एमआर क्या होता है? एमआर कैसे बने? जॉब, कोर्स, सैलरी और योग्यता

मेडिकल फील्ड में बहुत सारे बच्चे जाने की कोशिश करते हैं। कोई डॉक्टर बनता है, तो कोई मेडिकल फील्ड के अन्य क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाता है। बहुत से बच्चे मेडिकल क्षेत्र में ऐसे कार्य की खोज में होते हैं। जिसमें उनकी अच्छी कमाई हो सके तथा उन्हें अधिक समय पढ़ाई ना करनी पड़े। यदि आप भी उन्हीं में से एक है। तो आज आपके लिए हमारे द्वारा इस लेख में MR kya hota hai? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक बताई गई है। मेडिकल क्षेत्र  से आपको नौकरी की अपार संभावनाएं देखने को मिलती है। यदि आप एमआर के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। तब आपको इसके फायदे के बारे में पता चलेगा। हमारा यह लेख आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होने वाला है।

मेडिकल क्षेत्र में एमआर के पद पर कार्यरत होने के लिए आपको लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ता है। परंतु इस क्षेत्र में आपको बहुत अधिक मेहनत करनी होती है। एमआर बनने के बाद आप एक अच्छी कमाई करने में सक्षम होते हैं। यदि आप भी एमआर के रूप में अपना भविष्य देख रहे हैं। तो हमारे द्वारा आज आप सभी को इस आर्टिकल में What is MR? How to become MR? What is the salary of MR? के बारे में जानकारी दी जा रही है। हमारे इस लेख को पढ़ने के बाद आपको एमआर से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। इसीलिए यदि आप एमआर से संबंधित संपूर्ण जानकारी को जानना चाहते हैं। तो आपको हमारा यह लेख अंत तक जरूर पढ़ना होगा।

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एमआर क्या होता है? (What is MR?)

एमआर का संबंध मेडिकल क्षेत्र से है। इस बात की जानकारी तो हमने आपको दे दी है। परंतु MR kya hota hai? इसके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं। एमआर वह व्यक्ति होता है, जिसे किसी भी दवाई के प्रमोशन हेतु रखा जाता है अर्थात हम कह सकते हैं, कि हर व्यक्ति के द्वारा किसी भी दवाई का प्रमोशन किया जाता है। दवाई कोई भी सामान्य उत्पाद नहीं है। जिसे आप डायरेक्ट किसी भी व्यक्ति के पास ले जाकर बेच दे। लोगों के द्वारा दवाई तभी खरीदी जाती है। जब डॉक्टर उसे लिख कर देता है। तो हम कह सकते हैं कि दवाइयां डॉक्टर तथा मेडिकल स्टोर के माध्यम से ही व्यक्ति है।

 जो दवाइयां फार्मास्यूटिकल कंपनियों के द्वारा बनाई जाती है। उन दवाइयों को बेचने के लिए कंपनी द्वारा कोई व्यक्ति रखा जाता है। जिसने मेडिकल के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त की हो। वही व्यक्ति एमआर कहलाता है। एमआर के द्वारा ही डॉक्टर के पास उन सभी दवाइयों को प्रजेंट किया जाता है। तथा उस दवाई की अच्छाइयों की जानकारी दी जाती है। एमआर के द्वारा इन सभी दवाइयों की मार्केटिंग की जाती है। तथा हम कह सकते हैं, कि एमआर फार्मास्यूटिकल कंपनी तथा डॉक्टर या मेडिकल स्टोर के बीच एक कड़ी होता है। एमआर अपनी कंपनी के द्वारा बनाई गई दवाइयों का प्रचार डॉक्टर तथा मेडिकल स्टोर पर जाकर करता है।

एमआर की फुल फॉर्म क्या होती है? (What is the full form of MR?)

एमआर अपने आप में एक निमोनिक है। बहुत से लोग इसकी फुल फॉर्म जानने की कोशिश कर रहे होंगें। तो हम आपको यहां MR ki full form kya hoti hai? इसके बारे में बताने जा रहे हैं। एमआर की फुल फॉर्म Medical Representative होती है। जिसे हिंदी में चिकित्सा प्रतिनिधी के नाम से जाना जाता है। इसके नाम से ही आप इसके कार्य की जानकारी पता कर सकते हैं। मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के द्वारा ही सभी दवाइयों को मेडिकल स्टोर तथा डॉक्टर के सामने रिप्रेजेंट किया जाता है।

एमआर कैसे बनें? (How to become MR?)

यदि आप मेडिकल क्षेत्र में नौकरी करने के इच्छुक हैं। तो आपको सर्वप्रथम यह सुनिश्चित करना चाहिए, कि आपको सेल्स व मार्केटिंग के क्षेत्र में भी इंटरेस्ट है या नहीं। यदि आपका इन दोनों क्षेत्रों में इंटरेस्ट है। तो आप को How to become MR? की जानकारी पता करनी चाहिए। इसके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं। एमआर की नौकरी एक ऐसी नौकरी है, जिसमें ना तो कोई व्यक्ति पूरी तरीके से मेडिकल का कार्य करता है, ना ही कोई व्यक्ति पूरी तरीके से सेल्स या मार्केटिंग का काम करता है। इसमें जो व्यक्ति होता है। उसे दोनों क्षेत्रों की ठीक से नॉलेज होनी चाहिए। तभी वह इस कार्य को कर सकेगा।

एमआर बनने के लिए आपको 10th क्लास में अच्छे नंबर लाने होंगे। साथ ही साथ 12th क्लास साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी। वैसे तो आप 12th क्लास किसी भी स्ट्रीम से पास कर सकते हैं। परंतु यदि आप मेडिकल क्षेत्र में जा रहे हैं। तो आपको साइंस स्ट्रीम ही लेनी चाहिए। इसका फायदा आपको आगे चलकर देखने को मिलेगा। इसमें आपको बहुत मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी क्योंकि 12th क्लास में आपके पास फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी यह तीन विषय होंगे। जिसमें आपको मेहनत करनी होगी। तभी आप आगे चलकर एमआर के क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा सकेंगे। इसके तत्पश्चात आपको एमआर बनने हेतु कोई कोर्स करना होगा। जिसके बारे में हमारे द्वारा नीचे आपको बताया गया है।

एमआर बनने के लिए योग्यता? (Eligibility to become MR?)

एमआर बनने के लिए आपके अंदर कुछ न कुछ योग्यताएं होनी आवश्यक है। तभी आप एमआर बनने हेतु सक्षम हो सकेंगे। परंतु सभी लोगों को एमआर बनने की योग्यता की जानकारी नहीं होती है। इसीलिए हमारे द्वारा नीचे आप सभी को Eligibility to become MR? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी जा रही है। ताकि आप आसानी से एमआर बनने की ओर अपने कदम बढ़ा सकें। यदि आप यह संपूर्ण जानकारी जानना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा नीचे आपको यह जानकारी स्टेप बाय स्टेप बताई गई है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

1. भाषा पर पकड़

सर्वप्रथम आप जिस क्षेत्र में भी यह जॉब करना चाहते हैं। तो आपको उस क्षेत्र की भाषा पर काफी अच्छी तरीके से आनी चाहिए। जैसे कि यदि आप बिहार में है, तो आपको बिहारी अच्छे से आनी चाहिए। तभी आप अपनी चीज को दूसरों के सामने प्रसारित कर पाएंगे। तथा लोग आपकी बातों को अच्छे से समझ पाएंगे। जब आप अपनी कंपनी की दवाइयां कंपनी से किसी डॉक्टर या फिर क्षेत्रीय मेडिकल स्टोर पर रिप्रेजेंट करने जाते हैं। तो आप क्षेत्रीय भाषा में उसे अपनी दवाइयों की खासियत के बारे में बताते हैं अर्थात यदि आपकी भाषा पर पकड़ अच्छी नहीं होगी। तो आप दूसरे व्यक्ति को सही तरीके से दवाइयों की जानकारी नहीं दे सकेंगे। इसलिए आपको अपनी भाषा पर अच्छी पकड़ करनी होगी।

2. अंग्रेजी भी हो मजबूत

अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है, जो आजकल सभी क्षेत्रों में बोली जाती है। जिसको आजकल हर व्यक्ति समझता है। यदि आप अपने क्षेत्र से किसी दूसरे क्षेत्र में एमआर की नौकरी करने जा रहे हैं। तो आपकी अंग्रेजी भाषा में अच्छी होनी चाहिए। ताकि आप किसी व्यक्ति को उसकी क्षेत्रीय भाषा में कोई बात समझने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। तो आप इंग्लिश भाषा का इस्तेमाल कर सकें। यदि आप डॉक्टरों के साथ अंग्रेजी में बात करेंगे, तो वह आपके कॉन्फिडेंस और लैंग्वेज को देखकर इंप्रेस हो सकते हैं। साथ ही साथ कुछ कंपनियां बड़े अस्पतालों में दवाई रिप्रेजेंट करने भेजती है। तो आपको वहां अंग्रेजी में ही बात करनी होती है। इसलिए आपको अपनी अंग्रेजी भाषा बेहतरीन करनी होगी।

3. सुनने की क्षमता

आप यदि एमआर बन जाते हैं, तो आपको बोलना अच्छा आना चाहिए। ताकि आप अपनी बातें सामने वाले के सामने रख सके। साथ ही साथ आपको दूसरे की बातें सुनने की क्षमता भी अपने अंदर पैदा करनी होगी। यदि आप दूसरे व्यक्ति की बातें उतनी ही सुनेंगे। जितना कि दूसरा व्यक्ति आपकी बातें सुन रहा है। तो आप उस व्यक्ति के साथ अच्छे से डील करने में सक्षम हो पाएंगे। इसीलिए आपको सुनने की क्षमता को भी अपने अंदर मजबूत करना होगा। सर्वप्रथम आप अपनी दवाइयों की प्रेजेंटेशन डॉक्टर या मेडिकल स्टोर के सामने रखें। इसके तत्पश्चात उनके सभी शंकाओ को ध्यान पूर्वक सुने। तभी आप एक अच्छे एमआर बन सकेंगे।

4. मार्केटिंग स्किल्स

किसी भी व्यक्ति के अंतर्गत मार्केटिंग स्किल का होना बेहद जरूरी है। यदि आपके अंदर मार्केट स्किल नहीं होंगी। तो आप अपनी चीजों को बेचने में असमर्थ रहेंगे। यदि आप अपने अंदर मार्केटिंग स्किल्स को उत्पन्न कर लेते हैं। तो आप अपनी कंपनियों की दवाइयों को बेचने में सक्षम होंगे। सही जानकारी के साथ अपने इंप्रैशन को डॉक्टर के ऊपर डालें। ताकि आपकी बातें उस डॉक्टर को इंप्रेस कर सकें। एमआर के द्वारा सामने वाले व्यक्ति को अपनी दवाइयों की खासियत बताते हुए अपनी दवाइयों की खरीदने हेतु प्रोत्साहित करने का हुनर ही मार्केटिंग स्किल कहलाती है। जो कि प्रत्येक एमआर व्यक्ति के अंदर होना चाहिए।

5. उत्पाद के बारे में पूरी जानकारी

यदि आपके द्वारा किसी फार्मास्यूटिकल कंपनी में कार्य किया जाता है। तथा आप उस कंपनी में एमआर के तौर पर कार्यरत हैं। तो आपको उस कंपनी की दवाइयां किसी दूसरे व्यक्ति के पास जाकर बेचनी होंगी। ऐसा करने से पहले आपको उस कंपनी के सभी उत्पादों की जानकारी अच्छे से होनी चाहिए। ताकि आप उसके बारे में संपूर्ण बातें दूसरे व्यक्ति को बता सकें क्योंकि जिस डॉक्टर या मेडिकल स्टोर पर आप अपनी दवाई को रिप्रेजेंट करेंगे। वहां आपसे कोई भी सवाल पूछा जा सकता है। जिसका उत्तर आपके पास होना बेहद जरूरी है। यदि आपके पास उत्पाद की सही जानकारी नहीं होगी। तो आप अपने कार्य को करने में सक्षम नहीं हो सकते है।

6. नकारात्मक प्रश्नों के लिए रहे तैयार

जब आप अपने उत्पाद को बेचने के लिए दूसरे व्यक्ति के पास जाएंगे। तो आपको वहां से कुछ ऐसे नकारात्मक प्रश्न भी सुनने को मिलेंगे। जिनके बारे में आपको उन्हें उत्तर देना होगा। तथा उनके नकारात्मक प्रश्नों को सकारात्मकता में बदलना होगा। यदि आप अपनी दवाइयां किसी भी व्यक्ति जैसे:- डॉक्टर या मेडिकल स्टोर आदि पर बेच रहे हैं तथा डॉक्टर या मेडिकल स्टोर के द्वारा आपको कंपनी के उत्पाद से संबंधित कोई भी शिकायत बताई जाती है। तो यह आपका कर्तव्य है कि आप कंपनी को उन सभी समस्याओं से भी अवगत कराएं। ताकि कंपनी के साथ-साथ आपकी भी बातों का भरोसा लोगों पर बना रहे।

7. प्रतिस्पर्धी कंपनी की भी हो जानकारी

मार्केट में बहुत सी फार्मास्यूटिकल कंपनी है। परंतु यदि आप अपनी कंपनी की दवाई किसी डॉक्टर को बेचने जा रहे हैं। तो आपको अन्य कंपनियों की जानकारी भी होनी चाहिए। ताकि आप उन्हें अन्य कंपनियों की तुलना में अपनी कंपनी की दवाइयों की खासियत बता सके। आजकल सभी फार्मास्यूटिकल कंपनी प्रतिस्पर्धा में लगी हुई है। इसीलिए आपको अपनी कंपनी के सबसे अच्छे उत्पाद की जानकारी लोगों तक पहुंचानी है तथा अपनी दवाइयों की सभी खासियत लोगों को बतानी है। जो किसी और कंपनी के दवाई में ना हो। इसके लिए आपको सबसे पहले अन्य कंपनियों की दवाइयां की जानकारी अपने पास रखनी होगी।

एमआर बनने के लिए बेस्ट कोर्स? (Best course for becoming MR?)

अब आप सभी के मन में यह सवाल आया होगा कि हम मेडिकल क्षेत्र में तो चले जाएंगे। परंतु हमें एमआर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना चाहिए? तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको यहां Best Course for becoming MR? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक बताई गई है। एमआर बनने के लिए आप मेडिकल क्षेत्र से संबंधित बहुत से कोर्स कर सकते हैं। परंतु इसके लिए आप दो प्रकार के मुख्य कोर्स बी. फार्मा और डी. फार्मा कर सकते हैं। डी फार्मा कोर्स का अर्थ फार्मास्यूटिकल में डिप्लोमा प्राप्त करने से होता है। जबकि डी फार्मा का अर्थ फार्मास्यूटिकल में बैचलर डिग्री प्राप्त करने से है।

यदि आप 12th के बाद फार्मास्यूटिकल कंपनी में जॉब करना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको डी फार्मा कोर्स करना चाहिए। यह कोर्स 3 साल का होता है, परंतु यह डिप्लोमा होता है। 12वीं के बाद आप बी. फार्मा भी कर सकते हैं। परंतु यह फार्मास्यूटिकल में एक बैचलर डिग्री होती है। यह 4 साल की डिग्री है। इन कोर्स में से कोई भी कोर्स करने के बाद आप किसी भी फार्मास्यूटिकल कंपनी में एमआर के पद के लिए आवेदन करने हेतु सक्षम हो सकते हैं। यह बिल्कुल जरूरी नही है कि एमआर बनने के लिए आप यही कोर्स करें और भी बहुत से कोर्स करने के बाद आप एमआर बन सकते हैं। इसलिए हमारे द्वारा नीचे आपको कुछ कोर्स की जानकारी दी गई है-

एमआर बनने के लिए भारत के बेस्ट कॉलेज? (Best college to become MR?)

यदि आप एमआर बनना चाहते हैं। तो आपको एमआर बनने हेतु कोई कोर्स करना होगा। जिसे आप किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कर सकते हैं। आपको भारत के अच्छे कॉलेज से एमआर बनने हेतु कोर्स करना चाहिए। जिसकी जानकारी आपके पास होनी आवश्यक है। यदि आपको भारत के बेस्ट कॉलेज की जानकारी नहीं है। तो हमारे द्वारा नीचे आप सभी को भारत में बी. फार्मा तथा डी.फार्मा करने वाले बेस्ट कॉलेज की जानकारी दी गई है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • बिरला यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी (Birla university of technology and science, pilani)
  • पारूल यूनिवर्सिटी, वडोदरा (Parul university, Vadodara)
  • एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई (SRM university, Chennai)
  • पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ (Panjab university, chandigarh)
  • इंस्टीट्यूट आफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई

(Institute of chemical technology, mumbai)

  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा (Amity university, mumbai)

एमआर बनने के बाद कैरियर स्कोप? (Career scope after becoming MR?)

यदि आप बी. फार्मा या डी. फार्मा मे से कोई कोर्स करते हैं। तो आपको एमआर के अलावा भी बहुत से कैरियर विकल्प देखने को मिलते हैं। एमआर बनकर आप एक अच्छे मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में कार्यरत हो सकते हैं। परंतु आप बहुत सी फार्मास्यूटिकल कंपनी में और भी पदों पर कार्यरत होने के लिए सक्षम हो सकते हैं। डी फार्मा या बी फार्मा करने के बाद आपको एक अच्छी नौकरी मिलती है। साथ ही साथ यदि आप एक अच्छे कॉलेज से इन कोर्सों को करते हैं। तो आपको कॉलेज के माध्यम से अच्छा प्लेसमेंट दिया जाता है। यदि आपका अपनी पोस्ट पर प्रमोशन हो जाता है। तो यह आपके लिए बहुत अधिक लाभकारी साबित होता है।

भारत की प्रमुख फार्मा कंपनियां? (Top pharma companies in india?)

भारत में वैसे तो बहुत सी फार्मास्यूटिकल कंपनी है। परंतु जब आप मेडिकल क्षेत्र में कोई कोर्स कर लेते हैं। तो आपको नौकरी हेतु किसी भी कंपनी में एमआर पद के लिए आवेदन देना होता है। इसके लिए आपको यह बात आवश्यक तौर पर पता होनी चाहिए कि भारत में प्रमुख फार्मा कंपनियां कौन-कौन सी है? जिनके अंतर्गत आप आवेदन करके एमआर के पद पर कार्यरत हो सकते हैं। साथ ही साथ इन कंपनियों में आपको बेहतरीन सैलरी देखने को भी मिलेगी। यदि आपको इन कंपनियों की जानकारी नहीं है। तो हमारे द्वारा नीचे Top Pharma companies in india? के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • सिप्ला (Cipla)
  • सन फार्मा (Sun Pharma)
  • मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma)
  • अब्बोट (Abbott)
  • ऑर्बिट मेडिकल (Orbit medical)
  • अजंता फार्मा (Ajanta Pharma)
  • पेरागोन (Paragon)
  • नोवर्टिस (Novartis)

एमआर के कार्य? (Work as an MR?)

यदि आप किसी मेडिकल कोर्स को करने के बाद एमआर के पद पर कार्यरत हो जाते हैं। तो आपको एमआर के पद पर कार्यरत होकर किस प्रकार का कार्य करना होता है? इसकी जानकारी भी रखनी चाहिए। इस बारे में बहुत से लोगों को कोई भी जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इसकी जानकारी नहीं है, तो हमारे द्वारा नीचे आप सभी को Work as an MR? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गयी है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • एमआर को किसी भी अस्पताल के डॉक्टर व मेडिकल स्टोर से बातचीत करनी होती है।
  • कंपनी के द्वारा एमआर को सेल्स टारगेट प्रदान किया जाता है। वह सेल्स टारगेट उन्हें पूरा करना होता है।
  • डॉक्टर के साथ अपनी बातों के माध्यम से अच्छे संबंध स्थापित करने का कार्य एमआर के द्वारा ही किया जाता है।
  • एक एमआर को मेडिकल सेक्टर से संबंधित संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
  • अपनी फार्मास्यूटिकल कंपनी से प्रतिस्पर्धा में लगी कंपनियों पर भी नजर रखनी चाहिए।
  • किस समय डॉक्टर को किस प्रकार की दवाइयां की आवश्यकता होती है। एमआर को इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
  • यदि किसी भी डॉक्टर या मेडिकल स्टोर को कंपनी के उत्पाद से कोई समस्या उत्पन्न होती है। तो उस समस्या से कंपनी को अवगत कराना भी एक एमआर  का कार्य होता है।
  • जिस डॉक्टर और मेडिकल स्टोर पर जाकर आप अपनी दवाई की प्रेजेंटेशन देना चाहते हैं। उनके साथ एक मीटिंग शेड्यूल करना तथा एक टाइम टेबल बनाने का कार्य एमआर के द्वारा ही किया जाता है।
  • उसी शेड्यूलर तथा टाइम टेबल के अनुसार अपने सभी कार्य एमआर को करने होते हैं। तथा डॉक्टर से मिलने हेतु अपॉइंटमेंट पहले से लेकर रखनी होती है।
  • एमआर को डॉक्टर तथा मेडिकल स्टोर वालों को अपनी कंपनी के द्वारा लांच की गई नई दवाइयों की जानकारी भी दी जाती है।
  • हमारे द्वारा ऊपर बताए गए संपूर्ण कार्य एक एमआर के द्वारा ही किए जाते हैं।

एमआर की सैलरी? (Salary of MR?)

आज के समय मे हम सभी के द्वारा इतने महंगे महंगे कोर्स किए जाते हैं। परंतु हम लोग एक अच्छी कमाई के लिए ही इतने महंगे कोर्स में पैसा देते हैं। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि मेडिकल क्षेत्र में कोर्स करने के पश्चात यदि आप एमआर बन जाते हैं। तो आप कितना कमा लेते हैं? तो हमारे द्वारा आप सभी को यहां Salary of MR? की जानकारी के बारे में बताया जा रहा है। दरअसल एमआर के काम पर उसकी सैलरी निर्भर करती है। एमआर को कंपनी के द्वारा एक निर्धारित क्षेत्र में दवाइयों को रिप्रेजेंट करने हेतु भेजा जाता है। एमआर के द्वारा उसी क्षेत्र के डॉक्टरों को कंपनी की दवाइयां बेची जाती है।

वैसे तो शुरुआत में एक एमआर को ₹2 हज़ार रुपए से लेकर ₹3 हज़ार रुपए तक सैलरी प्रदान की जाती है। परंतु जैसे-जैसे आपकी पोस्ट बढ़ती जाती है। तथा उस क्षेत्र में आपका अनुभव बढ़ता जाता है। तो आपकी सैलरी बढ़ा दी जाती है। आगे चलकर यह सैलरी लाखों में भी पहुंच जाती है। इसके साथ-साथ आपको मेडिकल क्षेत्र में कुछ मेडिकल की सुविधा भी प्रदान की जाती है। कुल मिलाकर एमआर बनना कोई नुकसान का सौदा नहीं होगा। आपको इस क्षेत्र में नौकरी करने के पश्चात फायदा ही देखने को मिलेगा। एमआर बनने हेतु कोई भी मेडिकल कोर्स करने के बाद आपको किसी भी प्रकार की निराशा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

एमआर क्या होता है कैसे बने? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)

Q:-1. एमआर कौन होता है?

Ans:-1. एमआर मेडिकल क्षेत्र में फार्मास्यूटिकल कंपनी तथा निर्धारित क्षेत्र के डॉक्टरों और मेडिकल स्टोर के बीच एक कड़ी होता है। इसके माध्यम से कंपनी की दवाइयों के बारे में डॉक्टर तथा मेडिकल स्टोर वालों को पता चलता है। कोई भी व्यक्ति एमआर तभी बनता है। जब वह मेडिकल क्षेत्र में कोई कोर्स करता है।

Q:-2. एमआर की फुल फॉर्म क्या होती है?

Ans:-2. एमआर एक शार्ट फॉर्म है। एमआर को अंग्रेजी भाषा में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (Medical representative) के नाम से जाना जाता है। जिसे हिंदी भाषा में चिकित्सा प्रतिनिधि के नाम से पुकारा जाता है।

Q:-3. एमआर कैसे बने?

Ans:-3. यदि आप एमआर बनना चाहते हैं। तो आपको मेडिकल क्षेत्र में कोर्स करना होता है। वैसे तो विभिन्न प्रकार के कोर्स मेडिकल क्षेत्र में उपस्थित है। परंतु मुख्य रुप से डी. फार्मा या बी. फार्मा कोर्स करने के पश्चात आप एमआर की पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। तथा एमआर बन सकते हैं।

Q:-4. डी. फार्मा कोर्स क्या होता है?

Ans:-4. डी. फार्मा कोर्स फार्मास्यूटिकल में एक डिप्लोमा होता है। यह 3 साल का होता है। इस कोर्स को करने के बाद आपको कैरियर की बहुत सारे विकल्प देखने को मिल सकते हैं। इसके बाद आप किसी भी कंपनी में एमआर की पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं।

Q:-5. बी. फार्मा कोर्स क्या होता है?

Ans:-5. बी. फार्मा की फुल फॉर्म बैचलर इन फार्मास्यूटिकल होती है। यह एक बैचलर डिग्री कोर्स है। यह 4 साल का कोर्स होता है। इसे करने पर आप किसी भी फार्मास्यूटिकल कंपनी के अंतर्गत एमआर के पद पर कार्यरत हो सकते है।

Q:-6. एमआर की सैलरी कितनी होती है?

Ans:-6. यदि आप एमआर बन जाते हैं। तो आपको शुरुआत में प्रतिमाह ₹20 हज़ार रुपए से लेकर ₹30 हज़ार रुपए तक की सैलरी प्रदान की जाएगी। जो कि आगे चलकर अच्छी पोस्ट पर पहुंचकर अनुभव के आधार पर बढ़ा दी जाती है। यह सैलरी आगे लाखों में पहुंच जाती है।

Q:-7. एमआर के द्वारा क्या कार्य किए जाते हैं?

Ans:-7. एमआर के द्वारा इस लेख में आप सभी को हमारे द्वारा Work as an MR? के बारे में सब कुछ जानकारी दी गई है। इस लेख की सहायता से आप यह जानकारी बहुत आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज हमारे द्वारा आप सभी को इस आर्टिकल में MR kya hota hai? MR kaise bane? MR ki salary kitni hoti hai? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। यदि आप भी मेडिकल क्षेत्र में एक ऐसे कोर्स को करना चाहते हैं। जिसमें आपको ज्यादा समय ना देना पड़े तथा आप एक अच्छी कमाई कर सके। तो आप एमआर की ओर अपने कदम बढ़ा सकते हैं। इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के बाद आपको इसके सभी फायदों के बारे में पता चल गया होगा। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दिया गया यह लेख पसंद आया होगा। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बताना मत भूलना तथा इस लेख को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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