इंजीनियर कितने प्रकार के होते हैं? इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

सभी लोग अपने भविष्य के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं। कभी-कभी व्यक्ति इसी कारण भविष्य में क्या करें? इसका चुनाव करने में सक्षम नहीं हो पाता है। यदि कोई भी व्यक्ति इंजीनियरिंग की तरफ देखता है। तो उसे इंजीनियरिंग के बहुत से विकल्प नज़र आते हैं। परंतु किसी व्यक्ति को इंजीनियरिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है। इसीलिए यदि आप भी इंजीनियरिंग करने की सोच रहे है। तथा जानना चाहते हैं कि आपके लिए सबसे अच्छा इंजीनियरिंग क्षेत्र कौन सा रहेगा? तो हमारे द्वारा इस लेख के अंतर्गत आप सभी को Engineer kitne prakar ke hote hai? इसकी जानकारी दी जा रही है। जो आप हमारे लेख के जरिए प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।

आज के समय में आपको हर एक फील्ड में इंजीनियर देखने को मिलता है। इंडस्ट्री हो या फिर केमिकल कंपनी हर जगह इंजीनियर के द्वारा कार्य किया जाता है। परंतु यदि कोई व्यक्ति इंजीनियरिंग करना चाहता है। तथा वह इस बात को नहीं समझ पा रहा है, कि उसे किस क्षेत्र में इंजीनियरिंग करनी चाहिए। तो आप हमारे इस लेख की सहायता से प्रत्येक इंजीनियरिंग क्षेत्र की खासियत पता कर सकते हैं। साथ ही आप यह पता लगा पाएंगे, कि आपको किस क्षेत्र में इंजीनियर करनी चाहिए? साथ ही साथ आपको इस बात को भी अंदाजा लगाना होगा कि आप किस इंजीनियरिंग क्षेत्र में अच्छे से कार्य करने के काबिल है। इसीलिए हमने आपको How many type of engineering are there? के बारे में बताया है।

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इंजीनियर क्या होता है? (What is an engineer?)

यदि आप इंजीनियरिंग के प्रत्येक क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। इससे पहले आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि Engineer kya hota hai? हमारे द्वारा यहां आपको इसके बारे में बताया जा रहा है। इंजीनियर हम उस व्यक्ति को कह सकते हैं, जो इंजीनियरिंग का कोर्स करता है अर्थात जो व्यक्ति साइंस और मैथ का अच्छा ज्ञान रखता है। वह इंजीनियर कहलाता है। इंजीनियर की पढ़ाई करने के लिए प्रत्येक अभ्यार्थी को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। परंतु यदि वह एक बार मेहनत करके इंजीनियरिंग में एडमिशन ले लेता है। तो उसके पास कैरियर के बहुत सारे विकल्प होते हैं।

इंजीनियर कितने प्रकार के होते हैं? इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

इंजीनियर बनना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए अभ्यार्थियों द्वारा बहुत मेहनत की जाती है। परंतु बहुत से अभ्यार्थी इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने से पहले इस बात का पता लगाते हैं, कि उन्हें किस क्षेत्र में इंजीनियरिंग करनी है? इंजीनियरिंग करने के बहुत सारे क्षेत्र आज के समय में हमारे पास उपस्थित होते हैं। जिनके अंदर कैरियर के बहुत अच्छे स्कोप देखने को मिलते हैं। साथ ही साथ एक व्यक्ति इंजीनियर बनता है। तो वह बहुत अच्छी सैलरी प्राप्त करता है। यही कारण है कि आज के समय में ज्यादातर विद्यार्थियों का सपना इंजीनियर बनने का होता है। यदि आप इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं। तो आप ही एक इंजीनियर कहलायेंगे।

इंजीनियरिंग के प्रकार? (Types of engineering?)

यदि किसी व्यक्ति का सपना इंजीनियर बनने का है और वह इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहता है। तो वह अवश्य ही मेहनत करके इस क्षेत्र में अपने करियर को बुलंदियों तक पहुंचाने में सक्षम हो सकता है। वैसे तो इंजीनियरिंग करने के विभिन्न क्षेत्र उपस्थित है। परंतु लोगों के द्वारा ज्यादातर कुछ ही कोर्सेज किए जाते हैं क्योंकि उन्हें इंजीनियरिंग के प्रकार की जानकारी नहीं होती है। यदि आप भी इंजीनियर बनना चाहते हैं तथा आपको भी इंजीनियरिंग के प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। तो हम आपको बता दें, कि हम आपको यहां Types of engineering? के बारे में बताने जा रहे हैं।

यदि आप भी इंजीनियरिंग के प्रकार की जानकारी प्राप्त कर लेंगे। तो आपको अपनी काबिलियत के अनुसार कोर्स करने के विकल्प मिलेंगे क्योंकि इंजीनियरिंग में बहुत सारे कोर्सेज होते हैं। आपको अपने अनुसार कोर्स का चुनाव करना होगा। इंजीनियर के प्रकार की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए। जो इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहता है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे इंजीनियरिंग के प्रकार की सूची दी गई है। इस सूची के आधार पर आप अपने लिए कोई एक इंजीनियर कोर्स का चुनाव करने में सक्षम होंगे। जिस क्षेत्र में आप अपना भविष्य बना सकते हैं। यह सूची निम्न प्रकार है-

  • सिविल इंजीनियरिंग (Civil engineering)
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical engineering)
  • कंप्यूटर इंजीनियरिंग (Computer engineering)
  • बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (Biomedical engineering)
  • केमिकल इंजीनियरिंग (Chemical engineering)
  • एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (Aeronautical engineering)
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (Electronics engineering)
  • कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (Communication engineering)
  • पैट्रोलियम इंजीनियरिंग (Petroleum engineering)
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical engineering)
  • इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (Industrial engineering)
  • एनवायरनमेंट इंजीनियरिंग (Environmental engineering)
  • ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग (Automobile engineering)
  • एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग (Agriculture engineering)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace engineering)
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software engineering)

1. सिविल इंजीनियरिंग कोर्स (Civil Engineering course)

आइए सर्वप्रथम हम सिविल इंजीनियरिंग के बारे में जानते हैं। हमारे देश की जनसंख्या 130 करोड़ से अधिक है। दिन पर दिन हमारे देश की जनसंख्या बढ़ती जा रही है। इसलिए हमारे देश को इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की बहुत आवश्यकता है। एक सिविल इंजीनियर के द्वारा ही बिल्डिंग, घर आदि का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाता है। यही कारण है कि आज के समय में सिविल इंजीनियर की मांग बढ़ती जा रही है। बड़ी बड़ी सड़कों, बड़ी बड़ी बिल्डिंग, बड़े-बड़े पुलों आदि का निर्माण सिविल इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। इस क्षेत्र में आपको कैरियर के बहुत सारे अवसर प्रदान किए जाते हैं।

सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद आप भी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का कार्य करेंगे। आपके द्वारा भी बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों, सड़कों और डैम आदि का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। परंतु सिविल इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने से पहले आपको अपनी रुचि का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। यदि आप इस कार्य को करने में दिलचस्पी रखते हैं। तो आपके लिए यह क्षेत्र बहुत सारी अपॉर्चुनिटी लेकर आएगा। इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थियों को काफी अच्छी सैलरी प्रदान की जाती है। सिविल इंजीनियरिंग 4 साल का कोर्स होता है। परंतु यदि आप इस कार्य में दिलचस्पी नहीं रखते हैं। तो आपको सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स नहीं करना चाहिए।

2. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स (Electrical engineering course)

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स वह विद्यार्थी करते हैं। जिनके द्वारा इलेक्ट्रिक के माध्यम से मशीनों का कार्य किया जाता है अर्थात हम कह सकते हैं कि हमारे घरों में जो इलेक्ट्रिक का सामान जैसे:- बल्ब, फ्रिज, वाशिंग मशीन, फैन और कूलर आदि इनको बनाने का कार्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के द्वारा किया जाता है। यह उपकरण हर किसी व्यक्ति के घर पर इस्तेमाल किए जाते हैं।

यही कारण है कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थियों की आजकल बहुत मांग होती है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करने के पश्चात आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कहलाते हैं। यह एक अच्छा कोर्स है। यदि आप इलेक्ट्रिक से जुड़े उपकरण में रुचि रखते हैं। तो आपको यह कोर्स अवश्य करना चाहिए।

यह तो आप सब जानते हैं कि हमारे देश में आज के समय में हजारों कंपनियां, हजारों फैक्ट्रियों उपस्थित हैं। जहां हर वक्त इलेक्ट्रिसिटी की आवश्यकता पड़ती है। साथ ही साथ फैक्ट्रियों और कंपनियों में उपस्थित विभिन्न प्रकार के उपकरण केवल लाइट की सहायता से ही चलाए जाते हैं। इसीलिए हर क्षेत्र में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की आवश्यकता होती है। पूरे देश में बिजली का प्रवाह केवल इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। यदि आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करते हैं। तो आपको भविष्य में अपने कैरियर के बहुत सारे अवसर मिलते हैं। इस कोर्स को करके आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने में सक्षम हो सकते है।

3. कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स (Computer engineering course)

कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में लोग जानने के बहुत इच्छुक होते हैं क्योंकि यह कार्य इंटरनेट से जुड़ा हुआ है आजकल लोग इंटरनेट और टेक्नोलॉजी के साथ अधिक जुड़ाव महसूस करते हैं। कंप्यूटर इंजीनियरिंग एक प्रकार का बहुत ही रोमांचक और मजेदार कोर्स होता है। कंप्यूटर इंजीनियरिंग करने से पहले आपके पास कंप्यूटर से संबंधित थोड़ी बहुत जानकारी होना आवश्यक है। आपको बहुत से लोग अपनी पढ़ाई के दौरान कंप्यूटर को सीखते हुए नजर आए होंगे क्योंकि आज हमारा देश टेक्नॉलॉजी की तरफ बढ़ रहा है। तो सभी लोग कंप्यूटर में अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यही कारण है कि कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स की डिमांड बढ़ रही है।

कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत आपको विभिन्न प्रकार की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अंतर्गत आपको उस लैंग्वेज के बारे में बताया जाता है। जिसका उपयोग आपके कैरियर में किया जाता है। यानी कि आपको अपने कैरियर में इन सब लैंग्वेज पर काम करना होता है। कंप्यूटर में विभिन्न प्रकार की लैंग्वेज जैसे:- JAVA, JAVA SCRIPT, PYTHON, C++ आदि प्रोग्रामिंग लैंग्वेज उपस्थित होती है। लैंग्वेज को सीखने के बाद आप बहुत सारे एप्लीकेशन को बनाना भी सीख जाते हैं। आज के समय में कंप्यूटर इंजीनियरिंग से आपको बहुत सारे जॉब के अवसर मिलते हैं। कंप्यूटर इंजीनियर आज के समय का सर्वाधिक डिमांडिंग इंजीनियर है।

4. केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स (Chemical engineering course)

केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स वह विद्यार्थी करते हैं। जिन्हें केमिस्ट्री और फिजिक्स जैसे विषयों में अधिक दिलचस्पी होती है क्योंकि इस कोर्स के अंतर्गत केमिस्ट्री और फिजिक्स के रॉ मैटेरियल को आपस में मिलाकर एक वैल्यूवल प्रोडक्ट बनाया जाता है। यह कार्य केवल केमिकल इंजीनियर के द्वारा किया जाता है। हमारे द्वारा रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल किये जा रहे सभी प्रोडक्ट में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। कौन सा केमिकल मानव जीवन के लिए अच्छा है तथा कौन सा केमिकल अच्छा नहीं है। यह सब एक केमिकल इंजीनियर के द्वारा ही सुनिश्चित किया जाता है। एक बेहतरीन प्रोडक्ट को केमिकल की मदद से डेवलप करना केमिकल इंजीनियर का काम होता है।

केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को बहुत से सुगम तरीकों की जानकारी दी जाती है। जिसकी सहायता से वह एक केमिकल से वैल्यूवल प्रोडक्ट का निर्माण करवाते हैं। यदि आप को भी इस प्रकार का कार्य करना पसंद है। तो आप केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं। इस क्षेत्र में आपको एक अच्छी सैलरी देखने को मिल जाती है।

साथ ही साथ आजकल केमिकल इंजीनियर की जरूरत हर क्षेत्र में जरूरत होती है। परंतु केमिकल इंजीनियर को केवल उन प्रोडक्ट को बनाने की अनुमति प्रदान होती है। जिससे मानव जीवन को फायदा मिले। साथ ही साथ किसी भी प्रकार के केमिकल से आने वाली पीढ़ी को किसी प्रकार का नुकसान ना हो। इस बात का ध्यान भी रखना केमिकल इंजीनियर की जिम्मेदारी है।

5. बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स (Biomedical engineering course)

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स बहुत अधिक पॉपुलर कोर्स नहीं है। इसके बारे में लोग बहुत कम जानते हैं। परंतु जो भी इस कोर्स की जानकारी रखता है। उसे यह कोर्स अवश्य पसंद आया होगा क्योंकि इसके अंतर्गत इंजीनियर के द्वारा बहुत ज्यादा अच्छे कार्य किए जाते हैं। इसमें व्यक्ति हेल्थ सेक्टर के अंतर्गत कार्य करता है।

मेडिकल क्षेत्र में भी बहुत सारी मशीनों को डिवेलप करने का कार्य किया जाता है। जिन मशीनों के द्वारा लोगों की बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। इन सभी मशीनों को डिवेलप करने का कार्य एक बायोमेडिकल इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। इस क्षेत्र में आज के समय में बहुत ज्यादा जॉब के अवसर देखने को मिलते है। यदि आप बायोमेडिकल का कोर्स करते हैं। तो आपको भी कैरियर बनाने का एक अच्छा मौका मिलता है।

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत आपको बायलॉजी और मेडिकल से संबंधित जानकारी के बारे में पढ़ाया जाता है। मेडिकल सेक्टर के अंतर्गत जितनी मशीनों का उपयोग किया जाता है। उन सभी मशीनों जैसे:- ECG Machine, X-ray machine, ultrasonography machine आदि को बनाने का कार्य एक बायोमेडिकल इंजीनियर ही करता है। साथ ही साथ एक ट्रीटमेंट के लिए मशीनों को और एडवांस लेवल पर बनाने का कार्य भी बायोमेडिकल इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। मशीनों की सहायता से डॉक्टर को किसी भी मरीज का इलाज करने में बहुत सहायता मिलती है। इस सहायता का पूरा श्रेय बायोमेडिकल इंजीनियर को जाता है।

6. एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स (Aeronautical engineering course)

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स एक बहुत अच्छा कोर्स है। इसे करने में 4 साल का समय लगता है। एरोनॉटिकल इंजीनियर के द्वारा देश की सुरक्षा हेतु नई नई टेक्नोलॉजी का निर्माण किया जाता है। देश के लिए एयरक्राफ्ट बनाने का कार्य एयरोनॉटिकल इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग करने के बाद एयरोनॉटिकल इंजीनियर कहलाते हैं। एरोनॉटिकल इंजीनियर पर बहुत सी जिम्मेदारी होती है। इस क्षेत्र में आपको बहुत सी कैरियर अपॉर्चुनिटी देखने को मिलती है। एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स एक काफी इंटरेस्टिंग कोर्स है। एरोनॉटिकल इंजीनियर के द्वारा सेटेलाइट, एयरक्राफ्ट, रॉकेट मिसाइल अंतरिक्ष में भेजने का कार्य किया जाता है।

10th के बाद यदि कोई व्यक्ति एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स करता है। तो वह इसमें डिप्लोमा प्राप्त कर सकता है। यह डिप्लोमा 3 साल का होता है। परंतु यदि आप 12th के बाद इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहते हैं। तो आप B.Tech या BE कोर्स भी कर सकते हैं। इस कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को नई नई चीजें डिवेलप करने के बारे में जानकारी दी जाती है।

इसमें विद्यार्थियों को नई-नई तकनीकों के अध्ययन कराए जाते हैं। इस फील्ड में भी आपको बहुत से कैरियर ऑप्शन देखने को मिल सकते हैं। यदि आप इस प्रकार के कार्य में दिलचस्पी रखते हैं। तो एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का कोर्स आपके लिए बेहद अच्छा रहेगा। इस कोर्स में आपको अच्छी सैलरी देखने को मिलती है।

कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्स एक बहुत पॉपुलर कोर्स है। इसे बहुत से लोगों के द्वारा किया जाता है। आज के समय में टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ गई है, कि हम छोटी-छोटी डिवाइस की सहायता से भी एक दूसरे के साथ इंटरैक्ट कर पाते हैं। इसका पूरा श्रेय कम्युनिकेशन इंजीनियर को जाता है क्योंकि इस प्रकार की डिवाइस कम्युनिकेशन इंजीनियर के द्वारा ही बनाई जाती है।

7. कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्स (Communication engineering course)

सरल भाषा में समझाया जाए तो कम्युनिकेशन का मतलब होता है, एक दूसरे से इंटरैक्ट करना अर्थात एक मैसेज एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना। इस प्रकार के कार्यों को सभी लोगों के बीच टेक्नालॉजी के माध्यम से प्रदर्शित करने का काम करने के इंजीनियर करता है। यह एक बेहतरीन कोर्स है। जिसमें बहुत से विद्यार्थी दिलचस्पी लेते हैं।

कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को नई टेक्नोलोजी डेवलप करने के बारे में पढ़ाया जाता है। साथ ही साथ उन्हें ऐसी ट्रेनिंग दी जाती है कि वह इस प्रकार के प्रोडक्ट का निर्माण करें, जिससे लोग एक दूसरे से बहुत ही आसानी के साथ इंटरेक्ट कर पाए। कम्युनिकेशन इंजीनियर के कारण कोई भी व्यक्ति किसी भी स्थान पर रहकर एक दूसरे से बात कर सकता है। आजकल के दौर में कॉलिंग स्मार्ट वॉच का चलन बहुत है। यह डिवाइस केवल कम्युनिकेशन इंजीनियर की ही देन है। यह क्षेत्र कार्य की दृष्टि से बहुत इंटरेस्टिंग क्षेत्र है। यदि आप ऐसे कार्य में दिलचस्पी रखते हैं। तो आपको अवश्य ही कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्स का चुनाव करना चाहिए।

8. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स (Electronics engineering course)

इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का कार्य लगभग समान होता है। परंतु यह दोनों कोर्सेज अलग-अलग होते हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के द्वारा बड़ी-बड़ी मशीनों पर कार्य किया जाता है। जैसे:- फैक्ट्रियों में उपस्थित मशीन, कंपनियों में उपस्थित मशीन आदि परंतु इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर के द्वारा छोटी मशीनों और छोटे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स जैसे:- मोबाइल चार्जर, मोबाइल मदरबोर्ड, कंप्यूटर मदरबोर्ड आदि पर कार्य किया जाता है। इन्हीं सब जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत पढ़ता है। साथ ही साथ इसके अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर को नौकरी के बहुत से अवसर प्राप्त होते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर के द्वारा विभिन्न प्रकार के छोटे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे:- कैपेसिटर, ट्रांजिस्टर और रजिस्टर आदि पर कार्य किया जाता है। इससे संबंधित संपूर्ण अध्ययन आपको इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत पढ़ाया जाता है। साथ ही साथ इसके इतिहास की भी पूरी जानकारी आपको दी जाती है। यह एक प्रकार का अच्छा कोर्स है। इसे बहुत से लोगों के द्वारा किया जाता है। इस क्षेत्र के अंतर्गत आपको अच्छी नौकरी तथा अच्छी सैलरी प्रदान की जाती है। आजकल इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर की मांग टेक्नोलॉजी, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि का अधिक इस्तेमाल करने के कारण बढ़ती जा रही है। इसलिए यदि आप यह कोर्स करना चाहते हैं। तो बेफिक्र कर सकते हैं।

9. पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स (Petroleum engineering course)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में अधिक लोगों को जानकारी नहीं होती है  यह एक यूनिक तरीके का इंजीनियरिंग कोर्स है। जो हर कोई नहीं करता है, पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को किसी स्थान से पेट्रोल निकालने की तकनीक के बारे में अध्ययन कराया जाता है। साथ ही साथ इसके इतिहास की पूरी जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाई जाती है। जिस स्थान से पेट्रोलियम निकाला जाता है, उस स्थान से पेट्रोलियम के साथ बहुत सी चीजें निकलती है। जिसकी जानकारी एक-एक करके विद्यार्थी को दी जाती है। इसके पश्चात उसे इस पूरी प्रक्रिया को मैनेज करना सिखाया जाता है। यह एक बेहतरीन कोर्स है। इसमें आप कुछ नया सीख सकते हैं।

किसी भी प्रकार के पेट्रोलियम ईंधन को जमीन से खोदकर निकालने की संपूर्ण प्रक्रिया को मैनेज करने का कार्य एक पैट्रोलियम इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। साथ ही साथ जिन मशीनों के द्वारा पेट्रोलियम को निकाला जाता है। उन सभी मशीनों का निर्माण इंजीनियर के द्वारा ही होता है। ताकि पेट्रोलियम को बहुत आसानी से निकाला जा सके। अगर आपको यह सारा कार्य समझने के बाद इस कार्य में थोड़ा भी इंटरेस्ट उत्पन्न होता है। तो आपको अवश्य ही पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स को करना चाहिए। यह कोर्स 4 साल का होता है। परंतु इसके अंदर आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है। साथ ही साथ इसमें आपका कैरियर भी अच्छा बनता है।

10. मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स (Mechanical engineering course)

मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में आपने बहुत बार सुना होगा क्योंकि इस कोर्स को बहुत सारे लोग करते हैं। यह एक बेहद पॉपुलर कोर्स है। यह इसलिए पॉपुलर है क्योंकि इसको करने के बाद ज्यादातर लोग अपने कैरियर में सफल हो जाते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत आप सभी को मशीनों से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया जाता है क्योंकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स कर रहे विद्यार्थियों को आगे चलकर मशीन डेवलपमेंट का कार्य करना होता है। यह कोर्स 4 साल का होता है। इन 4 सालों में विद्यार्थियों को पूर्ण रूप से एक मैकेनिकल इंजीनियर की ट्रेनिंग दे दी जाती है। जिसके पश्चात एक मैकेनिकल इंजीनियर अपने कार्य में निपुण हो जाता है।

इंजीनियर के द्वारा साइकिल, मोटरसाइकिल, कार और इंजन बनाने के कार्य को किया जाता है। यदि आप यह कोर्स करते हैं। तो आपका कैरियर जल्दी से आगे बढ़ता है क्योंकि इस क्षेत्र में आपको कैरियर के बहुत सारे विकल्प देखने को मिलते हैं। इस क्षेत्र से संबंधित बहुत सारी इंडस्ट्री आपको हमारे देश में देखने को मिलेंगी। यही कारण है कि उन सभी इंडस्ट्री में मैकेनिकल इंजीनियर की आवश्यकता होती है। इसीलिए किसी भी मैकेनिकल इंजीनियर को बहुत जल्दी जॉब मिलने का मौका मिलता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने से आपको कॉलेज के द्वारा ही एक अच्छा प्लेसमेंट प्रदान कर दिया जाता है। यदि आप यह कोर्स करेंगे। तो अपने भविष्य में सफल हो सकेंगे। परंतु आपको यह कोर्स तभी करना चाहिए। जब आप इस कार्य में दिलचस्पी रखते हो।

11. इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग कोर्स (Industrial engineering course)

इंडस्ट्री में जिस व्यक्ति को कार्य करना पसंद होता है। वह इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग का कोर्स करता है। इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग के कोर्स को करने के बाद आप इंडस्ट्रियल इंजीनियर बनते हैं यानी कि इंडस्ट्री में विभिन्न प्रकार की मशीनों और सभी तरीके की चीजों को मैनेज करने का कार्य इंडस्ट्रियल इंजीनियर का होता है। यह कोर्स आपको किसी भी कॉलेज में मिल जाएगा। यदि कोई व्यक्ति 10th क्लास पास करने के बाद इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहता है। तो वह इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त कर सकता है। यह डिप्लोमा कोर्स 3 साल का होता है। इसके बाद भी आप किसी भी इंडस्ट्री में जॉब कर सकते हैं। परंतु इस डिप्लोमा से आपकी सैलरी अच्छी नहीं होती है। परंतु समय के साथ आगे इसकी सैलरी भी बढ़ जाती है।

 यदि कोई व्यक्ति 12th करने के बाद इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहते हैं। तो आप 12th के बाद भी इस क्षेत्र में जा सकते हैं। परंतु इसके लिए आपको इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में B.Tech या BE कर सकते हैं। जो कि 4 साल का कोर्स होता है। इसके अंतर्गत आपको ट्रेनिंग भी दी जाती है। इस कोर्स को बहुत कम लोग करते हैं क्योंकि इंडस्ट्री में काम करने में बहुत कम लोगों को रुचि होती है। परंतु यदि किसी व्यक्ति को इंडस्ट्री में काम करने की इच्छा है। तो उसे यह कोर्स अवश्य करना चाहिए क्योंकि इस कोर्स की सहायता से वह अपने भविष्य को अपनी रुचि के साथ आगे बढ़ाने में सक्षम हो सकेगा। इस क्षेत्र में भी आपको जॉब के बहुत अवसर मिलते हैं।

12. एनवायरमेंट इंजीनियरिंग कोर्स (Environment engineering course)

एनवायरमेंट इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में बहुत से लोग पहली बार सुन रहे होंगे क्योंकि लोगों को लगता है कि इंजीनियरिंग का कार्य केवल मशीनें बनाना, बिल्डिंग बनाना होता है। परंतु ऐसा नहीं है, इंजीनियरिंग हर क्षेत्र में की जाती है। इसीलिए हम आपको यहां एनवायरनमेंट इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में बता रहे हैं। एनवायरनमेंट का मतलब होता है हमारे आसपास का वातावरण अर्थात हम कह सकते हैं कि पर्यावरण से जुड़े सभी कार्यों को एनवायरनमेंट इंजीनियर द्वारा किया जाता है। एनवायरनमेंट इंजीनियर बनने हेतु किसी भी विद्यार्थी को एनवायरनमेंट इंजीनियरिंग कोर्स की डिग्री हासिल करनी होती है। साथ ही साथ इसके अंतर्गत संपूर्ण अध्ययन की जानकारी भी रखनी होती है।

एनवायरनमेंट इंजीनियर के द्वारा कुछ ऐसे उपकरण को बनाया जाता है। जिससे आसपास का वातावरण प्रदूषित ना हो। वह आसपास के वातावरण को प्रदूषित होने से रोकने का कार्य करते हैं। जिस क्षेत्र में एनवायरनमेंट इंजीनियर होते हैं। उस क्षेत्र के पास का वातावरण दूषित नहीं होता है क्योंकि उनका कार्य प्रदूषण को आसपास के वातावरण से दूर रखने का ही होता है। इस कार्य को करने में हर कोई दिलचस्पी रखता है। परंतु लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता है। इस कारण एनवायरमेंट इंजीनियरिंग कोर्स बहुत कम किया जाता है। यदि आप इस कार्य को करने में दिलचस्पी रखते हैं। तो आप यह कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स में भी आपको बहुत सारे कैरियर विकल्प देखने को मिलते हैं। साथ ही साथ आपको एक अच्छी सैलरी भी दी जाती है।

13. एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स (Aerospace engineering course)

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स बहुत ज्यादा पॉपुलर है। परन्तु इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है। जब विद्यार्थियों के द्वारा इस कोर्स की जानकारी प्राप्त की जाती है। तो ज्यादातर विद्यार्थी इसको करने के इच्छुक होते हैं। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत आपको अंतरिक्ष और विमान के बारे में अध्ययन कराया जाता है। साथ ही साथ इससे संबंधित कार्यों को एयरोस्पेस इंजीनियर के द्वारा ही किया जाता है। यह एक बहुत अच्छा क्षेत्र है। इस क्षेत्र में एयरोस्पेस इंजीनियर की बहुत आवश्यकता होती है। यही कारण है कि आप यदि इस क्षेत्र में पढ़ाई करते हैं, तो आपको जॉब के बहुत सारे अवसर मिलते हैं। इस क्षेत्र में आपकी काफी अच्छी कमाई होती है। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स 4 साल का होता है।

एयरोस्पेस इंजीनियर के द्वारा एरोप्लेन, रॉकेट और अंतरिक्ष यान से संबंधित कार्यों को करना होता है। इस फील्ड के अंतर्गत यदि आप कार्यरत होते हैं। तो आपको बेहतरीन सुविधा प्रदान की जाती है। परंतु इसमें अपना कैरियर बनाने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती है। यदि आप एक अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स को करते हैं। तो आपको कॉलेज के माध्यम से ही एक अच्छी कंपनी द्वारा हायर कर लिया जाता है। इस क्षेत्र के अंतर्गत आपको बहुत अच्छी पैकेज मिलती है। जिसमें आपकी सैलरी काफी अच्छी होती है। एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए आपको शुरुआत से ही मेहनत करनी पड़ेगी।

14. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स (Automobile engineering course)

ऑटोमोबाइल इंजीनियर के द्वारा किसी भी चीज को आटोमेटिक तरीके से चलाने तथा उसे पूर्ण रूप से डिजाइन करने का कार्य किया जाता है। आपने बहुत ही ऐसी चीजें देखी होंगी। जो ऑटोमेटिक तरीके से चलती है। यह कार्य बहुत मुश्किल होता है। परंतु इस कार्य को करने के लिए ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स करना होता है। जिसके तत्पश्चात आप ऑटोमोबाइल इंजीनियर कहलाते हैं। सर्वप्रथम ऑटोमोबाइल इंजीनियर के द्वारा अपने कार्य पर बहुत रिसर्च की जाती है। इसके पश्चात ही किसी डिवाइस को मार्केट में लॉन्च किया जाता है। समय के साथ-साथ हमारे आसपास की सभी चीजों में चेंज होते जा रहे हैं। यह सभी चेंज केवल इंजीनियर के माध्यम से ही संभव होते हैं।

ऑटोमोबाइल इंजीनियर के द्वारा किसी भी कार को बनाते समय उसके डिजाइन, माइलेज आदि विभिन्न प्रकार की चीजों का ध्यान रखा जाता है। साथ ही साथ वह एक बहुत बेहतरीन कार बनकर तैयार रहे, इसका भी टास्क ऑटोमोबाइल इंजीनियर पर होता है। यह क्षेत्र आपके लिए बेहतरीन रहेगा। यदि आपको कारों के साथ कार्य करना अच्छा लगता है। तो आपको अवश्य ही ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहिए। आपको यह कोर्स किसी भी विश्वविद्यालय में मिल जाएगा। परंतु इस कोर्स को करने के लिए आपको शुरुआत से मेहनत करनी होगी। ताकि आप एक अच्छे कॉलेज से ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स कर सकें।

15. एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स (Agriculture engineering course)

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स एक विशेष प्रकार का कोर्स है। यह बहुत ज्यादा फेमस कोर्स है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को कृषि से संबंधित अध्ययन कराया जाता है अर्थात हम कह सकते हैं, कि एग्रीकल्चर इंजीनियर ऐसी मशीनों का निर्माण करते हैं। जिन मशीनों का उपयोग कृषि में किया जाता है। पुरानी मशीनों को कुछ तकनीकों का इस्तेमाल करके नई मशीनों में तबदील करने का कार्य भी इन इंजीनियर का ही होता है। यह नई मशीनें इसलिए बनाते हैं। ताकि कृषि क्षेत्र में हो रहे संपूर्ण कार्य आसानी से होते रहे। आप कह सकते हैं कि कृषि क्षेत्र से संबंधित सभी कार्य जो मशीनों से जुड़े होते हैं। एक एग्रीकल्चर इंजीनियर द्वारा किए जाते हैं।

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत बहुत कम लोग इंटरेस्टेड होते हैं। परंतु यदि आप इस क्षेत्र में एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स करते हैं। तो आपको अपने कैरियर के बहुत सारे विकल्प देखने को मिलेंगे। आजकल हमारे देश में एग्रीकल्चर को लेकर एग्रीकल्चर इंजीनियर की बहुत डिमांड है क्योंकि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। जिसके चलते एग्रीकल्चर इंजीनियर को कभी भी जॉब की कमी नहीं होगी। बल्कि उसे अपने भविष्य में कैरियर के बहुत सारे अफसर देखने को मिलेंगे। एग्रीकल्चर इंजीनियर को इस क्षेत्र में काफी अच्छी सैलरी मिलती है। शुरुआत में भले ही सैलरी कम होती है। परंतु अनुभव के आधार पर आगे चलकर यह सैलरी बहुत अच्छी हो जाती है।

16. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स (Software engineering course)

हमारे द्वारा आपको ऊपर विभिन्न प्रकार के इंजीनियर क्षेत्र के बारे में जानकारी दे दी गई है। परंतु सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स एक बेहतरीन इंजीनियरिंग कोर्स है। यदि आप कंप्यूटर से संबंधित सॉफ्टवेयर के साथ कार्य करने में दिलचस्पी रखते हैं। तो यह कोर्स आपके लिए बना है। आप इस कोर्स को करने के बाद कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के सॉफ्टवेयर का निर्माण करने में सक्षम हो सकते हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर का कार्य केवल कंप्यूटर पर बैठकर किया जाता है। परंतु इनका कार्य बहुत ही दिमाग वाला होता है। इन्हें सॉफ्टवेयर डिजाइन करने होते हैं। बहुत से लोगों को कंप्यूटर पर कार्य करना बहुत पसंद होता है। तो वह सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स में आपको बहुत अच्छा पैकेज देखने को मिलता है क्योंकि विभिन्न प्रकार की कंपनियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की आवश्यकता होती है। यदि आप एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन ले लेते हैं। तो आपको कॉलेज के द्वारा ही एक अच्छी कंपनी में जॉब प्राप्त हो जाती है। इसमें आपको अच्छी सैलरी देखने को मिलती है। साथ ही साथ इसमे आपको केवल कंप्यूटर पर बैठकर ही कार्य करना होता है। जो लोग इस कार्य में इंटरेस्टेड होते हैं। उनके लिए यह क्षेत्र बहुत अच्छा है क्योंकि इसमें आप अपने भविष्य को आगे बढ़ा सकते हैं। हमारा देश टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ रहा है। इसको देखते हुए हमारे देश में सॉफ्टवेयर इंजीनियर का भविष्य उज्जवल है।

सबसे बेस्ट इंजीनियरिंग कोर्स? (Best engineering course?)

हमारे द्वारा ऊपर आपको सभी प्रकार के इंजीनियरिंग क्षेत्र की जानकारी दे दी गई है। जिसके बारे में आपने अच्छे से समझ लिया होगा। यदि आपको सभी क्षेत्र की जानकारी अच्छे से पता लग गई है। तो अब आप अपनी कैपेबिलिटी के अनुसार अपने लिए किसी भी इंजीनियरिंग कोर्स का चुनाव कर सकते हैं। इन सभी क्षेत्र में आपको कोरियर के बहुत अच्छे ऑप्शन मिलते हैं। आज के समय मे प्रत्येक क्षेत्र में इंजीनियर की आवश्यकता होती है। साथ ही साथ आपको इन सब क्षेत्र में एक अच्छा पैकेज मिलेगा। जिसमें आप एक अच्छी सैलरी प्राप्त करगें। जैसे ही आप किसी क्षेत्र में जॉब करते-करते अनुभव प्राप्त कर लेंगे। तो आपकी सैलरी और अच्छी कर दी जाती है।

आप किसी भी इंजीनियरिंग कोर्स को यदि 10th के बाद करना चाहते हैं  तो आपको उसने डिप्लोमा ही प्राप्त होगा। परंतु यदि आप एक अच्छी सैलरी प्राप्त करना चाहते हैं। तो आपको 12th के बाद ही इंजीनियरिंग कोर्स करना होगा। साथ ही साथ आपको 12th में पीसीएम सब्जेक्ट यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ जैसे सब्जेक्ट से पढ़ाई करनी होगी। तभी आप आगे चलकर किसी भी इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे। 12th के बाद आप B.Tech या BE कोर्स भी कर सकते हैं। जो 4 साल का होता है। जिसके बाद आपको एक अच्छा पैकेज मिलता है। इंजीनियरिंग भविष्य के लिए अच्छा विकल्प है। आप इसका चुनाव कर सकते हैं

भारत में अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज कौन-कौन से हैं?

भारत में कई सारे अच्छे इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट है जहां से आप अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं और अपना इंजीनियर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं । कुछ अच्छे इंस्टिट्यूट के बारे में नीचे जानकारी दी जा रही है –

इंस्टिट्यूट का नाम

राज्य

स्कोर

रैंक

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मद्रास

तमिलनाडु

89.93

1

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली

दिल्ली

88.08

2

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मुंबई

महाराष्ट्र

85.08

3

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कानपूर

उत्तर प्रदेश

82.18

4

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर

पश्चिम बंगाल

80.56

5

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रुड़की

उत्तराखंड

76.29

6

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी

असम

74.9

7

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद

तेलंगाना

66.44

8

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, तिरिचिराप्पल्ली

तमिलनाडु

64.1

9

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, इंदौर

मध्य प्रदेश

62.88

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इंजीनियरिंग कितने प्रकार की होती है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)

Q:-1. इंजीनियर क्या होता है?

Ans:-1. इंजीनियर वह व्यक्ति होता है। जिसने इंजीनियरिंग का कोर्स  किया होता है तथा जिस व्यक्ति को इंजीनियरिंग की संपूर्ण जानकारी होती है। इंजीनियर के विभिन्न क्षेत्र होते हैं।  प्रत्येक क्षेत्र में इंजीनियर की आवश्यकता पड़ती है। इंजीनियर का कोर्स 4 साल का होता है या फिर आप इसमें भी कर सकते हैं।

Q:-2. कौन सा इंजीनियर कोर्स क्या होता है?

Ans:-2. हमारे द्वारा ऊपर आपको विभिन्न प्रकार के इंजीनियरिंग क्षेत्र की जानकारी दी गई है। यदि आप भी अपनी कैपेबिलिटी के अनुसार कोई इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहते हैं। तो हमारे इस लेख को पढ़ने के बाद कर सकते है।

Q:-3. एग्रीकल्चर इंजीनियर द्वारा क्या किया जाता है?

Ans:-3. एग्रीकल्चर इंजीनियर द्वारा कृषि से संबंधित सभी प्रकार की मशीनों का निर्माण किया जाता है। इनके माध्यम से कृषि को और भी आसान बनाया जा सकता है। इसके लिए व्यक्ति को एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स करना पड़ता है।

Q:-4. इंजीनियर के प्रकार कितने होते हैं?

Ans:-4. इंजीनियर के विभिन्न प्रकार होते हैं। यदि आप इंजीनियर के प्रकार की जानकारी के साथ-साथ उनकी डिटेल भी जानना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा ऊपर लेख में Types of engineer? के बारे में बताया गया है। इसकी सहायता से आप यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Q:-5. सॉफ्टवेयर इंजीनियर कोर्स क्या होता है?

Ans:-5. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को नए नए सॉफ्टवेयर बनाने की प्रक्रिया की जानकारी दी जाती है।

आज हमारे द्वारा आप सभी को इस आर्टिकल के अंतर्गत Engineering kitne prakar ki hoti hai? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। यदि आप भी इंजीनियरिंग करना चाहते है तथा आपको यह नहीं पता कि आपको किस क्षेत्र में इंजीनियरिंग करनी चाहिए। तो हमारा यह लेख आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित रहा होगा क्योंकि इस लेख में हमारे द्वारा प्रत्येक इंजीनियरिंग क्षेत्र की जानकारी दी गई है। इसकी सहायता से आप आसानी से अपने लिए एक सही इंजीनियरिंग क्षेत्र का चुनाव कर सकते हैं। उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही साथ हमारे इस लेख को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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