूरा करना होता है। 2 वर्ष के पश्चाताप ही आपको डीएएमएस कोर्स का डिप्लोमा प्राप्त हो जाता है। डीएएमएस कोर्स की फीस के बारे में बहुत से युवा जानकारी प्राप्त करना चाहते होंगे। तो हम आपको बता दें, कि बीएएमएस कोर्स की फीस प्रत्येक कॉलेज में भिन्न-भिन्न हो सकती है। कुछ कॉलेज आपकी योग्यता के आधार पर फीस निर्धारित करते हैं तो कुछ कॉलेज अपनी लोकप्रियता के आधार पर फीस लेते हैं।

 यदि आप सरकारी कॉलेज में दाखिला प्राप्त करना चाहते हैं। तो सरकारी कॉलेज में प्राइवेट कॉलेज की तुलना में बहुत कम फीस ली जाती है। यदि प्राइवेट कॉलेज में डीएएमएस कोर्स की फीस ₹70 हज़ार रुपए सलाना है, तो सरकारी कॉलेज में यही फीस अधिकतम ₹35 हज़ार रुपए सालाना होती है। इसके अलावा फीस में समय के अनुसार कॉलेज बदलाव करते रहते हैं। परंतु यदि आप लोग कम फीस में इस कोर्स को करना चाहते हैं, तो आप सभी को सरकारी कॉलेज से ही यह कोर्स करना चाहिए। सरकारी कॉलेज से यह कोर्स करने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी।

डीएएमएस कोर्स करने के बाद करियर स्कोप? (Career scope after doing DAMS course?)

दोस्तों, आयुर्वेद भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत अधिक प्रसिद्ध हो रहा है। आज के समय में आयुर्वेद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकारा जा रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि आयुर्वेद स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अपनी पूर्ण प्राकृतिक, समग्र दृष्टिकोण रखता है। बहुत से ऐसे देश है, जहां पर आयुर्वेद को पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में रखा गया है। यही कारण है कि यदि आप डीएएमएस डिप्लोमा कोर्स करते हैं, तो आपके पास करियर की बहुत सारी अपॉर्चुनिटी होती है, परंतु आवश्यक है कि आप सभी की इस क्षेत्र में रुचि हो। तभी आप इस कार्य को बेहतरीन ढंग से करने में सक्षम हो सकेंगे। 

आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में जो युवा डिप्लोमा प्राप्त करते हैं। उनके पास नौकरी के विभिन्न अवसर होते हैं। वे आयुर्वेद क्लीनिको, कल्याण केंद्रों, स्पा और रिसॉर्ट्स में आयुर्वेदिक सिद्धांतों के आधार पर परामर्श और उपचार प्रदान करने का कार्य करते हैं। इस डिप्लोमा कोर्स को करके छात्रों के पास स्वयं का आयुर्वेदिक क्लीनिक या कल्याण सुविधाएं शुरू करने का अवसर होता है। आगे आयुर्वेद के क्षेत्र में और अधिक वृद्धि होती जा रही है। इसलिए जो छात्र आयुर्वेद कोर्स कर रहे हैं। उन्हें नौकरी के लिए परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस क्षेत्र में उन्हें बेहतरीन नौकरियां प्राप्त होती है।

डीएएमएस कोर्स करने के बाद वेतन? (Salary after doing DAMS Course?)

डीएएमएस कोर्स करने वाले छात्रों के मन में अवश्य ही यह सवाल आया होगा कि इस कोर्स को करने के बाद उन्हें कितना वेतन प्राप्त होता है। तो हम आपको बता दे, की शुरुआत में प्रत्येक क्षेत्र में आपको कम वेतन ही प्राप्त होता है, परंतु जैसे आप उस क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करते हैं। आपका वेतन बढ़ा दिया जाता है। इसी प्रकार डीएएमएस कोर्स में होता है। यदि आप डीएएमएस कोर्स करके शुरुआत में नौकरी करते हैं। तो आपको औसतन ₹15000 से लेकर ₹20000 प्रतिमाह सैलरी मिलती है। वहीं यदि आप अनुभव प्राप्त करते हैं, तो यह सैलरी बहुत अधिक हो सकती है।

डीएएमएस कोर्स क्या होता है कैसे करें? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर? (FAQs)

Q:- 1. डीएएमएस कोर्स क्या होता है?

Ans:- 1. डीएएमएस कोर्स को हम प्राचीनतम चिकित्सा प्रणाली के नाम से भी जानते हैं। यदि आप लोग चिकित्सा के क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं, तो आप आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए आपको यह कोर्स करना होता है।

Q:- 2. डीएएमएस की फुल फॉर्म क्या होती है?

Ans:- 2. डीएएमएस की फुल फॉर्म की बात करें, तो DAMS की फुल फॉर्म Diploma in Medical Science होती है। जिसे हिंदी में “आयुर्वेद चिकित्सा पाठ्यक्रम” के नाम से जाना जाता है। डीएएमएस कोर्स में आपको आयुर्वेद से संबंधित जानकारी दी जाती है।

Q:- 3. डीएएमएस कोर्स कैसे करें?

Ans:- 3. डीएएमएस कोर्स करने के लिए आपको 12वीं कक्षा अच्छे नंबरों के साथ पास करनी होती है। यदि आप प्रसिद्ध कॉलेज से यह कोर्स करना चाहते है। तो आपको प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आपको डीएएमएस का डिप्लोमा प्राप्त हो जाता है।

Q:- 4. डीएएमएस कोर्स करने की न्यूनतम आयु कितनी है?

Ans:- 4. डीएएमएस कोर्स करने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष निर्धारित की गई है। अर्थात हम कह सकते हैं कि जिन छात्रों की उम्र 18 वर्ष होती है। वह इस कोर्स को करने में सक्षम हो सकते हैं।

Q:- 5. डीएएमएस कोर्स की फीस कितनी है?

Ans:- 5. डीएएमएस कोर्स की फीस सरकारी व प्राइवेट कॉलेज में भिन्न भिन्न होती है। प्राइवेट इंस्टिट्यूट में यह फीस ₹70 हज़ार रुपए सालाना हो सकती है। जबकि यदि सरकारी कॉलेज की बात की जाए, तो उसमें यह फीस अधिकतम ₹35 हज़ार रुपए सलाना ही होती है।

Q:- 6. डीएएमएस कोर्स कितनी अवधि का होता है?

Ans:- 6. दोस्तों, डीएएमएस कोर्स एक डिप्लोमा कोर्स है। जैसा कि आप जानते हैं, डिप्लोमा अधिकतम 1 या 2 वर्षों का होता है। इसी प्रकार डीएएमएस कोर्स भी 2 वर्षों का होता है। इसका संपूर्ण पाठ्यक्रम 2 वर्षों के अंतर्गत समाप्त हो जाता है और आपको डीएएमएस की डिग्री प्राप्त हो जाती है।

Q:- 7. डीएएमएस कोर्स करने के बाद कितना वेतन प्राप्त होता है?

Ans:- 7. डीएएमएस कोर्स करने के बाद शुरुआत में आप सभी को ₹15000 से लेकर ₹30000 प्रति माह सैलरी प्राप्त हो जाती है। यदि आप इस क्षेत्र में अधिक समय तक कार्य करते हैं, तो आपको अच्छा अनुभव प्राप्त हो जाता है। जिसके आधार पर आपकी सैलरी भी बढ़ा दी जाती है।

निष्कर्ष (Conclusion):-  आज हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में DAMS kya hota hai? DAMS kaise kare? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। बहुत से ऐसे छात्र है, जो आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं क्योंकि आयुर्वेद आज भी हमारे समाज में एक अहम भूमिका निभाता है। हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा दिया गया यह लेख बेहद पसंद आया होगा। यदि आपको इस संपूर्ण जानकारी से संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर बता सकते हैं। साथ ही इस संपूर्ण लेख को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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