विश्व एड्स दिवस क्या होता है? विश्व एड्स दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

दोस्तों, एड्स के बारे में किसी को पूर्ण रूप से जानकारी हो या नहीं हो, परंतु एड्स के बारे में सभी ने सुना है और सब यह भी जानते हैं कि यह एक प्रकार का संक्रामक रोग है, परंतु बहुत से लोग ऐसे रोगों के बारे में जानकारी नहीं प्राप्त करते हैं। लेकिन ऐसा करना गलत है, आप सभी को इस रोग के बारे में पता होना चाहिए। ताकि आप इस रोग से बचाव कर सके, साथ ही लोगो को भी सलाह दे सकें। हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में Vishwa aids divas kya hota hai? Vishwa aids divas kab aur kyu manaya jata hai? इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है।

दोस्तों, आपको एड्स के बारे में जानकारी केवल इस रोग से बचाव के लिए ही नहीं, परंतु अपने ज्ञान में वृद्धि करने के लिए भी रखनी चाहिए। आज के समय में विश्व एड्स दिवस को मनाया जाता है, परंतु बहुत से लोग ऐसे हैं। जिन्हें नहीं पता कि विश्व एड्स दिवस को क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे का क्या कारण है? बहुत से लोग इस जानकारी को प्राप्त करने के इच्छुक होंगे, यही कारण है कि हमने आपको अपने इस लेख में What is AIDS? History of celebrating world AIDS day? Aim of world AIDS day? के बारे में बताया है। यदि आप एड्स से संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको हमारा यह लेख अंत तक पढ़ना होगा।

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एड्स किसे कहते हैं? (What is AIDS?)

दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हम यहां आप सभी  What is the AIDS? के बारे में संपूर्ण जानकारी दे रहे हैं एड्स एक प्रकार का संक्रामक रोग है। इस रोग को सर्वप्रथम वर्ष 1981 में मान्यता प्राप्त हुई थी। साथ ही साथ सन 1982 में इस रोग को एड्स के नाम से जाना जाने लगा। अब आपके मन में अवश्य ही यह सवाल आया होगा कि एड्स की फुल फॉर्म क्या होती है, तो हम आपको इसके फुल फॉर्म के बारे में बताते हैं।

विश्व एड्स दिवस क्या होता है? विश्व एड्स दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

AIDS की फुल फॉर्म Acquired immunodeficiency syndrome होती है, यह रोग एचआईवी वायरस के कारण होता है। यह वायरस मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर बहुत प्रभाव डालता है क्योंकि इसके द्वारा प्रतिरक्षण प्रणाली की टी कोशिकाओं पर हमला किया जाता है। एड्स संक्रामक रोग का सबसे पहले मामला 1959 में अफ्रीका के कांगो में देखने को मिला था और इससे ग्रस्त व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी।

यह एक खतरनाक रोग ही साबित हो सकता है क्योंकि इस रोग के कारण लोगों की मृत्यु तक हो सकती है। किसी भी ऐड के व्यक्ति की सर्वप्रथम खून की जांच की जाती है। जिसके माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि व्यक्ति एड्स रोग से ग्रस्त है या नहीं। एड्स नामक बीमारी सबके सामने वर्ष 1980 में आई थी। इस बीमारी के लिए अब तक किसी भी वैक्सीन का निर्माण नहीं हुआ है, फिर भी लोग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

विश्व एड्स दिवस मनाने का इतिहास? (History of celebrating world AIDS day?)

दोस्तों, आईय विश्व एड्स दिवस के इतिहास पर थोड़ी सी नजर डालते हैं। ताकि आप लोग जान सके, कि विश्व एक दिवस को क्यों और कब मनाया जाता है? दोस्तों, सन 1987 में थॉमस नेटट्टर और जेम्स डब्ल्यू बन्न के द्वारा सबसे पहले एड्स दिवस की नींव रखी गई थी। यह दोनों विश्व एड्स ग्लोबल कार्यक्रम के सूचना अधिकारी रहे थे, इन दोनों के द्वारा एड्स से संबंधित अपने संपूर्ण विचार ग्लोबल कार्यक्रम के निर्देशक डॉक्टर जॉन नाथन मनन के सामने प्रकट किए गए थे।

इन दोनों के संपूर्ण विचारों से डॉक्टर मनन सहमत हुए थे। इसी कारण से 1 दिसंबर 1988 से विश्व एड्स दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी। यही कारण है कि हर साल 1 दिसंबर को विश्व एक दिवस मनाया जाता है। इन सब के द्वारा 1 दिसंबर का चुनाव इसलिए किया गया। ताकि इस दिन को क्रिसमस दिवस और अन्य छुट्टियों से अलग रखा जा सके। वहीं उन दिनों अमेरिका में चुनाव भी चल रहे थे। इसका एक मुख्य कारण अमेरिका में होने वाले चुनाव भी थे।

सन 1966 में संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम में एड्स दिवस को प्रभाव में लाने के लिए पूरा सहयोग दिया। एड्स की संपूर्ण जानकारी सभी लोगों को देना शुरू किया गया। ताकि इस खतरनाक बीमारी से हर कोई अपना बचाव कर सके। सन 2007 में व्हाइट हाउस ने एड्स के प्रतीक के रूप में लाल रिबन का चुनाव किया यही कारण है कि एड्स को आज तक हम लाल रिबन से प्रदर्शित करते हैं।

विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य? (Aim of world AIDS day?)

दोस्तों, किसी भी दिन को मनाने का कोई ना कोई उद्देश्य आवश्यक होता है। विभिन्न उद्देश्यों को निर्धारित करके ही हम युवा दिवस पर्यावरण दिवस को मानते हैं। इसी प्रकार विश्व एड्स दिवस को भी किसी न किसी उद्देश्य से बनाया जाता है। यदि आप लोग जानना चाहते हैं कि विश्व एड्स दिवस को मनाने के पीछे का क्या उद्देश्य है? तो हम आपको यहां इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं-

  • लोगों को एड्स जैसी बीमारी के प्रति जागरूक करने हेतु एड्स दिवस को मनाया जाता है।
  • एड्स के रोकथाम हेतु उपाय बढ़ाए जाएं, इसके लिए अन्य विभिन्न देशों का मार्गदर्शन प्राप्त करना भी एड्स दिवस मनाने का एक उद्देश्य है।
  • सभी नागरिकों को एड्स जैसी खतरनाक बीमारी से बचने हेतु एंटीरेट्रोवायरल दवाइयां और अन्य वस्तुओं के बारे में जानकारी प्रदान करना।
  • एड्स जैसी बीमारी हेतु इलाज, जांच, एसटीआई, नियंत्रण और एंटीरेट्रोवायरस थेरेपी के लिए दूसरे अन्य देशों को सहायता उपलब्ध कराना।
  • स्कूल, विश्वविद्यालय और सामाजिक संगठनों के अंतर्गत उपस्थित सभी छात्रों को एड्स दिवस वाले दिन आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • इन सभी उद्देश्यों की पूर्ति हेतु पूरे विश्व में 1 दिसंबर को विश्व एक दिवस मनाया जाता है।

विश्व एड्स दिवस पर लाल रिबन का प्रयोग? (Use of red ribbon on world’s AIDS day?)

दोस्तों, जैसे कि हमने आपको ऊपर ही बताया है कि विश्व एड्स दिवस को हर व्यक्ति लाल रिबन पहनता है। जिसके जरिए वे एड्स जैसे रोग से पीड़ित व्यक्ति के प्रति अपनी भावना को व्यक्त करता है। एड्स दिवस वाले दिन हम लोग लाल रिबन का प्रयोग इसलिए करते हैं क्योंकि यह एड्स को प्रदर्शित करने का कार्य करता है। 

बहुत से लोग इन्हीं लाल रिबन को बेचकर धनराशि इकट्ठा करते हैं और एड्स के पीड़ितों के इलाज में उनकी मदद करते हैं। साथ ही साथ जो लोग एड्स रोग के कारण मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। उन सभी को श्रद्धांजलि देने के लिए भी लाल जीवन का प्रयोग किया जाता है तथा विश्व एड्स दिवस के दिन लाल जीवन पहनकर सभी जनता को एड्स के प्रति जागरूक भी किया जाता है। 

इसके साथ ही यह रिबन एड्स मरीजों के साथ भेदभाव ना किया जाए, इस बात को भी प्रदर्शित करने में सक्षम होता है। अर्थात हम कह सकते हैं की विश्व एड्स दिवस में लाल रिबन एक अहम भूमिका निभाता है। दोस्तों, लाल रंग का रिबन विश्व एड्स दिवस को पूर्ण रूप से प्रदर्शित करता है। 2007 में ही विश्व एड्स दिवस के प्रतीक के रूप में लाल रिबन का चुनाव किया गया था।

एड्स के होने का कारण? (Causes of AIDS?)

दोस्तों, कोई भी बीमारी अपने आप नहीं हो जाती है। हर बीमारी के होने का कोई ना कोई कारण अवश्य होता है। जिस प्रकार आप सभी को बुखार विभिन्न कारण से आ सकता है। इसी प्रकार एड्स के भी अपनी कुछ कारण होते हैं, परंतु इन सभी के बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होती है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Causes of Aids? के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-

  • एड्स होने का मुख्य कारण असुरक्षित तरीके से शारीरिक संबंध बनाने को माना जाता है।
  • एड्स जैसी बीमारी एचआईवी वायरस वाले व्यक्ति के खून को सही व्यक्ति में चढ़ने से भी हो जाती है।
  • यदि किसी गर्भवती महिला को एचआईवी रोग है, तो प्लेसेंटा के जरिए यह रोग बच्चों को भी हो जाता है।
  • यदि किसी इंजेक्शन को एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया गया हो और इसी इंजेक्शन से किसी सही व्यक्ति को इंजेक्शन लगा दिया जाए, तो वह सही व्यक्ति भी एचआईवी का मरीज बन जाता है।
  • यदि कोई सही व्यक्ति किसी एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के इनफेक्टेड ब्लड का इस्तेमाल करता है तो भी यह रोग सही व्यक्ति को हो जाता है।
  • इस प्रकार एड्स जैसी बीमारी एक व्यक्ति से दूसरी व्यक्ति तक फैल सकती है।

एड्स के लक्षण? (Characteristics of AIDS?)

दोस्तों, एड्स होने पर किसी भी व्यक्ति के शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं। यदि आप भी इन लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा नीचे आपको विस्तार पूर्वक इनके लक्षण बताए जा रहे है-

  • एड्स के रोगी को सिर में बहुत दर्द रहता है। साथ ही साथ उसके गले में खराशि भी बनी रहती हैं।
  • एचआईवी वायरस से ग्रस्त व्यक्ति की मांसपेशियों में दर्द बना रहता है।
  • जो व्यक्ति एड्स जैसी बीमारी से ग्रस्त होता है, उसकी ग्रंथियां में सूजन पाई जाती है।
  • एड्स जैसे रोगी व्यक्ति में दुर्बलता देखने को मिलती है। साथ ही साथ उसे बहुत ही जल्दी थकान का एहसास होने लगता है।
  • इस रोग के मरीजों के वजन में कमी भी देखी जाती है।
  • इस रोग के कारण व्यक्ति की आंखों की दृष्टि बहुत कम हो जाती है।
  • रात के समय में इस बीमारी के रोगी को बहुत पसीना भी आता है।
  • इस बीमारी के कारण मरीज को सुखी खांसी और दस्त जैसी बीमारियां भी हो जाती हैं।
  • जो व्यक्ति एड्स जैसी बीमारी से ग्रसित होता है। उसकी जीभ और मुंह पर सफेद धब्बे दिखाई देने लगते हैं।
  • इस बीमारी में सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
  • एड्स का मरीज निमोनिया का शिकार भी हो जाता है।
  • इस बीमारी के अंतिम चरण में मरीज को टैक्सोप्लास्मोसिस यानी मस्तिष्क का संक्रमण भी होने लगता है।
  • अंतिम चरण तक एड्स के मरीज के शरीर पर लाल रंग के चलते नजर आने लगते हैं।
  • इस रोग के अंतिम चरण में कपोसी सार्कोमा, गर्भाशय ग्रीवा, फेफड़े, लीवर, सर, गर्दन के कैंसर आदि की समस्या भी उत्पन्न होती है। साथ ही साथ प्रतिरक्षा प्रणाली में कैंसर होने की भी संभावना होती है।
  • इस प्रकार के लक्षण पाए जाने पर कोई भी व्यक्ति एक एचआईवी मरीज होता है।

एड्स किससे नही होता? (What does not get AIDS?)

दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एड्स का मुख्य कारण असुरक्षित रूप से शारीरिक संबंध बनाना होता है परंतु इस बात को हर कोई व्यक्ति गलत ले जाता है। जबकि ऐसा नहीं होता है, इसके अन्य और भी कारण हो सकते हैं। साथ ही साथ लोग इस बीमारी को एक छुआछूत जैसी बीमारी मान लेते हैं। इसी भ्रम को दूर करने के लिए हमारे द्वारा आपको नीचे बताया जा रहा है कि एड्स किससे नहीं होता है? यह जानकारी निम्न प्रकार है-

  • यदि आप एड्स से पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाते हैं, तो आपको ऐड नहीं होता है।
  • मरीज के गले लगने और उसके चिकने से।
  • एड्स पीड़ित व्यक्ति के साथ घर और ऑफिस में रहने से।
  • एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के कपड़ों को पहनने से भी नहीं फैलता।
  • यह रोग मच्छर के काटने से भी नहीं होता है।
  • यदि कोई व्यक्ति एड्स मरीज के साथ बैठकर खाना खाता है, तब भी यह रोग नहीं फैलता है।
  • यदि किसी शौचालय को एड्स का मरीज इस्तेमाल कर रहा हो और आप भी वही शौचालय इस्तेमाल करते हो, तब भी यह रोग नहीं फैलता है।
  • यह रोग केवल और केवल ब्लड के माध्यम से ही फैलता है।

विश्व एड्स दिवस पर होने वाले कार्यक्रम? (Events to be held on world AIDS day?)

दोस्तों, एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व एड्स दिवस पर बहुत सारे कार्यक्रम और क्रियाएं आयोजित कराई जाती है। ताकि लोगों के बीच एड्स से संबंधित संपूर्ण जानकारी पहुंचाई जा सके और लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके। यही विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य भी होता है। हमारे द्वारा नीचे आपको विश्व एड्स दिवस पर होने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी जा रही है-

  • लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करने के लिए पोस्टर, प्रदर्शनी व वीडियो का सहारा लिया जाता है।
  • इस दिन स्कूलों में एड्स से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताएं रखी जाती हैं। ताकि आने वाले भावी नागरिक इस बीमारी से जागरूक हो सके।
  • विश्व एड्स दिवस पर नुक्कड़ नाटक के जरिए भी लोगों तक इस बीमारी की जानकारी पहुंचाई जाती है। लोगों को इस बीमारी से अवगत कराया जाता है।
  • यदि कोई व्यक्ति लोगों को जागरूक करना चाहता है, तो वह सोशल मीडिया जैसे:- फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप आदि के सहारे भी इस बीमारी की जानकारी लोगों तक पहुँचा सकता है।
  • किसी सार्वजनिक स्थल पर कैंडल मार्च के जरिए भी लोगों को जागरूक किया जा सकता है और एड्स से मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जा सकती है।
  • स्कूलों और कॉलेज में लाल रिबन पहनकर लोगों को ऐड कैंपिंग से जोड़ने का कार्य किया जाता है।
  • इस प्रकार विश्व एड्स दिवस पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं।

एड्स से जुड़े उपचार? (Treatments related to AIDS?)

दोस्तों, आप लोगों ने सुना होगा कि एड्स का उपचार संभव नहीं है, परंतु ऐसा नहीं है एड्स का उपचार संभव है। लेकिन इसे जड़ से खत्म करना संभव नहीं है। लेकिन यदि मरीज कुछ बातों का ध्यान रखें, तो वह अपने जीवन की अवधि को बढ़ाने में सक्षम हो सकता है और लंबे समय तक जी सकता है। हमारे द्वारा आप सभी को एड्स से जुड़े कुछ उपचार की जानकारी नीचे दी जा रही है-

  • एड्स के उपचार हेतु आवश्यक है कि मरीज हमेशा पाॅजिटीविटी को धारण किए रहे, नेगेटिविटी के बारे में ना सोचे।
  • एचआईवी मरीज को स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए।
  • डॉक्टर से इस रोग से संबंधित सलाह लेनी चाहिए और दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना चाहिए।
  • बहुत से एड्स सेंटर होते हैं। जहां पर ऐसे मरीजों को हाइली एक्टिव एंटी-वायरस थेरेपी मुफ्त में कराई जाती है। जो कि एड्स के मरीजों के लिए साधारण एवं सुरक्षित उपचार में से एक है।
  • ऊपर दिए गए सभी उपचारों को अपनाकर कोई भी एड्स का मरीज अपने जीवन की अवधि को बढ़ाने में सक्षम हो सकता है।

विश्व एक दिवस क्या होता है तथा कब और क्यों मनाया जाता है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):- 

Q:- 1. एड्स क्या होता है?

Ans:- 1.दोस्तों, एड्स एक प्रकार का संक्रामक रोग होता है। जो खून के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। यह रोग एक बहुत ही खतरनाक रोग है। इस रोग को सर्वप्रथम 1981 में मान्यता प्रदान की गई थी और वर्ष 1958 में सबसे पहला मामला अफ्रीका के कांगो में पाया गया था। इस रोग से ग्रस्त मरीज की मृत्यु हो गई थी।

Q:- 2. एड्स की फुल फॉर्म क्या होती है? 

Ans:- 2. दोस्तों, हम एड्स को उसकी शॉर्ट फॉर्म के नाम से जानते हैं, परंतु AIDS की फुल फॉर्म Adenosine immune deficiency syndrome होती है। यह एचआईवी वायरस के कारण होने वाला रोग है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली की टी कोशिकाओं को प्रभावित करता है तथा उनपर हमला कर व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बनाता है।

Q:- 3. विश्व एड्स दिवस पर लाल रिबन का प्रयोग क्यों किया जाता है?

Ans:- 3. विश्व एड्स दिवस के लिए लाल रंग के रिबन का प्रयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि यह एड्स दिवस का प्रतीक है। व्हाइट हाउस के द्वारा 2007 में एड्स दिवस के लिए लाल रंग के रिबन का चुनाव किया गया था। लाल रिबन की सहायता से विश्व एड्स दिवस वाले दिन पीड़ित लोगों को श्रद्धांजलि तथा जनता को जागरूक किया जाता है।

Q:- 4. विश्व एड्स दिवस कब मनाया जाता है?

Ans:- 4. दोस्तों, विश्व एड्स दिवस को 1 दिसंबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। सर्वप्रथम विश्व एड्स दिवस 1 दिसंबर 1988 में बनाया गया था। 1 दिसंबर का दिन एड्स दिवस के लिए इसलिए चुना गया ताकि इसे क्रिसमस डे और अन्य दिवस से अलग किया जा सके। इसीलिए 1 दिसंबर के दिन को हमारा पूरा विश्व एड्स दिवस मनाता है।

Q:- 5. विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता है?

Ans:- 5. एड्स दिवस मनाने के पीछे बहुत से उद्देश्य जैसे:- एड्स जैसी बीमारी के रोकथाम को बढ़ाने हेतु अन्य देशों की सहायता, लोगों को एड्स जैसी बीमारी की जानकारी प्रदान करना, लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना, लोगों को इससे संबंधित दावाओं के बारे में बताना तथा बच्चों को प्रतियोगिताओं में भाग दिलाने के लिए प्रोत्साहित करना आदि। होते है। जिस कारण विश्व एक दिवस मनाया जाता है।

Q:- 6. एड्स के लक्षण क्या होते हैं?

Ans:- 6. एड्स के विभिन्न बीमारियों की भांति ही लक्षण दिखाई देते हैं। जिससे आप सभी को पता चल सकता है कि किसी व्यक्ति को एड्स है अथवा नहीं। हमारे द्वारा एड्स के लक्षण की संपूर्ण जानकारी ऊपर लेख में विस्तार पूर्वक दी है। जहां से आप एड्स के लक्षण की जानकारी को प्राप्त करके अपनी सभी आशंका को दूर कर सकते हैं।

Q:- 7. एड्स से बचाव कैसे किया जा सकता है?

Ans:- 7. दोस्तों, एड्स से बचाव करने के लिए आपको एड्स के उपचार करने होंगे। जैसे कि आप सभी जानते हैं कि लोगों का मानना है कि एड्स का कोई इलाज नहीं है, परंतु हम आपको बता दें, एड्स का उपचार है। लेकिन इसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है, बस आप इसके उपचार की सहायता से अपनी जीवन अवधि को बढ़ा सकते हैं। इसके बारे में भी हमारे द्वारा लेख में बताया गया है।

निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, आज हमारे द्वारा आपको इस लेख के अंतर्गत Aids kya hota hai? Aids ka itihas kya hai? Aids ke uddeshya kya hai? इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। विश्व एक दिवस को मनाने के पीछे इसका पूरा इतिहास है, जिससे आपको विश्व एड्स दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी। हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा दी गई यह संपूर्ण जानकारी पसंद आई होगी। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बता सकते हैं। साथ ही इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी को अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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