पढ़ाई में तेज कैसे बनें? पढ़ाई में तेज बनने के आसान तरीके

आज के समय में पढ़ाई लिखाई बहुत ज्यादा जरूरी है। हर व्यक्ति को शिक्षित होना आवश्यक है। यदि वह शिक्षित नहीं है तो वह अपने जीवन में बहुत कुछ हो सकता है। अशिक्षित व्यक्ति को आज के समाज में कोई वैल्यू नहीं दी जाती इसलिए एक पढ़े-लिखे समाज में वृद्धि करना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। कई लोग ऐसे हैं जो पढ़ाई मैं तेज बनना चाहते हैं परंतु पढ़ाई में कैसे तेज (Padhai me kaise tej bane) बने उसके विषय में उन्हें ज्ञान नहीं होता। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पढ़ाई में तेज बनने के आसान तरीकों (Padhai me kaise tej banane ke tarike) के विषय में बताएंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

पढ़ाई में तेज बनने के तरीके

पढ़ाई में तेज बनने के  (Padhai me kaise tej banane ke tarike)क्या-क्या तरीका हो सकते हैं और किन टेक्निक्स को अपनाकर हम अपनी पढ़ाई को और बेहतर कर सकते हैं। उसके विषय में नीचे पॉइंट्स के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई है। 

पढ़ाई में तेज कैसे बनें

1. चिंतन मनन करना :

पढ़ाई के प्रति अपने मन में चिंतन मनन करना बहुत ज्यादा आवश्यक है। चिंतन मनन का तात्पर्य है कि आप अपने सिलेबस को अपने दिमाग में सोचे आप अपने सिलेबस को डिवाइड करें कि आपने कितना याद कर लिया हैं। कितना याद कर रहे हैं और कितना याद करने के लिए रह गया है।

 अपने सिलेबस को और अपने टॉपिक को ऐसे चिंतन करने से हमें अपने टॉपिक का मन मेकअप याद हो जाएगा कि हमें और क्या-क्या पढ़ना है और कैसे पढ़ना है। आप याद करते वक्त जो भी पढ़ रहे हैं। उसको हमें लिख लिख कर याद करने की आदत डालनी चाहिए। यदि हम लिखकर याद करते हैं तो हमें चीजों को साफ तौर पर याद करने में मदद मिलती है जो चाहिए।

 हमने लिखकर याद की होती है उन्हें भूलने के चांसेस भी बहुत कम होते हैं। एक एकांत स्थान पर जाकर जो भी हमने याद किया हैं। उसे हमने अपने दिमाग में रिवाइज करना चाहिए और जो चीज छूट गई है। उनका हमें किस प्रकार पढ़ना है इसके विषय में भी चिंतन करना चाहिए।

2. पढ़ाई का तरीका और प्लानिंग :

हमें अपनी पढ़ाई को एक प्लानिंग के साथ करना चाहिए। यदि हम पूरा प्लान बनाकर अपनी पढ़ाई करते हैं तो हमें उसका रिजल्ट ज्यादा अच्छा मिलता है। कई बच्चे ऐसे होते हैं जो एग्जाम शुरू होने के कुछ समय पहले ही पढ़ाई की शुरुआत करते हैं। यह तरीका बहुत बड़ा तरीका है एग्जाम्स की शुरुआत होने से पहले हमें अपना पूरा सिलेबस कंप्लीट करना चाहिए। और एग्जाम्स के समय हमें सिर्फ उसे रिवीजन के लिए छोड़ देना चाहिए। जिससे हम आराम से अपनी पढ़ाई को पूरा कर पाए और तनाव में ना रहे। 

आपको पढ़ाई को एक चैलेंज के रूप में लेना चाहिए। आपको अपने मन में पहले से ही सोच लेना चाहिए कि इस बार आपको अपने सहपाठियों से अधिक नंबर लाने हैं और अपना रिजल्ट अच्छा बनाना हैं। ऐसा सोच लेने से ही आप इस प्रकार से काम करने लगेंगे और वैसे ही मेहनत करने लगेंगे जिससे आपका रिजल्ट और अच्छा हो जाएगा। 

हमें अपनी पढ़ाई की शुरुआत में तीन-चार चैप्टर को इकट्ठा नहीं पढ़ना चाहिए। हमें अपने सिलेबस को थोड़ा-थोड़ा कंप्लीट करना चाहिए और जो सिलेबस हमने पढ़ लिया है। उसका बार-बार रिवीजन करना भी ज्यादा आवश्यक होता हैं। हर चीज को बिल्कुल समझ कर पढ़ना चाहिए जिससे आपको चीज भूलने की समस्या नहीं होगी। 

यदि आप पढ़ाई करते समय बोरियत महसूस कर रहे हैं तो आपको थोड़ा रिलैक्स हो जाना चाहिए। जब आपका माइंड फ्रेश हो तब आपको अपनी पढ़ाई आगे कंटिन्यू करनी चाहिए। एग्जाम्स के टाइम यदि आपका पूरा सिलेबस पढ़ा हुआ होगा तो आप रिलैक्स होकर अपने एग्जाम्स दे पाएंगे। एग्जाम्स के टाइम हमें कभी भी नया पढ़ना नहीं चाहिए पुराना पड़ा हुआ ही हमें रिवाइज करना चाहिए। पूरी साल मेहनत करने के बाद यदि आप रिजल्ट प्राप्त करते हैं तो वह रिजल्ट बहुत ही अच्छा और पॉजिटिव होता है। 

हमें रोजाना बहुत ज्यादा नहीं पढ़ना चाहिए। बल्कि थोड़ा-थोड़ा सिलेबस का पाठ कर करना चाहिए और पीछे का भी रिवीजन करते रहना चाहिए। पढ़ाई के लिए हमें टाइम टेबल बनाना चाहिए और हमें एक ऐसा प्रैक्टिकल टाइम टेबल बनाना चाहिए। जिसको हम फॉलो कर पाए पढ़ाई के लिए उतना ही समय निकले जितना आप कर पाए और अपने टाइम टेबल को स्ट्रेटजी हमें फॉलो करना चाहिए। ऐसा करने से हम पढ़ाई में बहुत अच्छे हो जाएंगे। 

3. मन शांत करके पड़े : 

पढ़ाई करने के लिए और अपने टॉपिक को समझने के लिए बहुत ज्यादा जरूरी हैं। कि आपका मन बिल्कुल शांत और फ्रेश हो पढ़ाई करने के लिए बिल्कुल तैयार हो क्योंकि पढ़ाई करने के दौरान सबसे ज्यादा जरूरत आपके मन की होती है। यदि आप डिस्टर्ब नहीं है और पूरी तरीके से शांत है तो आपका पढ़ाई में मन लगेगा और आप जो भी टॉपिक पढ़ रहे हैं। वह आपको जल्दी याद होगा इसलिए पढ़ाई करने से पहले हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। कि अपने मन को बिल्कुल फ्रेश रखना चाहिए। 

4. पढ़ाई का सही वक्त : 

हमें अपनी पढ़ाई करने के लिए सही वक्त निकालना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। यदि आप पढ़ाई का सही वक्त चुनना चाहते हैं तो सुबह का वक्त सबसे अच्छा होता हैं। सुबह के समय जवाब सोकर उठते हैं तो आपका मन बिल्कुल शांत और फ्रेश होता है।इस समय पर आप जो भी याद करते हैं वह आपको आसानी से याद हो जाता है और किसी भी तरीके की दिक्कत आपको नहीं होती। 

आप जिन भी टॉपिक को स्टडी कर रहे हैं। उसके लिए आपको यह जरूरी नहीं है कि आपको हर एक टॉपिक और हर एक आंसर आता हो। यदि आप बोरियत के साथ अपने टॉपिक को पढ़ेंगे तो आपको उन्हें याद करने में समय भी लगेगा और दिक्कत भी होगी आपको हमेशा इंटरेस्टिंग तौर पर टॉपिक को पढ़ना चाहिए।

 आपको हमेशा यह सोचना चाहिए कि आप जब यह टॉपिक पड़ेंगे तो आपको आपके शरीर के बारे में या किसी अन्य चीज के बारे में एक नई जानकारी प्राप्त होगी। आपको अपने टॉपिक को पढ़ते समय अपने मन में क्यूरियोसिटी होनी चाहिए। यदि आप इंटरेस्ट लेकर उसे टॉपिक को पढ़ते हैं तो वह टॉपिक आप कभी दोबारा नहीं बोलते और आपको उसे टॉपिक को पढ़ते समय बोर महसूस नहीं होता। 

5. पढ़ाई के लिए सही जगह चुने : 

पढ़ाई के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है कि आप सही जगह का चुनाव करें। यदि आप सही जगह का चुनाव करते हैं तो आपको पढ़ाई करने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती इसके लिए आपको एक शांत वातावरण का चुनाव करना चाहिए। शोर में पढ़ाई करने के लिए नहीं बैठना चाहिए। 

आपको एक ऐसे कमरे का चुनाव करना चाहिए जिसमें ना तो ज्यादा गर्मी हो और ना ही ज्यादा ठंड हो। एक कंफर्टेबल टेबल हो जिस पर आपकी सारी बुक सही से अरेंज हो और आपको बैठने के लिए एक कंफर्टेबल कुर्सी हो। जिस कमरे में आप पढ़ाई कर रहे हैं। वहां पर लाइटिंग की पूरी तरीके से व्यवस्था होनी चाहिए जिससे आप साफ तरीके से चीजों को देख पाए। यदि आप पढ़ाई करने के लिए सही जगह का चुनाव करेंगे तो आपको पढ़ाई करने में ना तो दिक्कत होगी और धीरे-धीरे आप अपनी पढ़ाई में भी तेज बनते चले जाएंगे। 

6. कैसे पढ़े :

हमें अपनी पढ़ाई करने का एक निश्चित क्रम बनाने की आवश्यकता है। जब भी हम पढ़ाई करने बैठे तो हमें ऐसा नहीं करना चाहिए कि हम सभी सब्जेक्ट को एक साथ पढ़ ले। कुछ लोगों के मन में पढ़ाई करने का जोश होता है तो वह एक दिन में 8-8 घंटे पढ़ लेते हैं। परंतु जब उनका मन हो जाता है तो वह पूरे दिन में एक भी घंटे पढ़ाई नहीं करते ऐसा हमें नहीं करना चाहिए। पढ़ाई करने के लिए सबसे पहले हमें अपना टाइम टेबल बनाना चाहिए।

टाइम टेबल हमेशा प्रैक्टिकल बनाना चाहिए। जिसको हम फॉलो कर सके सबसे पहले हमें एक दिन में या एक टाइम में सिर्फ एक सब्जेक्ट ही पढ़ना चाहिए। और पीछे पड़े हुए सब्जेक्ट का रिवीजन करने के लिए भी टाइम निकलना आवश्यक होता हैं।एक स्टूडेंट के लिए यह जरूरी है कि वह हमेशा अनुशासन में रहे। यदि एक बच्चा अनुशासन में नहीं रहता है और अपनी पढ़ाई को नियमित रूप से नहीं करता है। 

तो वह अपने जीवन में ना तो पढ़ाई में अच्छा हो पाएगा और ना ही पढ़ाई के क्षेत्र में कुछ अच्छा कार्य कर पाएगा इसलिए यह ज्यादा आवश्यक है। कि बच्चा अनुशासित रूप से अपनी पढ़ाई को संपन्न करें। स्टूडेंट के मन को एकाग्र करना पढ़ाई के लिए एक रामायण उपाय होता हैं। यदि बच्चे पढ़ाई को ध्यान पूर्वक मन लगाकर करते हैं तो वह अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल कर पाते हैं। और जो भी बच्चे पढ़ाई करते हैं उन्हें वह पूरे मन लगाकर और अच्छी तरीके से याद होता है। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. पढ़ाई में तेज बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्या है? 

पढ़ाई में तेज बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है ध्यान पूर्वक पढ़ाई करना। 

Q. पढ़ाई करने के लिए अनुशासन कितना महत्वपूर्ण है? 

पढ़ाई में यदि आप अनुशासित हैं तभी आप अपने टॉपिक को कंप्लीट कर पाएंगे और अपने सिलेबस पूरा कर पाएंगे। 

Q. पढ़ाई करने के लिए कैसा स्थान चुनना चाहिए? 

पढ़ाई करने के लिए हमें हमेशा एकांत स्थान चुनना चाहिए। 

Q. पढ़ाई करने के लिए सही वक्त कौन सा होता है? 

पढ़ाई करने के लिए सही वक्त सुबह का होता है सुबह के समय मन बिल्कुल फ्रेश होता है। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको पढ़ाई में तेज बनने के आसान तरीके के विषय  (Padhai me kaise tej bane) में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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