SHO कैसे बने? शैक्षिक योग्यता, परीक्षा, तैयारी और वेतन

दोस्तों, आज के इस समय में छात्र अलग-अलग क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। इन्हीं में से कुछ छात्र ऐसे होते हैं। जो SHO की तैयारी कर रहे होते हैं। परंतु वे SHO बनने में सक्षम नहीं हो पाते हैं क्योंकि उन्हें SHO के बारे में संपूर्ण जानकारी ज्ञात नहीं होती है। यदि आप लोग SHO बनना चाहते है, तो हमने आप सभी को इस लेख में SHO Kon Hota Hai? SHO Kaise Bane? SHO Banne Ke Liye Kitni Height Chahiye? आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जा रही है। जो आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। 

आज के दौर में कंपटीशन लेवल बहुत बढ़ गया है। इसके साथ-साथ कई उम्मीदवार पुलिस में भर्ती होना चाहता है। देश की सेवा करना चाहता है। परंतु किसी भी क्षेत्र में जाने से पहले आप सभी को उसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। ताकि आगे आपको किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। यदि आप लोग भी सो में जाना चाहते हैं,तो हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में  Who is a SHO? How to become a SHO? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। यदि आप इससे संबंधित है जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप लोगों को हमारे यह लेख अंत तक जरूर पढ़ना होगा। 

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SHO कौन होता है? (Who is a SHO?)

आप लोगों के लिए यह जाना जरूरी है कि SHO आखिर कौन होता हैं? तो हम आपको बता दें, कि SHO थाना इंचार्ज पुलिस विभाग में सबसे बड़ा अधिकारी होता है। जो थाने में सीनियर इंस्पेक्टर के रूप में काम करता है। यदि SHO के काम की बात की जाए, तो इसकी जिम्मेदारी यह होती है कि यह थाने को सुचारू रूप से चलाएं। हम आपको बता दे की SHO का कार्य कारखाने के कार्यक्रमों का प्रबंध करना है। साथ ही साथ SHO अपराधियों की जांच भी करता है। इसके अतिरिक्त वह उसे गिरफ्तार भी करने की क्षमता रखता है।

SHO कैसे बने

SHO का फुल फॉर्म? (Full form of SHO?)

बहुत से छात्र SHO की फील्ड में अपना कैरियर तो बनना चाहते हैं। लेकिन उन्हें इसकी फुल फॉर्म के बारे में अच्छे से जानकारी नहीं होती है, तो हमने यहां पर आपको SHO की फुल फॉर्म के बारे में बताया है। जो की निम्न प्रकार है:-

S –  स्टेशन (Station)

H – हेड (Head)

O – ऑफिसर (Officer)

आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए की SHO को हिंदी में क्या कहा जाता है, तो SHO को हिंदी में थाना इंचार्ज के रूप से जाना जाता है। SHO थाने में सबसे ऊंचा अधिकारी होता है। इसके नीचे कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल काम करते हैं।

SHO बनने के लिए एग्जाम? (Exam for become a SHO?)

SHO की फील्ड में करियर बनाने के लिए भारत में कोई अनोखा एग्जाम आयोजित नहीं किया जाता है। इसके लिए यूपीएससी की परीक्षा ही आयोजित होती है, परंतु यदि हम सरल भाषा में कहें, तो इस एग्जाम को क्लियर करना कठिन होता है। इस एग्जाम को आप आसानी से क्लियर नही कर सकते हैं क्योंकि इसके लिए कोई विशेष एग्जाम को आयोजित नहीं कराया जाता है। 

इसका कारण यही है कि थाना इंचार्ज के पद के लिए पुलिस विभाग के जरिए सीधी भर्ती कराई नहीं जाती है। SHO में भर्ती उसकी सीनियरिटी और अनुभव को देखते हुए ही की जाती है। हम आपको बता दे, की SHO पद पर जाने के लिए यूपीएससी क्रैक करना होता है। जो की सबसे ज्यादा कठिन एग्जाम होता है।

यूपीएससी हर वर्ष पुलिस विभाग में निकलने वाली बहुत सी परीक्षाओं को आयोजित करता है। उदाहरण:- सब इंस्पेक्टर (Sub inspector), इंस्पेक्टर (Inspector), एसआई (SI), एएसआई (ASI) आदि। SHO में भर्ती होने के लिए सर्वप्रथम आपको पुलिस में एक बड़े स्तर की पोस्ट प्राप्त करनी होगी। उसके बाद ही आपका SHO के लिए चुनाव किया जा सकता है।

SHO कैसे बनते हैं? (How to become a SHO?)

जो छात्र SHO बनना चाहते हैं। उनके लिए यह जानना आवश्यक तौर पर जरूरी है कि SHO दो तरीके से बना जा सकता है। पहले प्रमोशन जो की बहुत ही लंबा प्रोसेस है। इसके लिए आपको सबसे पहले कांस्टेबल बनना होगा। उसके बाद हेड कांस्टेबल बनना होगा। जिसके लिए आपको 10 से 15 साल अवश्य लगेंगे। 

दूसरा आपको इसमें यूपीएससी की परीक्षा देनी होती है। सबसे पहले तो आप SI ऑफिसर बनते हैं। उसके बाद आपको SHO पद पर नियुक्त कर दिया जाता है। दोस्तों, आप लोगों को यह जानना आवश्यक तौर पर जरूरी है कि SHO की सीधी भर्ती नहीं की जाती है।

SHO बनने के लिए क्वालिफिकेशन? (Qualification for becoming a SHO?)

SHO बनने के लिए क्वालिफिकेशन को जानना जरूरी है। आपको सबसे पहले तो यह पता होना चाहिए कि इसकी क्वालिफिकेशन क्या होती है? यदि आपको यह ही नहीं पता होगा कि इसकी क्वालिफिकेशन क्या है? तो आप SHO बनने में सक्षम नहीं हो पाएंगे क्योंकि जब तक किसी कोर्स की क्वालिफिकेशन के बारे में पता ना हो। तब तक आप उस एग्जाम को देने में सक्षम नहीं हो पाते हैं।

उसी प्रकार यदि आपको SHO की क्वालिफिकेशन के बारे में नहीं पता होगा। तो आप SHO बनने में भी सक्षम नहीं हो पाएंगे। यही कारण है कि हमारे द्वारा आप सभी को SHO बनने की क्वालिफिकेशन के बारे में निम्न प्रकार विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है-

सबसे पहले तो आपको यह पता होना चाहिए कि SHO बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा देनी होती है। इसीलिए:-

  • SHO बनने के लिए सबसे पहले किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12th पास करें।
  • 12th पास करने के बाद आपको ग्रेजुएशन पास करना होगा।
  • थाना इंचार्ज बनने के लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास करता होता है। जेसे:- Bsc, bcom, BA आदि।
  • जब आपका ग्रेजुएशन पास हो जाता है। उसके बाद ही आप यूपीएससी परीक्षा के लिए आवेदन करने में सक्षम हो पाते हैं।

SHO बनने के लिए आयु? (Age for becoming SHO?)

दोस्तों, हम आपको बता दे कि SHO बनने के लिए आयु सीमा विभिन्न राज्य में अलग अलग निर्धारित की जाती है। बहुत से राज्यों में आयु सीमा निम्नलिखित होती है:-

  • यदि हम शारीरिक मानकों को की बात करें, तो उसके हिसाब से आयु सीमा 18 से 25 वर्ष तक की होनी चाहिए।
  • वहीं कुछ राज्यों में आयु सीमा 18 से 27 वर्ष तक की भी हो सकती है।
  • अनुसूचित जाति/ जनजाति उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट भी प्राप्त होती है।

SHO बनने के लिए हाइट? (Height for becoming a SHO?)

आप सभी को SHO की फील्ड में अपना करियर बनाने से पहले इसकी हाइट कितनी होनी चाहिए। इसके बारे में आवश्यक तौर पर जानना जरूरी है। थाना इंचार्ज बनने के लिए उम्मीदवार की हाइट भी निर्धारित की गई है। जिसकी जानकारी निम्न प्रकार है- 

  • पुरुषों की हाइट लगभग 165 सेंटीमीटर तक होनी चाहिए।
  • महिलाओं की हाइट लगभग 150 सेमी तक आवश्यक तौर पर होनी जरूरी है।

SHO बनने के लिए हाइट विशेष महत्व नहीं रखती है, लेकिन इसके लिए कुछ और योग्यताएं भी होनी चाहिए। जो हमने आपको निम्नलिखित बताई है:-

  • उम्मीदवार भारत का नागरिक हो।
  • उम्मीदवार पर थाने में कोई भी क
  • केस उम्मीदवार के ऊपर ना दर्ज हो। 

SHO पुलिस की भर्ती कैसे होती है? (How is SHO Police Recruited?)

जैसा कि आपको पता ही होगा कि SHO की भर्ती सीधी नहीं होती है। इसके लिए सबसे पहले आपको पुलिस में भर्ती होना होगा। उसके बाद ही आप SHO बनने में सक्षम हो पाते हैं। लेकिन हम आपको यह बता दे, की  SHO बनना इतना कठिन भी नहीं होता है। यदि आप जी जान लगाकर मेहनत करते हैं, तो आपको SHO बनने से कोई नहीं रोक सकता है। आपने देखा ही होगा की बहुत से लोग इतनी मेहनत करते हैं और आज के समय में बहुत लोगों ने अपनी मेहनत और लगन से SHO में जा चुके हैं। 

जैसा कि हम आपको बता दें कि SHO का चुनाव यूपीएससी परीक्षा के जरिए किया जाता है। जो की सबसे कठिन परीक्षा है। यदि आप यूपीएससी परीक्षा क्लियर कर लेते हैं, तो आपको SHO में स्थान मिल जाएगा। यूपीएससी परीक्षा के बारे में तो आप जानते ही होंगे। इसे क्लियर करके आईपीएस और IAS बना जा सकता है। मैरिट के हिसाब से आपको पुलिस विभाग में जैसे:- सब इंस्पेक्टर (Sub inspector), इंस्पेक्टर (Inspector), एसआई (SI), एएसआई (ASI) आदि। में कोई पद मिलता है।

SI से SHO कैसे बने? (How to become SHO from SI?)

SI से SHO बनने के लिए सबसे पहले तो आपको यूपीएससी द्वारा आयोजित SI की परीक्षा को पास करना होगा। यह परीक्षा लिखित रूप में ली जाती है। जिसमें कई प्रकार के विषय जैसे:- गणित, अंग्रेजी, राज्य की स्थानीय भाषा, सामान्य ज्ञान, कानून आदि के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसीलिए यदि आप इस परीक्षा को पास करना चाहते हैं, तो आपको अपनी जनरल नॉलेज अच्छी बनानी होगी। यदि आप इस परीक्षा को पास कर लेते हैं। 

तो आपका एक फिजिकल टेस्ट लिया जाता है। जिसमें आपको दौड़, हाई और जंप आदि को पास करना होता है।  फिजिकल टेस्ट को पास करने के बाद आपका मेडिकल होता है। जिसमें आपकी पूरी बॉडी की चेकिंग की जाती है। इसके अतिरिक्त आपका blood और urine टेस्ट भी होता है। उसके बाद आखिरकार आपको इंटरव्यू के लिए बुलावा जाता है। यह आपका अंतिम टेस्ट होता है। इंटरव्यू में यूपीएससी की टीम आपका इंटरव्यू लेती है।जिसके अंतर्गत आपकी पर्सनालिटी की जांच की जाती है और आपसे कुछ प्रश्न भी पूछे जाते हैं।

यदि आप उस इंटरव्यू में पास हो जाते हैं, तो आपकी नियुक्ति SI पद के लिए हो जाती है। उसके बाद जिले में किसी भी थाने में आपकी नियुक्ति कर दी जाती है। इसके अंतर्गत आपको कुछ वर्ष तक SHO के अंदर में ड्यूटी करनी होती है। इसमें आपको दो स्टार भी मिलते हैं और साथ ही साथ इसके नीचे लाल और नीले रंग की पट्टी भी प्राप्त होती है। उच्च अधिकारी आपके काम को देखते हुए और SHO के खाली पद को देखते हुए आपकी एसएचओ के पद पर पोस्टिंग कर देता है।

कांस्टेबल से SHO कैसे बने? (How to become a SHO from Constable?)

यह एक तरीका है, जो उन उम्मीदवारों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है। जो ज्यादा पढ़े-लिखी भी नहीं होते हैं और SHO बनने के इच्छुक होते हैं। तो वे लोग भी SHO बनने में सक्षम हो सकते हैं, परंतु यह बहुत लंबा प्रोसेस होता है। इसमें काफी ज्यादा समय भी लग सकता है। इसके लिए आपको सबसे पहले तो कांस्टेबल में भर्ती होना होगा। तो जैसा कि आप जानते ही होंगे कि कांस्टेबल बनने के लिए ज्यादा एजुकेशन की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह पद पुलिस विभाग में सबसे नीचा पद होता है।

इसमें भर्ती होने के लिए कम से कम आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12th किसी भी stream से चाहे वही साइंस, गणित और आर्ट जो भी हो। आप किसी से भी 12th को पास कर सकते हैं। इसमें भर्ती होने के लिए सबसे पहले आपको लिखित परीक्षा देनी होती है, जो ज्यादा कठिन नहीं होती है। आप उसे आसानी से दे सकते है। इसमें आपसे कुछ सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा को पास करने के बाद आपका फिजिकल और मेडिकल टेस्ट लिया जाता है। सभी टेस्ट सही से हो जाने के बाद आपकी नियुक्ति कांस्टेबल के अंतर्गत हो जाती है।

इस पद पर नियुक्त होने के बाद आपको अपने से उच्च अधिकारियों को सही और अच्छे से काम करके दिखाना होगा। फिर उच्च अधिकारी आपके काम को देखते हुए आपका प्रमोशन कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल पर कर देंगे। फिर कुछ सालों के बाद आपका प्रमोशन असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (SSI) और फिर सब इंस्पेक्टर (SI) पर कर दिया जाएगा। उसके बाद कहीं 10 से 15 साल बाद आपको सो के पद पर नियुक्त किया जाएगा। वैसे तो यह तरीका सबसे ज्यादा आसान है। परंतु इसमें बहुत अधिक समय लगेगा।

SHO के कार्य? (Work of a SHO?)

जैसा कि आप जानते ही हैं कि SHO थाने का सबसे उच्च पद होता है। SHO की थाने में विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियां होती है। जिसे वह ईमानदारी से निभाता है। यदि आप लोग भी SHO बनने के इच्छुक है, तो आप लोगों को इसके कार्यों के बारे में जरूर पता होना चाहिए। यही कारण है कि हमारे द्वारा आप सभी को इसकी जानकारी निम्न प्रकार विस्तार पूर्वक दी गई है- 

  • लोगों की सुरक्षा 
  • अपराधों की जांच और उनसे बचाव
  • थानों में कुल मामलों का विवरण बनाना
  • सामान्य नियमों को पालन करना और अन्य थाने से जुड़ी कार्यवाहियों का अनुपालन
  • संदिग्धों को गिरफ्तार करना
  • अपने विभाग के अधिकारियों को सूचित करना

SHO बनने के लिए चयन प्रक्रिया? (Selection process for becoming SHO?)

SHO के पद पर नियुक्त होने के लिए आपको UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) के जरिए संचालित भारतीय पुलिस सेवा (IPS), या सिविल सर्विस एक्जाम (CSE) का एग्जाम देना आवश्यक तौर पर जरूरी है। वैसे तो आप डायरेक्ट SHO नहीं बन सकते हआई, परंतु SI पद के लिए नियुक्त हो जाते हैं। फिर आपका प्रमोशन हो जाता है। जिससे आप SHO के पद पर पहुंच जाते हैं। पर यह बहुत आसान नहीं होता है।

आपको यह पता ही होगा कि यूपीएससी परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। परंतु जो व्यक्ति इस परीक्षा को पास कर लेता है। उसे समाज में काफी ज्यादा इज्जत मिलती है। इसके साथ-साथ सरकार के जरिए अच्छी तनख्वाह और फैसेलिटीज भी दी जाती है। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है 1.Prelims 2.Mains 3.Interview आदि। यदि आप इस परीक्षा को पास कर लेते हैं, तो आईपीएस और IAS जैसे बड़े तक बही पहुंच सकते हैं।

SI बनने के लिए चयन प्रक्रिया? (Selection process for becoming SI?)

सब इंस्पेक्टर बनने हेतु आपको निम्नलिखित चरणों से होकर गुजरना होता है:-

1. पुलिस भर्ती अधिसूचना (Police Recruitment Notification)

  • यूपीएससी के जरिए अधिसूचना के माध्यम से नई पुलिस भारती की सूचना दी जाती है।
  • अधिसूचना की इनफॉरमेशन अखबार व वेबसाइट के जरिये से दी जाती है।
  • आप यूपीएससी की वेबसाइट www upsc. gov. in भी चेक कर सकते हैं।
  • अधिसूचना में आपको आवेदन करने की तारीख, आयु सीमा, जरूरी योग्यताएं आदि के बारे में बताया जाता है।
  • जब अधिसूचना जारी होती है तब आपको परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है।

2. लिखित परीक्षा (Written Exam)

  • आवेदन करने हेतु आपको लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाता है।
  • यह SI सिलेक्शन का प्रथम चरण होता है। जिसे पास करना आवश्यक तौर पर जरूरी होता है। इस परीक्षा को दो चरणों में पूरा किया जा सकता है।

(A) Prelims exam:- 

  • इस परीक्षा के अंतर्गत दो पेपर होते हैं, पहला सामान्य अध्ययन l (GAT), दूसरा सामान्य अध्ययन ll (CSAT)
  • सामान्य अध्ययन l (GAT)के अंतर्गत कुल मिलाकर 100 प्रश्न होते हैं जो की 200 अंकों के होते हैं।
  • सामान्य अध्ययन । को हल करने के लिए कुल 2 घंटे का समय मिलता है।
  • सामान्य अध्ययन।। (CSAT) मैं कुल मिलाकर 80 प्रश्न होते हैं जो की 200 अंकों के होते हैं।
  • इन 200 प्रश्नों को हल करने के लिए कुल 2 घंटे का समय दिया जाता है।
  • इस परीक्षा में जितने भी अंक प्राप्त होते हैं वही मेरिट परीक्षा में नहीं जोड़ते हैं।
  • लेकिन main एग्जाम देने के लिए 33% प्रतिशत मार्क्स लाना आवश्यक तौर पर जरूरी है।

(B) Main exam:- 

  • प्रीलिम्स एक्जाम को क्लियर करने के बाद आपको मेंस एग्जाम के लिए बुलाया जाता है।
  • इस परीक्षा के अंतर्गत कुल मिलाकर 9 पेपर 1750 अंकों के होते हैं। जिसे पास करना कंपलसरी होता है।
  • यदि आप अगले चरण में जाना चाहते हैं तो आपको कम से कम 25% अंक प्राप्त करने होंगे।

3. इंटरव्यू (Interview):-

  • यदि आप लिखित परीक्षा को पास कर लेते हैं तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
  • इंटरव्यू में यूपीएससी की टीम आपके भाषा शैली व्यक्तित्व, लक्षण, आदि को देखते हैं।
  • इसके अलावा आपसे सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाते हैं और साथ ही साथ वर्तमान में हो रही घटनाओं से जुड़े हुए प्रश्न भी पूछे जाते हैं।
  • यही परीक्षा 275 अंकों की होती है।
  • इसके तहत मेरिट सूची के लिए टोटल 2025 अंको की परीक्षा ली जाती है।

4. फिजिकल टेस्ट (Physical test)

यदि आप लिखित परीक्षा को पास कर लेते हैं। उसके बाद आपका फिजिकल टेस्ट होता है। जिसमें आपकी दौड़, हाई जंप, लॉन्ग जंप आदि मौजूद होते हैं। इसलिए आपको फिजिकल तौर पर भी फिट होना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप पहले से ही तैयारी कर सकते हैं। तभी आप मुख्य स्थान पर अच्छा परफॉर्म कर सकेंगे।

5. मेडिकल टेस्ट (Medical Test)

जब आप लोग फिजिकल टेस्ट को पास कर लेते हैं। उसके बाद आपको मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। मेडिकल टेस्ट में आपके शरीर की अंदरूनी अंगों की जांच की जाती है। इसमें आपकी पूरे बॉडी का चेकअप होता है। इसलिए आपको शारीरिक तौर पर पूरा फिट होना चाहिए। साथ ही आपको किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं होनी चाहिए।

6. ट्रेनिंग (Training) 

लगभग सभी चरणों को पूरा करने के बाद आपको ट्रेनिंग करने के लिए पुलिस अकादमी भेजा जाता है। इसके अंतर्गत आपको पुलिस के कायदे कानून सिखाए जाते हैं। यदि आपकी ट्रेनिंग पूरी हो जाती है। उसके उपरांत आप SI पुलिस ऑफिसर बनने में सक्षम हो जाते हैं। इस पोस्ट के अंतर्गत कुछ समय तक काम करने के बाद उच्च अधिकारी आपके काम को देखकर आपको SHO की पोस्ट पर प्रमोट कर देते हैं। इस प्रकार आप SHO यानी थाना इंचार्ज बनने में सक्षम हो जाते हैं।

एसएचओ की सैलरी? (Salary of SHO?)

कोई भी व्यक्ति जब किसी भी क्षेत्र में अपने करियर को बनाने की सोचता है, तो सबसे पहले उस क्षेत्र में प्राप्त फ़ायदे और उसकी सैलरी के बारे में जानकारी प्राप्त करता है। इसी प्रकार यदि आप लोग सो बनना चाहते हैं, तो आप लोग उसकी सैलरी के बारे में आवश्यक तौर पर जानकारी प्राप्त कर लें। Salary of SHO? के बारे में हमारे द्वारा आप सभी को यहां बताया जा रहा है। 

वैसे तो SI की सैलरी ₹45000 से ₹60000 तक की होती है। लेकिन यदि आप SHO पर प्रमोट हो जाते हैं, तो आपकी सैलरी ₹60000 से ₹75000 तक हो जाती है। इसके साथ-साथ आपको कई अन्य सुविधाएं भी प्राप्त होती हैं। यही कारण है कि सो के पद पर आपको वेतन की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है।

SHO कौन होता है? SHO कैसे बने? इससे संबंधित कुछ प्रश्न व उत्तर (FAQs):- 

Q:- 1. SHO में कैसे भर्ती होते हैं?

Ans:- 1. SHO में डायरेक्ट भर्ती नहीं होते हैं। इस पद तक पहुंचाने के लिए यूपीएससी परीक्षा क्रैक करनी होती है। यूपीएससी की परीक्षा क्रैक करने के बाद भी आप SI के पद पर नियुक्त होते हैं। जब आप SI के पद पर नियुक्त हो जाते हैं, तो आपके कार्य को देखते हुए उच्च अधिकारी के द्वारा आपको SHO के पद पर नियुक्त किया जाता है।

Q:- 2 मेंस एग्जाम में कितने पेपर कितने अंको के होते हैं?

Ans:- 2. आप सभी लोग जानते हैं कि यूपीएससी परीक्षा में दो मुख्य परीक्षाएं होती हैं। पहले प्रीलिम्स और दूसरा मेन्स, मेन्स के अंतर्गत आपको अलग-अलग पेपर देने होते हैं। इसके अंतर्गत कुल 9 पेपर होते हैं और यह 1075 अंकों के होते हैं।

Q:- 3.  प्रीलिम्स एग्जाम में कितने प्रतिशत अंक लाना जरूरी है

Ans:- 3. यूपीएससी की परीक्षा के अंतर्गत विभिन्न चरण को पास करना होता है, परंतु इन चरणों में सबसे पहले चरण प्रीलिम्स एग्जाम का होता है। यदि आप लोग इस परीक्षा को पास करना चाहते हैं, तो आपको इस एग्जाम में काम से कम 33% अंक प्राप्त करने होंगे। तभी आप प्रीलिम्स आगे के चरणों में बढ़ सकेंगे। 

Q:- 4. Mains में कितने प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होता है।

Ans:- 4. मेंस परीक्षा को पास करना बहुत आवश्यक होता है। इसके बाद ही आप यूपीएससी की परीक्षा के अगले चरण में पहुंचते हैं। यदि मेंस परीक्षा के अंतर्गत प्रतिशत अंकों की बात की जाए, तो मेन्स के अंतर्गत आपको कम से कम 25% अंक लाने अनिवार्य होते हैं। 

Q:- 5. कांस्टेबल से SHO कैसे बने?

Ans:- 5. सबसे पहले इसके लिए आपको कांस्टेबल के पद पर नियुक्त होना होगा। उसके बाद हेड कांस्टेबल, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और फिर सब इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त होना होगा। उसके बाद ही आप आगे चलकर SHO के पद पर भर्ती हो सकेंगे। इसके लिए आपको कम से कम 10 से 15 साल का समय लग जाएगा।

Q:- 6.  SHO की सैलरी कितनी होती है?

Ans:- 6. यदि आप लोग SHO की सैलरी के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें, सबसे पहले आप लोग SI के पद पर कार्यरत होते हैं। जहां पर आपकी सैलरी ₹45000 से लेकर ₹60000 प्रति माह होती है। वहीं जब आप SHO के पद पर भर्ती हो जाते हैं, तो आपकी सैलरी ₹60000 से लेकर ₹80 हजार रुपए तक प्रतिमाह होती है।

निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, आज आप सभी को हमारे द्वारा इस लेख में SHO क्या होता है? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। वे छात्र जो देश की रक्षा करना चाहते हैं और SHO बनना चाहते हैं। लेकिन उन्हें इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त नहीं होती है। उनके लिए हमारा यह लेख बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। यदि आप लोग SHO के बारे नहीं जानते हैं तो हमने आपको यहां SHO Kon Hota Hai? SHO Kaise Bane? SHO Banne Ke Liye Kitni Height Chahiye? इसके बारे में बताया है। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बता सकते हैं। साथ ही साथ इस लेख को अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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