मरीन इंजीनियर क्या होता है? और कैसे बने?

प्रत्येक विद्यार्थी एक सफल भविष्य चाहता है। कुछ बच्चे डॉक्टर बनना चाहते हैं। तो कुछ इंजीनियर बनना चाहते हैं। इंजीनियर बनने के लिए विद्यार्थी बहुत मेहनत करते हैं। जीने के बारे में बहुत से लोग काफी जानकारी रखते हैं। परंतु आज हम आपको Marine Engineer Kya Hota Hai? इसके बारे में बताएंगे। मरीन इंजीनियर के बारे में लोगों को अधिक जानकारी नहीं होती है। कुछ लोग ऐसे सपनों को चुनते हैं। जिसे पूरा करने में उनको बहुत मेहनत करनी पड़ती है। मरीन इंजीनियरिंग उसी करियर ऑप्शन में से एक है। इसलिए हमने इस लेख में मरीन इंजीनियर से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया है। इस लेख की सहायता से आप मरीन इंजीनियरिंग की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

मरीन इंजीनियरिंग एक बहुत अच्छा कोर्स है इसे करने के बाद आपको अपने कैरियर के बहुत से विकल्प देखने को मिलते हैं इंजीनियर विभिन्न प्रकार के होते हैं आप जिस क्षेत्र में चाहे इंजीनियरिंग कर सकते हैं परंतु आज हम आपको इस आर्टिकल के अंतर्गत What is a marine engineer? How to become a marine engineer? What is the salary of marine engineer? के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है। यदि आप भी मरीन इंजीनियरिंग करने के बारे में सोच रहे है। तो आपको इसकी जानकारी पता करनी होगी। हमारे द्वारा मरीन इंजीनियर की जानकारी आपको नीचे बताई गयी है। यदि आप इससे संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।

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मरीन इंजीनियर क्या होता है? (What is a Marine Engineer?)

यहां हमने आपको What is a marine engineer? के बारे में बताया है। ताकि आप इससे संबंधी संपूर्ण जानकारी को जानने से पहले यह समझ सके, कि आखिर मरीन इंजीनियर क्या होता है? वैसे तो इंजीनियरिंग में विभिन्न प्रकार के कोर्स होते हैं। परंतु इनमें से एक मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स भी है। यह कोर्स बहुत ज्यादा पॉपुलर है। परंतु लोगों को इसकी जानकारी फिर भी बहुत कम होती है। मरीन इंजीनियरिंग के अंतर्गत विद्यार्थियों को जहाजों को डिजाइन करने के बारे में पढ़ाया जाता है अर्थात हम कह सकते हैं कि एक मरीन इंजीनियर समुंदर के जहाजों को डिजाइन करता है। साथ ही एक मरीन इंजीनियर को जहाज डिजाइन करते समय इस बात का ध्यान रखना होता है कि उसका जहाज सही बने तथा वह पानी में जाकर डूबे नहीं।

मरीन इंजीनियर क्या होता है? और कैसे बने?

मरीन इंजीनियरिंग करने के बाद विद्यार्थियों को कैरियर की बहुत अधिक अपॉर्चुनिटी देखने को मिलती है। परंतु इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना आसान नहीं है। इसके लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती है। यह क्षेत्र कार्य करने में बेहद इंटरेस्टेड है। अपने सपनों को पाने के लिए कुछ ना कुछ त्यागना अवश्य पड़ता है। इसके लिए आपको दिन रात एक करना होगा। मरीन इंजीनियरिंग करते वक्त आपको अपने कार्य बहुत अच्छे से समझने होंगे। ताकि आगे भविष्य में आपको किसी प्रकार की परेशानी ना हो। यह एक बेहतरीन कोर्स है। जिसका स्कोप अपने देश के साथ-साथ विदेशों में भी बहुत अधिक है।

मरीन इंजीनियर बनने के लिए योग्यता? (Qualification for becoming a Marine Engineer?)

मरीन इंजीनियर बनने के लिए आपको कुछ पात्रता को पूरा करना होता है। तभी आप मरीन इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने में सक्षम होते हैं। इन सभी योग्यताओं की जानकारी आपको होना आवश्यक है। यदि आपको इसकी जानकारी नहीं है। तो हमारे द्वारा नीचे Qualification for becoming a marine engineer? के बारे में बताया गया है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-

शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)

मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए हमारे द्वारा नीचे आपको शैक्षिक योग्यता के बारे में जानकारी दी गई है। यदि आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं। तो आपको इन शैक्षणिक योग्यता को पूरा करना होगा।

  • मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए आपको 10th क्लास अच्छे नंबरों से पास करनी होगी। ताकि आप 12th क्लास में साइंस विषय का चयन कर सके।
  • 12th में आप कम से कम 60% नंबर लाकर ही मरीन इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने हेतु सक्षम हो सकते हैं।
  • परंतु यदि आप एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं। तो इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने से पहले आपको एक एंट्रेंस एग्जाम से होकर जाना पड़ता है।
  • इस प्रकार ऊपर दी गई संपूर्ण शैक्षणिक योग्यता को पूरा करने के पश्चात ही आप मरीन इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं।

शारीरिक योग्यता (physical Eligibility)

मरीन इंजीनियर बनने हेतु कुछ योग्यताएं भी रखी गई है। इनके बारे में नीचे आपको विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-

  • यदि कोई व्यक्ति मरीन इंजीनियर बनना चाहता है। तो उसके लिए उस की न्यूनतम आयु 17 वर्ष तथा अधिकतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए।
  • इसके अंतर्गत जो व्यक्ति आरक्षित वर्ग के अंतर्गत आते हैं। उन्हें आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट प्रदान की जाती है।
  • पुरुष अभ्यार्थी के लिए 160 सेंटीमीटर लंबाई निर्धारित की गई है।
  • यदि अभ्यार्थी महिला है। तो उसके लिए तो 150 सेंटीमीटर लंबाई अनिवार्य है।
  • इसके अंतर्गत महिला तथा पुरुषों की आंखों की दृष्टि भी 6/6 व 6/9 रखी गई है।
  • साथ ही साथ उम्मीदवार की शरीर में किसी भी प्रकार के रोग की आशंका नहीं होनी चाहिए।
  • इस प्रकार आप आपको ऊपर दी गई शारीरिक योग्यता को पूरा करना होगा।

मरीन इंजीनियर कैसे बने? (How to become a Marine Engineer?)

मरीन इंजीनियर कि हमारे समाज में एक बहुत अहम भूमिका है। जो लोग मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं। उनको अवश्य ही इसकी जानकारी होनी चाहिए, कि Marine Engineer kaise bane? समुंद्री आवागमन में आवश्यक बंदरगाह और जलपोतों के इंफ्रास्ट्रक्चर को डिजाइन करने के लिए मरीन इंजीनियर को कार्यरत किया जाता है। हमारे द्वारा नीचे आपको मरीन इंजीनियर बनने से संबंधित जितने पॉइंट बताए हैं। उन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा मरीन इंजीनियर बनने के लिए इन सभी पॉइंट को अवश्य फॉलो करें। यदि आप ऐसा करेंगे, तो अवश्य ही अपने भविष्य में सफल होंगे। इसकी जानकारी निम्न प्रकार है-

1. अच्छे मार्क्स से 10th पास करें? (Pass 10th with good marks)

आपको आगे जीवन में क्या बनना है? 10th क्लास में एडमिशन लेते ही आपके मन में यह सवाल चलने लगता है। कुछ लोग तो बचपन से ही अपने सपनों को पूरा करने में लगे रहते हैं। यदि आप भी अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। तो आपको शुरुआत से मेहनत करनी होती है। 10th क्लास से यदि आप यह सोच लेते हैं कि आपको भविष्य में आगे क्या करना है? तो आपको आगे परेशानी नहीं होती है। आप इसके ऊपर पहले से ही कार्य करना शुरू कर देते हैं। यदि आप आगे चलकर मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं। तो 10th क्लास में आपको साइंस लेना होगा। परंतु यदि आप साइंस नहीं लेते हैं। तो भी आपको परेशानी नहीं होगी।

10th क्लास में यदि आप साइंस ले लेते हैं, तो आपको इसका फायदा आगे प्राप्त हो सकता है क्योंकि आपको आगे भी यही पढ़ना होगा। मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए आपको 10th में कम से कम 60% अंक लाना अनिवार्य है। 10th में अच्छे नंबर लाकर आप किसी भी फील्ड के लिए आगे बढ़ सकते हैं। 10th क्लास आपका एक बेस होता है, इसलिए यहां आपको अधिक मेहनत करनी पड़ती है। 10th क्लास में विद्यार्थियों के मन में थोड़ा डर रहता है। परंतु 10th पास करते ही उन्हें एग्जाम देने से डर नहीं लगता है, इसलिए 10th में मेहनत करके अच्छे नंबर से उसे पास करें।

2. पीसीएम से ट्वेल्थ पास करें (Pass 12th class with PCM)

10th पास करने के तत्पश्चात आपको 11th में एडमिशन लेना होगा। जिसमें आप अपने विषय का चुनाव करते हैं। यदि आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो आपको पीसीएम विषय अर्थात फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ जैसे विषयो का चुनाव करना होगा। इसीलिए हमारे द्वारा आपको 10th में साइंस लेने के बारे में कहा गया था। यदि आप 12th की पढ़ाई पीसीएम सब्जेक्ट के साथ करते हैं तो आप मरीन इंजीनियर करने के लिए सक्षम होंगे। साथ ही साथ आगे आपको अपनी पढ़ाई का बहुत फायदा नजर आएगा। परंतु ध्यान रहे, साइंस कोई आसान सब्जेक्ट नहीं है। इसके लिए आपको बहुत मेहनत करनी होगी।

जितनी मेहनत आप 12th की पढ़ाई करने में करेंगे। उतनी मेहनत का फल आपको आगे देखने को मिलेगा। आप यदि मरीन इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के इच्छुक हैं। तो आपको 12th क्लास को 60% अंक के साथ पास करना होगा। 60% अंक लाने के पश्चात ही आप किसी भी प्रकार के कोर्स में एडमिशन लेने हेतु सक्षम हो सकते हैं। परंतु यदि आप एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं। तो आपको 60% अंक के साथ साथ एक एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है। जिसकी विस्तार पूर्वक जानकारी हमारे द्वारा नीचे दी गई है।

3. एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें और क्लियर करें (Prepare for entrance exam and clear it)

हमारे भारत में इंजीनियरिंग करने के बेहतरीन कॉलेज उपस्थित है। परंतु इन कॉलेजों में डायरेक्ट एडमिशन नहीं मिलता है। इसके लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना पड़ता है। जिसकी तैयारी आपको 12th क्लास से ही करनी होगी। यह एंट्रेंस एग्जाम पास करने के लिए विद्यार्थियों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इसकी तैयारी करते वक्त आप इंटरनेट, यूट्यूब, कोचिंग सेंटर। और प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स आदि की सहायता ले सकते हैं। यह सभी स्रोत आपकी एंट्रेंस एग्जाम प्रिपरेशन में बहुत मदद करते हैं। अच्छे गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी अच्छे से करनी होगी।

यदि आप 10th क्लास के बाद मरीन इंजीनियरिंग करने का सपना देखते हैं। तो आपको उसके बारे में जानकारी तभी से इकट्टी करनी चाहिए। जब आप 12th क्लास में आए, तब आपको एंट्रेंस एग्जाम की प्रिपरेशन करनी चाहिए। जिसके बहुत सारे स्रोत आपके पास उपलब्ध होते हैं। यदि आप यह एंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर लेते हैं। तो आपको भारत में उपस्थित बेहतरीन कॉलेज में मरीन इंजीनियरिंग करने का मौका प्रदान किया जाएगा। आपको IMU, CET एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करनी होगी। यह एग्जाम थोडे मुश्किल होते हैं। परंतु यदि आप जी जान लगाकर इसकी तैयारी करेंगे। तो आप इसे आसानी से पास कर सकते हैं।

4. कॉलेज चुने और दाखिला लें (Select the college and take admission)

जब आप एंट्रेंस एग्जाम दे देंगे, तो आपने जिस प्रकार एंट्रेंस एग्जाम दिया होगा। उसके आधार पर आपको नंबर दिए जाएंगे। यह नंबर आपकी रैंक बनाने में सहायता करते हैं। जिनके आधार पर ही आपको कोई भी कॉलेज प्रदान किया जाता है। यदि आपकी रैंक अच्छी होती है। तो आपको अच्छे कॉलेज में मरीन इंजीनियरिंग करने का मौका दिया जाता है। परंतु यदि आपकी रैंक कम होती है। तो आपको उससे नीचे स्थान वाले कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है, इसलिए आपको अपनी रैंक अच्छी बनानी होगी। ताकि आप एक अच्छे कॉलेज को चुन सके और अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें।

जैसे ही आपको कॉलेज मिल जाता है। उस कॉलेज की एडमिशन प्रक्रिया आपको पूरी करनी होगी। हर कॉलेज की अलग अलग फीस होती है। इसीलिए आपको जिस कॉलेज में एडमिशन मिला है। उसकी फीस की जानकारी प्राप्त करनी होगी। जिसके पश्चात ही आप अपने एडमिशन को पूरा कर सकेंगे। इस प्रकार आपको अपनी रैंक के आधार पर कॉलेज मिलेगा तथा आपको इसके पश्चात एडमिशन लेना होगा। ताकि आप मरीन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकें। भारत में बहुत से अच्छे कॉलेज है, इसीलिए आपको कोशिश करनी चाहिए, कि आपका एडमिशन उन्ही किसी कॉलेज में हो जाए। यदि आप डायरेक्ट एडमिशन लेना चाहते हैं। तो आप किसी भी कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन भी ले सकते हैं।

5. मरीन इंजीनियर की पढ़ाई पूरी करें (Complete the study of Marine Engineer)

जैसे कि हमने आपको बताया है कि 12th करने के पश्चात ही आप मरीन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं।  तो हम आपको बता दें की आप बीटेक के माध्यम से मरीन इंजीनियरिंग के कोर्स को कर सकते हैं। यह कोर्स 4 साल का होता है। इसके अंतर्गत आपको 8 सेमेस्टर देखने को मिलते हैं। हर सेमेस्टर में आप अलग-अलग सब्जेक्ट के बारे में पढ़ाई करते हैं।

परंतु आप बीएससी इन नेचुरल साइंस से भी मरीन इंजीनियरिंग के कोर्स को करने में सक्षम होते हैं। इस कोर्स को पूरा करने में आपको 3 साल का समय लगता है। आप इन दो तरीकों से ही मरीन इंजीनियरिंग कर सकते हैं। जैसे ही आप मरीन इंजीनियरिंग की पढ़ाई को पूरा करेंगे। आप मरीन इंजीनियर की डिग्री प्राप्त कर लेंगे। यदि आपका कॉलेज अच्छा है। तो आपको एक अच्छा प्लेसमेंट भी प्राप्त हो सकता है।

मरीन इंजीनियर का सिलेबस? (Syllabus of Marine Engineer?)

मरीन इंजीनियरिंग करने का फैसला करने से पहले आपको इसके सिलेबस की जानकारी होनी चाहिए। ताकि आप इस बात का अंदाजा लगा सके, कि आप इस सिलेबस को पढ़ने में सक्षम हो पाएंगे या नहीं। यदि आप इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो आपका सिलेबस तो हार्ड होगा, क्योंकि यह 4 साल का कोर्स है। एक साथ यह कोर्स बहुत ज्यादा हो जाता है। इसीलिए 4 साल के इस कोर्स को 8 सेमेस्टर के अंतर्गत बांट दिया गया है। ताकि आप मन लगाकर धीरे-धीरे पूरी पोस्ट को आसानी से खत्म कर सकें  यदि आपको सिलेबस की जानकारी नहीं है, तो हमारे द्वारा नीचे आपको Syllabus of Marine Engineer? की जानकारी दी गई है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • Semester 1 :- सेमेस्टर 1 के अंतर्गत आप सभी अभ्यार्थियों को 10 विषयों से संबंधित पढ़ाई करनी पड़ती है।
  • Semester 2 :- सेमेस्टर 2 में भी आपको 10 सब्जेक्ट दिए जाते हैं। परंतु यह फर्स्ट सेमेस्टर से अलग होते है।
  • Semester 3 :- जैसे ही आप सेमेस्टर तीन में जाते हैं। यह आपकी पढ़ाई का दूसरा साल होता है। तब शुरुआत में आपको 10 सब्जेक्ट ही पढ़ाए जाते हैं।
  • Semester 4 :- जैसे ही आप सेमेस्टर 4 में पहुंचते हैं। आपका एक सब्जेक्ट बढ़ा दिया जाता है अर्थात अब आपके पास 11 सब्जेक्ट होंगे।
  • Semester 5 :- इसके तत्पश्चात पांचवे सेमेस्टर में आपको पुनः 10 सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं।
  • Semester 6 :- सेमेस्टर 6 यह आपके तीसरे साल का आखिरी सेमेस्टर होता है। इसके अंतर्गत भी आपको 10 सब्जेक्ट ही पड़ने होते हैं।
  • Semester 7 :- जैसे ही आप अपने इंजीनियरिंग के आखिरी वर्ष में पहुंचते हैं। आपका सेमेस्टर 7 शुरू हो जाता है। इसके अंतर्गत आपको केवल 9 सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं।
  • Semester 8 :- सेमेस्टर 8 में आपको सबसे कम 4 सब्जेक्ट पढ़ने को दिए जाते हैं।

मरीन इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटी? (Best University for becoming a Marine Engineer?)

यदि आप मरीन इंजीनियरिंग एक अच्छे कॉलेज से करना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको अच्छी यूनिवर्सिटी का भी पता होना चाहिए। जिसके माध्यम से आप मरीन इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करेंगे। यदि आपको अच्छी यूनिवर्सिटी की जानकारी नहीं है। तो हमारे द्वारा नीचे आपको Best university for becoming a marine engineer? बारे में जानकारी दी है। नीचे दिए गए सभी यूनिवर्सिटी एक बेहतरीन यूनिवर्सिटी है। जिनमें यदि आप एडमिशन प्राप्त कर लेते हैं। तो आप अवश्य ही अपने भविष्य को उज्जवल बनाने में सक्षम होंगे। नीचे हमारे द्वारा मरीन इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटी की जानकारी दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • Indian maritime university, (IMU) Chennai
  • International maritime institute, Delhi
  • Indian maritime university, kolkata
  • IIT Madras
  • Wells Academy of maritime  studies, Chennai
  • Coimbatore marine college
  • Indian maritime university, Mumbai
  • Kochi university of science and technology
  • International maritime Academy, Chennai
  • Andhra university
  • Marine engineering research institute, kolkata
  • Tolani maritime institute, mumbai
  • Samudra institute of maritime studies, mumbai

मरीन इंजीनियरिंग के कैरियर स्कोप? (Career scope of Marine Engineer?)

यदि आप मरीन इंजीनियरिंग करते हैं। तो आपको अपना कैरियर बहुत उज्जवल दिखाई देगा, क्योंकि इस क्षेत्र में बहुत अधिक केरियर स्कोप है। इसके अंतर्गत आपको नौकरी मिलने की अपार संभावना उपस्थित होती है। यह बात तो आप सब जानते हैं कि आजकल का यह आधुनिक दौर है। जिसके कारण हमारे देश में सभी कार्य टेक्नोलॉजी के माध्यम से होते है। इसी प्रकार समुद्र में भी सभी कार्यों को करने के लिए नई टेक्नोलॉजी आ चुकी है। जिसके माध्यम से बहुत सारा कार्य किया जाता है। परंतु यह कार्य केवल मरीन इंजीनियर के द्वारा किया जा सकता है। जिसके तहत इस क्षेत्र में मरीन इंजीनियर की अधिक से अधिक जरूरत होती है।

समुद्रों के अंतर्गत जहाजों की बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई है। इसी कारण बहुत सारे जहाज बनाने वाली कंपनी का स्तर इंटरनेशनल लेवल पर बड़ गया है। यदि जहाज निर्माण करने वाली कंपनियों का स्तर बढ़ेगा। तो मरीन इंजीनियर की भी डिमांड अधिक होगी। इसलिए आप यदि मरीन  इंजीनियरिंग कर रहे हैं। तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह एक ऐसा क्षेत्र है। जहां आपका भविष्य बिल्कुल सुरक्षित है। आप विभिन्न प्रकार के क्षेत्र में नौकरी करके अच्छी कमाई कर सकते हैं। हमारे द्वारा नीचे आपको कैरियर बनाने हेतु कुछ फील्ड की जानकारी दी गई है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • कोआर्डिनेशन
  • कम्युनिकेटिंग इफेक्टिवली
  • ओरल कंप्रीहेंशन
  • कंट्रोल प्रेसेशन
  • डेप्थ परसेप्शन
  • स्पीच क्लेरिटी
  • फार विज़न
  • एक्टिव लिसनिंग
  • क्रिटिकल थिंकिंग
  • प्रॉब्लम्स सेंसटिविटी
  • ओरल एक्सप्रेशन
  • डिसीजन मेकिंग
  • सोशल परसेप्टिवेनेस
  • हाई अलर्टनेस
  • जजमेंट

मरीन इंजीनियरिंग की सैलरी? (Salary of a Marine Engineer?)

मरीन इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप बहुत ही कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं। भले ही आप को शुरुआत में सैलरी कम दी जाती है। परंतु यह सैलरी 20 हज़ार रुपए से 30 हज़ार रुपए तक होती है क्योंकि उस वक्त आपके पास किसी प्रकार का कोई अनुभव नहीं होता है और आप फ्रेशर होते हैं। यही कारण है कि आपकी सैलरी थोड़ी कम होती है। परंतु जैसे ही आप नौकरी करने जाते हैं। आपका अनुभव बढ़ता जाता है। जिसके आधार पर आपकी सैलरी बढ़ा दी जा रही है। साथ ही साथ आप अपने काम में बहुत माहिर हो जाते हैं। यह क्षेत्र आपके भविष्य को उज्जवल बनाने में आपकी बहुत सहायता करता है।

जब आप एक अनुभवी व्यक्ति हो जाते हैं। तब आपकी सैलरी ₹5 लाख रूपए प्रति माह से लेकर ₹10 लाख रुपए प्रतिमाह हो जाती है। शुरुआत में इसकी सैलरी भले ही कम होती है। परंतु आगे चलकर इस क्षेत्र में आपको बहुत अच्छी सैलरी प्रदान की जाती है। मरीन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आपको पैसे की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसके अंतर्गत आपको बेहतरीन पैसा और बेहतरीन अनुभव प्राप्त होता है। इसीलिए यदि आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं। तो बिना किसी परेशानी के बन सकते हैं क्योंकि इसके अंतर्गत आपको बहुत सारी कैरियर अपॉर्चुनिटी देखने को मिलती है। इसीलिए आप बिना कैरियर स्कोप की चिंता किए इस क्षेत्र में अपने कैरियर को बनाने हेतु आगे बढ़ सकते हैं।

मरीन इंजीनियर क्या होता है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)

Q:-1. मरीन इंजीनियर कौन होता है?

Ans:-1. मरीन इंजीनियर वह व्यक्ति होता है। जिसके द्वारा मरीन इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की जाती है। यह कोर्स 4 साल का होता है। इसके अंतर्गत समुद्रों में आवागमन हेतु बनाए गए जहाजों के निर्माण के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।

Q:-2. 12वीं के बाद मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए क्या करें?

Ans:-2. यदि कोई विद्यार्थी 12वीं के बाद मरीन इंजीनियरिंग करना चाहता है। तो इसके लिए उसे 12th में अच्छे अंक से पास होना होगा। इसके तत्पश्चात एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके कॉलेज में एडमिशन लेकर मरीन इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करें तथा मरीन इंजीनियर बनें।

Q:-3. मरीन इंजीनियर बनने हेतु आयु सीमा क्या है?

Ans:-3. यदि आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं। तो इसके लिए कुछ आयु सीमा रखी गई है। इंजीनियर बनने हेतु आपकी न्यूनतम आयु 17 वर्ष अधिकतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग वाले व्यक्तियों को आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट प्रदान की जाती है।

Q:-4. मरीन इंजीनियरिंग की फीस कितनी होती है?

Ans:-4. मरीन इंजीनियरिंग की फीस कॉलेज पर आधारित होती है। परंतु यदि आप बीएससी नॉटिकल साइंस या बीएससी मरीन साइंस कोर्स करते है या आप मरीन इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी करते हैं। तो आपकी फीस 225,000 रुपए होती है।

Q:-5. मरीन इंजीनियर की सैलेरी कितनी होती है?

Ans:-5. मरीन इंजीनियर की सैलरी शुरुआत में ₹20 हज़ार रुपए से लेकर ₹30 हज़ार रुपए तक होती है। परंतु यह सैलरी अनुभव के आधार पर बढ़ा दी जाती है अर्थात ₹5 लाख रुपए से लेकर ₹10 लाख रुपए तक एक मरीन इंजीनियर की सैलरी पहुंच जाती है।

Q:-6. मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए महिला तथा पुरुष की हाइट कितनी होनी चाहिए?

Ans:-6. मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए महिला तथा पुरुष की हाइट 150 सेंटीमीटर निर्धारित की गई है।

Q:-7. मरीन इंजीनियर कैसे बने?

Ans:-7. यदि आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं तथा जानना चाहते हैं की How to become marine engineer? तो हमारे द्वार ऊपर इस लेख में आपको इसकी प्रक्रिया की जानकारी दी गई है। इस प्रक्रिया को अपनाकर आप आसानी से मरीन इंजीनियर बन सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion):- आज हमारे द्वारा आप सभी को इस आर्टिकल के अंतर्गत Marine Engineer kya hota hai? Marine engineer kaise bane? Marine engineer salary, eligibility, career scope? से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया है। यदि आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं। तथा आपको मरीन इंजीनियर बनने की प्रक्रिया की जानकारी नहीं थी। तो हमारा यह लेख आपके आवश्यक काम आया होगा। साथ ही साथ आपको हमारे इस लेख की सहायता से मरीन इंजीनियरिंग से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त हुई होगी। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही साथ हमारे इस लेख को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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